सरकार ने नगालैंड में निक्की गुट के साथ संघर्ष विराम समझौता किया

केन्द्र सरकार ने नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड- निक्की सुमी (Nikki Sumi) गुट के साथ एक वर्ष के लिए संघर्ष विराम समझौता किया है. यह समझौता नगा शांति प्रकिया को रफ्तार देने के लिए किया गया है.

मुख्य बिंदु

  • इस गुट के दो सौ से अधिक सदस्‍यों ने 83 हथियारों के साथ समर्पण कर शांति प्रक्रिया में हिस्सा लिया. केन्द्र सरकार NSCN (IM) गुट के साथ पहले ही एक समझौते पर हस्ताक्षर कर चुकी है. NSCN (NK), NSCN (R), और NSCN (K) जैसे अन्य नगा गुटों के साथ केन्द्र सरकार का संघर्ष विराम समझौता हुआ है.
  • अगस्त 2019 में केन्द्र सरकार ने NLFT-SD के साथ एक समझौता किया था जिसके तहत त्रिपुरा में इस गुट के 88 कार्यकर्ता 44 हथियारों के साथ समर्पण कर मुख्य धारा में शामिल हुए थे.
  • जनवरी 2021 में बोडो समझौते पर हस्ताक्षर होने पर उग्रवादी गुटों के 2250 से अधिक कार्यकर्ताओं ने 423 हथियारों के साथ असम में आत्मसमर्पण किया और मुख्य धारा में शामिल हुए.
  • इस साल फरवरी में असम के विभिन्न भूमिगत कारबी गुटों के एक हजार चालीस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 338 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद सितम्बर 2021 में कारबी आंगलौंग समझौते पर हस्ताक्षर हुए.