चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न
सरकार ने 9 फ़रवरी को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किए जाने की घोषणा की थी.
इससे पूर्व बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी इस सम्मान से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी.
चौधरी चरण सिंह
चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें प्रधानमंत्री थे. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की.
नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव देश के नौवें प्रधानमंत्री थे. प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है.
डॉ. एमएस स्वामीनाथन
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए. डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की.
लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में शामिल हैं. वे 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 7वें उप-प्रधानमंत्री रहे. आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में हुई थी. यहां से उन्होंने देश के उप प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया.
कर्पूरी ठाकुर
कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे. उनकी पहचान अति पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के तौर पर होती है. बिहार की राजनीति में ग़रीब गुरबों की सबसे बड़ी आवाज़ बन कर उभरे थे. कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे.
इस वर्ष 5 व्यक्तियों को यह सम्मान देने की घोषणा की गई है. इनके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है.
भारत रत्न (Bharat Ratna): एक दृष्टि
- भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाता है.
- इस सम्मान की शुरुआत 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी।
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को पीपल के पत्ते के आकार का पदक और भारत के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) प्रदान किया जाता है.
- आमतौर पर भारत में जन्मे नागरिकों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, लेकिन मदर टेरेसा और दो गैर-भारतीयों, पाकिस्तान के राष्ट्रीय खान अब्दुल गफ्फार खान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रदान किया गया है।
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति कोई राशि नहीं मिलती, लेकिन कैबिनेट मंत्री बराबर अति विशिष्ट का दर्जा मिलता है.
- सबसे पहला भारत रत्न सम्मान स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में दिया गया था।
- सचिन तेन्दुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं.
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची
अब तक 53 व्यक्तियों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.
चौधरी चरण सिंह | 2024 |
पीवी नरसिम्हा राव | 2024 |
डॉ एमएस स्वामीनाथन | 2024 |
लालकृष्ण आडवाणी | 2024 |
कर्पूरी ठाकुर | 2024 |
प्रणब मुखर्जी | 2019 |
भूपेन हजारिका | 2019 |
नानाजी देशमुख | 2019 |
मदन मोहन मालवीय | 2015 |
अटल बिहारी वाजपेयी | 2015 |
सचिन तेंदुलकर | 2014 |
सीएनआर राव | 2014 |
पंडित भीमसेन जोशी | 2008 |
लता दीनानाथ मंगेशकर | 2001 |
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान | 2001 |
प्रो. अमर्त्य सेन | 1999 |
गोपीनाथ बोरदोलोई | 1999 |
जयप्रकाश नारायण | 1999 |
पंडित रविशंकर | 1999 |
चिदंबरम सुब्रमण्यम | 1998 |
मदुरै शनमुखावदिवु सुब्बुलक्ष्मी | 1998 |
डॉ. अबुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम | 1997 |
अरुणा आसफ अली | 1997 |
गुलजारी लाल नंदा | 1997 |
जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा | 1992 |
मौलाना अबुल कलाम आजाद | 1992 |
सत्यजीत रे | 1992 |
मोरारजी रणछोड़जी देसाई | 1991 |
राजीव गांधी | 1991 |
सरदार वल्लभभाई पटेल | 1991 |
डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर | 1990 |
डॉ. नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला | 1990 |
मरुदुर गोपालन रामचंद्रन | 1988 |
खान अब्दुल गफ्फार खान | 1987 |
आचार्य विनोबा भावे | 1983 |
मदर टेरेसा | 1980 |
कुमारस्वामी कामराज | 1976 |
वराहगिरी वेंकट गिरी | 1975 |
इंदिरा गांधी | 1971 |
लाल बहादुर शास्त्री | 1966 |
डॉ. पांडुरंग वामन केन | 1963 |
डॉ. जाकिर हुसैन | 1963 |
डॉ. राजेंद्र प्रसाद | 1962 |
डॉ. बिधान चंद्र रॉय | 1961 |
पुरुषोत्तम दास टंडन | 1961 |
डॉ. धोंडे केशव कर्वे | 1958 |
पं. गोविंद बल्लभ पंत | 1957 |
डॉ. भगवान दास | 1955 |
जवाहरलाल नेहरू | 1955 |
डॉ. मोक्षगुंडम विवेस्वराय | 1955 |
चक्रवर्ती राजगोपालाचारी | 1954 |
डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन | 1954 |
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 1954 |