जी-20 देशों के सर्वोच्च लेखा संस्थानों का दूसरा शिखर सम्मेलन 12-14 जून को गोआ के पणजी में आयोजित किया गया था. सम्मेलन की अध्यक्षता भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चन्द्र मुर्मू ने की थी. गोआ के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत भी बैठक में हिस्सा लिए थे.
मुख्य बिन्दु
बैठक में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, रूस, सऊदी अरब, तुर्किए, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरिशस, नाइजीरिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, मोरक्को और पोलैंड के सर्वोच्च लेखा संस्थानों ने भाग लिया.
भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक ने समुद्री अर्थव्यवस्था और दायित्वपूर्ण कृत्रिम बुद्धिमता, सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेयता और मानवजाति पर इनके अनुकूल प्रभाव का मुद्दा उठाया.
समुद्री अर्थव्यवस्था समुद्रों तथा सतत विकास के लिए समुद्री संसाधनों के संरक्षण और उपयोग पर विशेष ध्यान देता है.
कृत्रिम बुद्धिमता, निरर्थक लेखांकन और अधिक जोखिम के कारोबार में धोखाधड़ी का पता लगाने में मददगार होती है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-06-16 19:38:092023-06-21 19:54:07जी-20 देशों के लेखा संस्थानों का शिखर सम्मेलन गोआ में आयोजित किया गया