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श्रीमती रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

  • श्रीमती रेखा गुप्ता ने 20 फ़रवरी को नई दिल्ली के प्रतिष्ठित रामलीला मैदान में दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
  • इसी के साथ 6 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. इनमें प्रवेश सिंह, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह और डॉ. पंकज सिंह शामिल हैं.
  • श्रीमती रेखा गुप्ता को दिल्ली भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया था. इसके बाद उन्होंने राज निवास में उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
  • दिल्ली विधानसभा चुनाव में रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग सीट से जीत हासिल की है.
  • रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री और भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. उनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं.
  • हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिल था. भाजपा के 48 उम्मीदवार जबकि आम आदमी पार्टी के 20 उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे. दिल्ली विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 70 है.

हरियाणा और जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित

हाल ही में संपन्न हरियाणा और जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 अक्तूबर को घोषित कर दिया गए. हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबकि जम्मू और कश्मीर में काँग्रेस और नेशनल कान्‍फ्रेंस के गठबंधन ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया.

हरियाणा

  • 90 सदस्‍यीय हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP ने 48 विधानसभा सीटें और कांग्रेस ने 37 सीटें जीती. इंडियन नेशनल लोकदल को दो सीटें मिली. तीन विधानसभा क्षेत्रों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की.
  • भाजपा नेता और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाडवा सीट पर 16 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है.
  • भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में तीसरी बार ऐतिहासिक जीत हासिल की है और अब वह राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी.

जम्मू और कश्मीर

  • केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में जिन 90 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की. साथ ही, गठबंधन सहयोगी कांग्रेस ने 6 सीट हासिल की है.
  • यहाँ भारतीय जनता पार्टी ने 29, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 3 और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी व आम आदमी पार्टी ने एक-एक सीट जीती. निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की.
  • नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल ने अपने उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में एनसी के विधायक दल का नेता चुना है.

आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में नए विधानसभा का गठन

भारत के चार राज्यों में हाल ही में नए विधानसभा का गठन हुआ है. ये राज्य हैं- आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम. हाल ही में संपन्न 18वीं लोकसभा के चुनाव के साथ इन राज्यों में विधानसभा चुनाव भी कराए गए थे. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में मतगणना 2 जून को जबकि आंध्र प्रदेश में ओडिशा 4 जून को मतगणना हुई थी.

सिक्किम

  • सिक्किम में 11वीं विधानसभा का गठन हुआ है. प्रेम सिंह तमांग ने 10 जून 2024 को लगातार दूसरी बार सिक्किम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
  • प्रेम सिंह तमांग सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के नेता हैं. एसकेएम ने चुनाव में सिक्किम विधान सभा की 32 में से 31 सीटें जीतकर वापस सत्ता में आ गई थी.

अरुणाचल प्रदेश

  • अरुणाचल प्रदेश में 11वीं विधान सभा का गठन हुआ है. पेमा खांडू ने 13 जून 2024 को लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के टी परनायक ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
  • भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता पेमा खांडू के नेतृत्व वाली भाजपा ने 46 पर जीत हासिल की थी. अरुणाचल प्रदेश विधान सभा में 60 सीटें हैं, लेकिन चुनाव केवल 50 सीटों पर हुए थे. 10 विधानसभा सीटों के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए थे.

आंध्र प्रदेश

  • आंध्र प्रदेश में 17वीं विधान सभा का गठन हुआ है. यहाँ 12 जून 2024 को नारा चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. विजयवाड़ा में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. वे आंध्र प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री हैं.
  • नारा चंद्रबाबू नायडू तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता हैं. 13 मई 2024 को हुए चुनाव में टीडीपी, बीजेपी और जनसेना के गठबंधन ने आंध्र प्रदेश विधानसभा की 175 सीटों में से 164 सीटें जीतीं थी.
  • टीडीपी ने 135, जनसेना ने 21 और बीजेपी ने 8 सीटें जीतीं जबकि सत्ताधारी मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को केवल 11 सीटें मिलीं.

