नई दिल्‍ली में नौवां रायसीना संवाद आयोजित किया गया

नौवें रायसीना संवाद (9th Raisina Dialogue) का आयोजन दिल्‍ली में 21 से 23 फ़रवरी तक नई दिल्ली में किया गया था. इस संस्करण का विषय था- “चतुरंगा: संघर्ष, प्रतियोगिता, सहयोग और निर्माण”. इस संवाद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था. ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस उद्घाटन सत्र में मुख्‍य अतिथि के रूप में शाामिल हुए थे.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन में, दुनिया के नीति निर्माता और विचारक, छह विषयों पर बातचीत किए. इनमें टेक फ्रंटियर्स: विनियम और वास्तविकताएं, ग्रह के साथ शांति: निवेश और नवाचार, युद्ध तथा शांति: शस्त्रागार और विषमताएं शामिल थे. ​
  • लगभग 115 देशों के 2500 से अधिक प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से संवाद में भाग लिए. यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस मुख्‍य अतिथि के रुप में शामिल हुए और मुख्‍य भाषण दिए.
  • इस संवाद में मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष, सैन्य कमांडर, उद्योगपति, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ, शिक्षाविद, पत्रकार और रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञ सहित सौ से अधिक देशों के प्रतिनिधि ने भागीदारी की.
  • विदेश मंत्री सु्ब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने रायसीना संवाद से अलग रोमानिया, मॉरिशस, नेपाल, भूटान और डेनमार्क के विदेश मंत्री के साथ वार्ता की.
  • वर्ष 2024 भारत और डेनमार्क के बीच राजनयिक संबंधों के 75वें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम ने डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने एक संयुक्‍त प्रतीक चिन्‍ह का अनावरण भी किया.

रायसीना संवाद: एक दृष्टि

  • रायसीना संवाद भौगोलिक-राजनीति और भौगोलिक अर्थशास्‍त्र पर भारत का महत्‍वपूर्ण वैश्विक सम्मेलन है. इसकी शुरूआत वर्ष 2016 में हुई थी.
  • यह सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष अत्‍यधिक चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
  • यह सम्‍मेलन संवाद के द्वारा बेहतर समन्वय स्थापित करने की भारत की पहचान को दर्शाता है.
  • भारत के विदेश मंत्रालय का मुख्यालय रायसीना पहाड़ी (साउथ ब्लॉक), नई दिल्ली में स्थित है, इसी के नाम पर इसे रायसीना डायलॉग के रूप में जाना जाता है.
  • इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है.