भारत और UAE के बीच वर्चुअल शिखर बैठक, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते

भारत और संयुक्‍त अरब अमारात (UAE) के बीच 18 फरवरी को वर्चुअल माध्यम से शिखर बैठक आयोजित की गयी थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और अबू धाबी के शहजादे तथा UAE सशस्‍त्र बल के उप प्रमुख कमांडर शेख मोहम्‍मद बिन जायद अल नाहयान ने हिस्सा लिया.

बैठक के मुख्य बिंदु

  • प्रधानमंत्री और अमारात के युवराज ने भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ और अमारात की स्थापना के पचास वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक साझा स्मारक डाक टिकट का लोकार्पण भी किया.
  • अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, कौशल और शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा और सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए साझा लक्ष्य निर्धारित किया गया.
  • सम्मेलन के दौरान एक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किये गये. इस समझौते से दोनों देशों में व्यवसाय को लाभ होगा, एक दूसरे के बाजारों तक पहुंच बढ़ेगी और शुल्कों में कमी आएगी.
  • बैठक में दो सहमति पत्रों पर भी हस्ताक्षर किए गए. इनमें से एक समझौता दोनों देशों के कृषि और खाद्य सुरक्षा विभाग के बीच जबकि दूसरा समझौता भारत के गिफ्ट सिटी और UAE के ग्लोबल मार्किट के बीच हुआ है. दो अन्य समझौते जलवायु परिवर्तन और शिक्षा से संबंधित हैं.

भारत- UAE: एक दृष्टि

UAE, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्‍यापार भागीदार है. UAE में भारतीय समुदाय के करीब 35 लाख लोग रहते हैं. चीन और अमेरिका के बाद, संयुक्त अरब अमीरात दुनिया में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. यह अमेरिका के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य भी है. इसके अलावा, UAE भारत में आठवां सबसे बड़ा निवेशक है.