विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने 19 मार्च को अपनी वैश्विक जलवायु रिपोर्ट 2023 जारी की थी. इस रिपोर्ट में वर्ष 2023 को अब तक का सबसे गर्म वर्ष बताया गया है.
WMO रिपोर्ट 2023: मुख्य बिन्दु
रिपोर्ट में विभिन्न जलवायु संकेतकों में खतरनाक रुझानों पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें रिकॉर्ड तोड़ ग्रीनहाउस गैस स्तर, सतह का तापमान, महासागर की गर्मी और अम्लता, समुद्र का जल स्तर बढ़ना, अंटार्कटिक समुद्री बर्फ का आवरण और ग्लेशियर का पीछे हटना शामिल है.
लू, बाढ़, सूखा, जंगल की आग और तीव्र उष्णकटिबंधीय चक्रवातों ने लाखों लोगों के रोजमर्रा के जीवन में गंभीर व्यवधान पैदा किया और इसके परिणामस्वरूप अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ.
वर्ष 2023 अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा. 2023 के अंत तक, 90% से अधिक महासागर ने वर्ष के दौरान किसी समय लू की स्थिति का अनुभव किया था.
प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि दुनिया भर के ग्लेशियरों में 1950 के बाद से बर्फ की सबसे बड़ी क्षति हुई है, मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तरी अमेरिका और यूरोप में गंभीर पिघलाव के कारण.
2022 में, तीन मुख्य ग्रीनहाउस गैसों – कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड – का स्तर नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया. यह प्रवृत्ति 2023 में भी जारी रही.
2023 में, पृथ्वी की सतह पर औसत तापमान औद्योगीकरण से पहले 1850 से 1900 के औसत तापमान से 1.45 ± 0.12 डिग्री सेल्सियस अधिक था. यह 2023 को पिछले 174 वर्षों में दर्ज किया गया सबसे गर्म वर्ष बनाता है. 2014 से 2023 तक, औसत वैश्विक तापमान 1850 से 1900 के औसत तापमान से 1.20±0.12°C अधिक था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-03-21 21:29:072024-03-22 17:42:00विश्व मौसम विज्ञान संगठन वैश्विक जलवायु रिपोर्ट 2023 जारी की