उड़िया कवि राजेंद्र किशोर पांडा को कुवेम्पु राष्ट्रीय पुरस्कार के लिये चुना गया

उड़िया कवि डॉ. राजेंद्र किशोर पांडा को ‘कुवेम्पु पुरस्कार’ (Kuvempu Rashtriya Puraskar) 2020 के लिये चुना गया है. डॉ. पांडा ओडिशा के एक प्रसिद्ध कवि एवं उपन्यासकार हैं. अब तक उनके कुल 16 कविता संग्रह और एक उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं.
उन्हें वर्ष 2010 में ‘गंगाधर राष्ट्रीय पुरस्कार’ और वर्ष 1985 में ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था.

कुवेम्पु पुरस्कार

  • यह 20वीं सदी के दिवंगत कन्नड़ कवि कुप्पली वेंकटप्पा ‘कुवेम्पु’ की स्मृति में स्थापित एक राष्ट्रीय पुरस्कार है.
  • कुवेम्पु कन्नड़ भाषा के पहले लेखक थे जिन्हें रामायण के उनके स्वयं के संस्करण ‘श्री रामायण दर्शनम’ के लिये ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
  • यह पुरस्कार प्रतिवर्ष भारतीय संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी भाषा के साहित्य में महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले लेखक को दिया जाता है.
  • इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार तथा एक रजत पदक एवं एक प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाता है.