ओडिशा

  • ओडिशा में 17वीं विधानसभा का गठन हुआ है. यहाँ मोहन चरण माझी ने 12 जून 2024 को राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल रघुबर दास ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
  • मोहन चरण माझी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पहले नेता हैं जो ओडिशा के मुख्यमंत्री बनें हैं. गिरिधर गमांग और हेमानंद बिस्वाल (दोनों कांग्रेस पार्टी से) के बाद वह ओडिशा के मुख्यमंत्री बनने वाले तीसरे आदिवासी हैं.
  • 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा के लिए चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ, चार चरणों- 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून 2024 को हुए थे. चुनाव में भाजपा ने 78 सीटें जीतकर विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल किया था.
  • भाजपा की जीत से ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में नवीन पटनायक का 24 साल का निर्बाध शासन भी समाप्त हो गया.

भारतीय आम चुनाव 2024: भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया

18वीं लोकसभा के लिए हाल ही में हुए मतदान के मतों की गिनती 4 जून को हुई थी. इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया.

आम चुनाव 2024: मुख्य बिन्दु

  • यह आम चुनाव, 18वीं लोकसभा के लिए था. मौजूदा 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है.
  • इस चुनाव में देशभर की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में वोट डाले गए थे. चुनाव की प्रक्रिया 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तकचली थी. मतगणना 4 जून को हुई.
  • इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया. भाजपा ने सर्वाधिक 240 सीटें जीती. तेलुगु देशम को 16 और जनता दल यूनाईटेड को 12 सीटें मिली हैं.
  • आई.एन डी.आई ए गठबंधन को 233 सीटें मिली हैं. अन्य के खाते में 18 सीटें गयी हैं. कांग्रेस को 99 सीटें हासिल की जबकि समाजवादी पार्टी को 37 सीटें मिलीं और तृणमूल कांग्रेस को 29 डीएमके 22 सीटें जीतने में कामयाब रही.
  • निर्वाचन आयोग के अनुसार, लोकसभा चुनाव 2024 में रजिस्टर्ड मतदाता की संख्या 96.86 करोड़ थी. इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 49.72 करोड़ है और महिला मतदाता 47.15 करोड़ थे. थर्ड जेंडर के कुल 48,044 मतदाता हैं.
  • 1.82 करोड़ वोटर्स ने पहली बार वोट किए. 100 साल से ज्‍यादा उम्र वाले वोटर्स की संख्या भी 2 लाख से ज्‍यादा थी. देशभर में 10.5 लाख से ज्‍यादा पोलिंग बूथ, इनपर 55 लाख से ज्‍यादा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) की मदद से चुनाव कराए गए थे.

आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव

हाल ही में संपन्न 18वीं लोकसभा के चुनाव के साथ दौरान आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी कराए गए थे.

अरुणाचल प्रदेश

  • अरुणाचल प्रदेश में 60 सदस्यीय विधान सभा है. हालाँकि, चुनाव 50 सीटों के लिए हुआ था, क्योंकि पेमा खांडू सहित 10 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए थे.
  • जिन 50 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से भाजपा ने 36 सीटें जीतीं, जिससे उसकी विधान सभा में सीटों की कुल संख्या 46 हो गई.
  • पेमा खांडू पहले कांग्रेस पार्टी में थे और 2016 में वे अपने 43 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे, तब से भाजपा राज्य में सत्ता में है.

सिक्किम

  • मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व में सिक्किम कांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने 2024 सिक्किम विधान सभा चुनाव में भारी जीत हासिल की. एसकेएम ने 32 विधानसभा सीटों में से 31 सीटें जीतीं.
  • सिक्किम के पांच बार के मुख्यमंत्री और आठ बार के विधायक सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पवन कुमार चामलिंग, पोकलोक कामरंग और नामचेयबंग दोनों विधानसभा क्षेत्रों से हार चुनाव गए.
  • पवन चामलिंग 1994 से 2019 तक सिक्किम के मुख्यमंत्री थे. पवन चामलिंग भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें है. बीजू जनता दल के नवीन पटनायक और ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री, भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहें हैं.

