दंडायुतस्वामी मंदिर के प्रसिद्ध पंचामृत प्रसाद को विशिष्ट भौगोलिक पहचान टैग
भारत सरकार के उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय ने तमिलनाडु के पलानी दंडायुतस्वामी मंदिर के प्रसिद्ध पंचामृत प्रसाद को विशिष्ट भौगोलिक पहचान टैग (Geographical Indication Tag- GI टैग) दी है. पलानी दंडायुतस्वामी मंदिर के पंचामृत प्रसाद पाँच प्राकृतिक पदार्थों – केला, गुड़, गाय का घी, शहद और इलायची का संयोजन है. स्वाद के लिए खजूर और हीरा मिश्री मिलाई जाती है.
GI टैग उस वस्तु अथवा उत्पाद को दिया जाता है जो कि विशिष्ट क्षेत्र का प्रतिनिधत्व करती है. GI टैग का पंजीकरण 10 वर्ष के लिए वैध होता है. इसके बाद इसे रीन्यू किया जा सकता है. दार्जीलिंग चाय, तिरुपति लड्डू, कांगड़ा पेंटिंग, नागपुर संतरा तथा कश्मीर पश्मीना इत्यादि कुछ प्रमुख GI टैग के उदाहरण हैं.
जम्मू-कश्मीर में पहली बार वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा
जम्मू-कश्मीर सरकार श्रीनगर में 12 से 14 अक्टूबर तक वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन करेगी. यह अपनी तरह का पहला निवेशक सम्मेलन है जो जम्मू-कश्मीर को अपनी मजबूत रणनीति और क्षमता प्रदर्शित करने का अवसर देगा. यह सम्मेलन राज्य से बाहर के व्यापारिक समुदाय के मन में बसे डर और आशंकाओं को दूर करने का भी अवसर देगा.
भारत की फर्राटा धाविका पीटी उषा को एथलीट आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया
एशियाई एथलेटिक्स संघ (AAA) ने भारत की फर्राटा धाविका पीटी उषा को एथलीट आयोग का सदस्य नियुक्त किया है. उषा AAA एथलीट आयोग के छह सदस्यों में से एक होगी. आयोग के प्रमुख 1992 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैमर थ्रो खिलाड़ी उजबेकिस्तान के आंद्रे अब्दुवालियेव होंगे. आयोग के अन्य सदस्यों में चीन की वांग यू, 2012 लंदन ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता त्रिकूद खिलाड़ी कजाखस्तान की ओल्गा राइपाकोवा , मलेशिया के ली हुप वेइ और सउदी अरब के साद शादाद शामिल हैं.
पीटी उषा: एक परिचय
पीटी उषा भारत के केरल राज्य की एथलीट हैं. वे दक्षिण रेलवे में अधिकारी पद पर कार्यरत हैं. 1985 में उन्हें पद्म-श्री व अर्जुन पुरस्कार दिया गया था. उषा ने अब तक 101 अतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं. उन्हें ‘उड़न परी’, ‘पायोली एक्सप्रेस’, ‘स्वर्ण परी’ आदि उप-नामों से भी जाना जाता है.
1984 में लोस एंजेल ओलंपिक्स में 400 मीटर की बाधा दौड़ में वह फाइनल में 0.01 सेकंड के अंतर से मेडल जीतने से चुक गयी थी. हार के बाद भी पीटी उषा की यह उपलब्धि बहुत बड़ी थी, यह भारत के इतिहास में पहली बार हुआ था, जब कोई महिला एथलीट ओलंपिक के किसी फाइनल राउंड में पहुंची थी. इन्होने 55.42 सेकंड में रेस पूरी की थी, जो आज भी भारत के इवेंट में एक नेशनल रिकॉर्ड है.
भारत ने इंग्लैंड को हराकर शारीरिक दिव्यांगता विश्व T-20 क्रिकेट श्रृंखला जीती
भारत ने T-20 शारीरिक दिव्यांगता विश्व क्रिकेट श्रृंखला 2019 जीत ली है. 13 अगस्त को ब्लैकफिंच में खेले गये इस प्रतियोगिता के फाइनल में भारतीय टीम ने मेजबान इंग्लैंड को 36 रन से हराकर यह श्रृंखला जीती. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट पर 180 रन बनाये. 181 रन के लक्ष्य की पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 9 विकेट पर 144 रन ही बना सकी. 6 देशों के इस टूर्नामेंट का आयोजन इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा किया गया था.
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने भारतीय शारीरिक दिव्यांग टीम को मान्यता तो दी है लेकिन उसे कोई वित्तीय मदद मुहैया नहीं करायी है. भारतीय टीम की के कोच मुंबई के पूर्व कोच सुलक्षण कुलकर्णी हैं.
प्रियम चटर्जी फ्रांसीसी सम्मान पाने वाले पहले भारतीय शेफ बने
फ्रांस सरकार ने 11 अगस्त को भारत के प्रियम चटर्जी को ‘शेवलियर डि ऑर्डिड्यू मेरीटे एग्रीकोलेटो’ (ऑर्डर ऑफ एग्रीकल्चर मेरिट) सम्मान से सम्मानित किया. यह सम्मान भारत के पाक कला परिदृश्य को नये स्वरूप में ढालने में उनके योगदान के लिए दिया गया है. यह सम्मान कृषि, कृषि खाद्य उद्योग और पाक कला के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए फ्रांस सरकार की ओर से दिया जाना वाला सम्मान है. चटर्जी अपने राज्य पश्चिम बंगाल के पारंपरिक व्यजनों को नये रूप में ढालकर फ्रांसीसी स्वरूप देने के लिए जाने जाते हैं.