श्रीलंका में गंभीर खाद्य संकट, आर्थिक आपातकाल की घोषणा

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने देश में आर्थिक आपातकाल (Economic Emergency in Sri Lanka) की घोषणा की है. देश की मुद्रा के मूल्य में भारी गिरावट के कारण खाद्य कीमतों में तेजी आने के बाद बढ़ती मुद्रास्फीति को रोकने के लिए श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने यह कदम उठाया है.

‘राष्ट्रपति राजपक्षे ने चावल और चीनी सहित आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी को रोकने के लिए सार्वजनिक सुरक्षा अध्यादेश के तहत आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी. 2 सितम्बर से आपातकाल लागू हो गया है.

सरकार ने एक पूर्व सेना जनरल को आवश्यक सेवाओं के आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है. इस आयुक्त के पास व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं द्वारा जमा किए गए खाद्य स्टॉक को जब्त करने और उनकी कीमतों को रेगुलेट करने की शक्ति होगी.

श्रीलंका में हाल के दिनों में, गिरती स्थानीय मुद्रा और COVID-19 महामारी द्वारा संचालित उच्च वैश्विक बाजार कीमतों के कारण अधिकांश आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. इस साल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले श्रीलंकाई रुपया 7.5 फीसदी गिरा है. इसे देखते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका ने हाल ही में ब्याज दरों में वृद्धि की है.

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट

बैंक के आंकड़ों के अनुसार, श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई के अंत में गिरकर 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया. नवंबर 2019 में जब सरकार ने सत्ता संभाली थी, तब यह 7.5 अरब अमेरिकी डॉलर था.