नई दिल्‍ली में क्‍वाड थिंक टैंक फोरम की बैठक आयोजित की गई

क्‍वाड थिंक टैंक फोरम (Quad Think Tank Forum) की बैठक 26 फ़रवरी को नई दिल्‍ली में आयोजित की गई थी. इस फ़ोरम में भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका के विदेश मंत्री शामिल हुए थे.

मुख्य बिन्दु

  • भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड दुनिया को पांच संदेश देता है. इनमें से सबसे अहम संदेश यह है कि आज के दौर में कोई भी हमारी मर्जी, हमारी इच्छा पर वीटो नहीं लगा सकता.
  • जयशंकर ने कहा कि क्वाड वैश्विक ज़रूरतों से फिर से उभरा है. उन्होंने कहा कि क्वाड के चार देश- भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका का समूचे विश्व के लिए एक साथ आना बहुत अच्छा है.
  • विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने कहा है कि क्‍वाड चार बड़े जीवंत लोकतंत्रों के लिए एक महत्‍वपूर्ण और स्‍थायी मंच बन गया है. ये चारों लोकतंत्र मुक्त और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र के पक्षधर हैं.

‘क्वाड’ क्या है?

  • ‘क्वाड’ (QUAD) का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue (QSD) है. यह ‘भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान’ का चतुष्कोणीय गठबंधन है. यह चीन के साथ भू-रणनीतिक चिंताओं के मद्देनजर गठित की गयी है.
  • जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा भारत के परामर्श से 2007 में ‘क्वाड’ की शुरुआत की थी. 2008 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा इस ग्रुप से बाहर आने के कारण यह संगठन शिथिल पड़ गया था, लेकिन बाद में वह पुन: इस वार्ता में शामिल हो गया.
  • 2017 में, इस अनौपचारिक समूह को पुनर्जीवित किया गया ताकि एशिया में चीन के आक्रामक उदय को संतुलित किया जा सके.
  • क्‍वाड संगठन का उद्देश्य इस क्षेत्र में वैध और महत्वपूर्ण हित रखने वाले सभी देशों की सुरक्षा और उनके आर्थिक सरोकारों का ध्यान रखना है.
  • क्वाड का विजन ‘free and open Indo-Pacific (FOIP)’ और पूर्व और दक्षिण चीन समुद्र में एक नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था है.