दुर्लभ और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों की नीलामी शुरू

सरकार दुर्लभ और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण खनिज पदार्थों की नीलामी शुरू की है. नीलामी का उद्देश्‍य अर्थव्यवस्था के साथ साथ स्‍वच्‍छ ऊर्जा को बढ़ावा देना है.

केन्द्रीय कोयला और खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने 29 नवंबर को इस नीलामी प्रक्रिया के पहले चरण की शुरुआत की थी. इस चरण में 20 ब्लॉकों की बिक्री शुरू हुई है. इस नीलामी में  लिथियन और ग्रेफाइट जैसे मिनरल्स के लिए बोली मंगाई गई है.

मुख्य बिन्दु

  • बिक्री के लिए रखे ये 20 ब्लॉक देश भर में फैले हुए हैं. ये खनिज देश के आर्थिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अहम माने जाते हैं.
  • खान मंत्रालय के अनुसार यह एक ऐतिहासिक पहल है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ाएगी और स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की ओर हमारे संक्रमण का समर्थन करेगी.
  • भारत वर्ष  2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 50 प्रतिशत बिजली उत्पादन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. ऊर्जा क्षेत्र में इस महत्वाकांक्षी योजना से इलेक्ट्रिक कारों, वायु और सौर ऊर्जा परियोजनाओं तथा बैटरी भण्डारण प्रणालियों की माँग बढेगी और इन खनिज पदार्थों की मांग में भी वृद्धि होगी.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा है, इस कारण देश में पहली बार ‘महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिजों’ की ऑनलाइन नीलामी का ऐलान एक बेहद महत्वाकांक्षी कदम है.
  • दरअसल, लिथियम की बढ़ती जरूरतों के मद्देनजर भारत सरकार इसकी सप्लाई चेन सुरक्षित करने के तरीके तलाश रही है. इसी क्रम में विदेशों में खानों की खुदाई और उनसे निकले महत्वपूर्ण खनिजों की प्रोसेसिंग के लिए खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड (KABIL) की स्थापना वर्ष 2019 में की गई.
  • इस संयुक्त उद्यम कंपनी की स्थापना तीन केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों- नैशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (NALCO), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) और मिनरल एक्सप्लोरेशन कंपनी लिमिटेड की भागीदारी के साथ की गई.
  • यह उद्यम विदेशों में रणनीतिक खनिजों की पहचान, अधिग्रहण, विकास और प्रसंस्करण का काम देखता है.
  • भारत, दुनिया के टॉप ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जकों में से एक है, जो ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना और चिली जैसे संसाधन संपन्न देशों में प्रमुख खनिजों को सुरक्षित करने के लिए विदेशी समझौते कर रहा है.

नीलामी के लिए जारी 20 खनिज भंडारों की लिस्ट

ओडिसा, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और गुजरात स्थित इन ब्लॉकों में ग्रेफाइट, लिथियम, मॉलिबेडनम, निकल, कॉपर और पोटाश के खान शामिल हैं.

ब्लॉक का नामखनिजराज्य
चुटिया-नौहट्टा ग्लूकोनाइट ब्लॉकग्लूकोनाइटबिहार
पिपराडीह-भुरवा ग्लूकोनाइट ब्लॉकग्लूकोनाइटबिहार
गेनजाना निकेल, क्रोमियम और पीजीई ब्लॉकनिकेल, क्रोमियमबिहार
कुंडोल निकेल और क्रोमियम ब्लॉकनिकेल और क्रोमियमगुजरात
मुस्कनिया-गारेरियातोला-बरवाड़ी पोटाश ब्लॉकपोटाशझारखंड
दुधियासोल पूर्व निकेल और तांबा ब्लॉकनिकेल और तांबाओडिशा
बाबजा ग्रेफाइट और मैंगनीज ब्लॉकग्रेफाइट और मैंगनीज अयस्कओडिशा
बिरपल्ली ग्रेफाइट और मैंगनीज ब्लॉकग्रेफाइट और मैंगनीजओडिशा
अखरखटा ग्रेफाइट ब्लॉकग्रेफाइटओडिशा
वेल्लाक्कल सेंट्रल (सेगमेंट-ए) मोलिब्डेनम ब्लॉकमोलिब्डेनम अयस्कतमिलनाडु
नोचिपट्टी मोलिब्डेनम ब्लॉकमोलिब्डेनम अयस्कतमिलनाडु
वेलम्पट्टी उत्तर ए और बी मोलिब्डेनम ब्लॉकमोलिब्डेनम अयस्कतमिलनाडु
कुरुंजकुलाम ग्रेफाइट ब्लॉकग्रेफाइटतमिलनाडु
इलुप्पाकुडी ग्रेफाइट ब्लॉकग्रेफाइटतमिलनाडु
मन्नादीपट्टी सेंट्रल मोलिब्डेनम ब्लॉकमोलिब्डेनमतमिलनाडु
मरुदिपट्टी (सेंट्रल) मोलिब्डेनम ब्लॉकमोलिब्डेनमतमिलनाडु
कुर्चा ग्लूकोनाइट ब्लॉकग्लूकोनाइटउत्तर प्रदेश
पहाड़ी कलां-गोरा कलां फॉस्फोराइट ब्लॉकफॉस्फोराइटउत्तर प्रदेश
सालल-हैमना लिथियम, टाइटेनियम और बॉक्साइट (एल्यूमिनस लेटेराइट) ब्लॉकलिथियम, टाइटेनियम और बॉक्साइट (एल्यूमिनस लेटेराइट)जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश
कटघोरा लिथियम और आरईई ब्लॉकलिथियम और आरईईछत्तीसगढ़