ओडिशा

  • ओडिशा में भाजपा को 78 विधानसभा सीटों पर जीत मिली. सत्तारुड़ बीजद को 51, कांग्रेस को 14 और अन्य को 4 सीटों पर जीत मिली. ओडिशा विधानसभा में कुल 147 सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 74 सीटों की जरूरत है.
  • ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपनी विधानसभा सीट से भी चुनाव हार गए. बीते 24 साल से ओडिशा की सत्‍ता में काबित सीएम पटनायक अब तक एक भी बार चुनाव नहीं हारें थे.

आंध्र प्रदेश

  • आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी)-भाजपा गठबंधन ने बहुमत हासिल किया है. टीडीपी सबसे बड़ी पार्टी बनी और 135 सीटें जीतीं. वहीं JnP को 21 और भाजपा को 8 सीटें मिली. सत्तारुड YSRCP को 11 सीटें मिलीं.
  • आंध्र प्रदेश विधानसभा में कुल 175 सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 88 सीटों की जरूरत है.

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में नए मुख्यमंत्री

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा के लिए हाल ही में चुनाव कराए गए थे. इन चुनाव परिणाम के बाद इन राज्यों में नए मुख्यमंत्रियों ने शपथ ली.

चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने जबकि तेलंगाना में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था. मिजोरम विधानसभा में जेडपीएम को बहुमत प्राप्त हुआ था.

मुख्य बिन्दु

  • तेलंगाना में कांग्रेस के ए. रेवंत रेड्डी ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल तमिलिसाई सौन्‍दर्यराजन ने उन्हें पद तथा गोपनीयता की शपथ दिलाई. यहाँ कांग्रेस ने 119 में से 64 सीटों पर जीत हासिल की थी. तेलंगाना में कांग्रेस के गद्दाम प्रसाद कुमार को निर्विरोध विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है.
  • मिजोरम में जोरम पीपुल्‍स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता ललदूहोमा ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. राज्‍यपाल डॉ हरीबाबू कम्‍भापति श्री ललदूहोमा को शपथ दिलाई. जेडपीएम नेता और पूर्व आईपीएस अधिकारी ललदूहोमा को की पाटी को 40 सदस्‍यीय विधानसभा में 27 सीटे मिली थी.
  • भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता विष्णुदेव साय ने छत्‍तीसगढ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. यहाँ के कुल 90 सीटों में से भाजपा ने 54 सीटों पर जीत हासिल की थी. विष्‍णुदेव साय राज्‍य में कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं.
  • मध्‍य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें शपथ दिलाई. राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है.
  • राजस्‍थान में भारतीय जनता पार्टी नेता भजन लाल शर्मा ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली. राज्‍यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. दीया कुमारी और प्रेम चन्‍द बैरवा को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है.

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव संपन्न

राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा के लिए हाल ही में चुनाव कराए गए थे. इन चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने जबकि तेलंगाना में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया. मिजोरम विधानसभा में जेडपीएम को बहुमत मिला.

मुख्य बिन्दु

  • राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटों में से 199 सीटों के लिए चुनाव हुए थे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 115 सीटें, कांग्रेस ने 69 सीटें, भारत आदिवासी पार्टी ने 3 और बहुजन समाज पार्टी ने 2 सीटें और राष्ट्रीय लोक दल और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने 1-1 सीटें जीती. आठ निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी रहे.
  • चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
  • मध्य प्रदेश में कुल 220 सीटों में से सत्तारूढ़ भाजपा ने 163 सीटें जीतकर राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल किया. कांग्रेस ने 66 सीटों पर जीत हासिल की. 1 सीट अन्‍य के खाते में गई.
  • मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल को अपना इस्तीफा दे दिया.  मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे.
  • छत्तीसगढ़ में कुल 90 सीटों में से भाजपा ने 54 सीटों पर जीत हासिल की. सत्तारूढ़ कांग्रेस को 35 सीटें मिली. चुनाव परिणाम के बाद निवर्तमान मुख्यमंत्री बघेल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. विष्णुदेव साय नए मुख्यमंत्री होंगे.
  • तेलंगाना में कांग्रेस ने 119 में से 64 सीटों पर जीत हासिल की. सत्तारूढ़ बीआरएस को केवल 39 सीटें मिली हैं. भाजपा 8 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही. एआईएमआईएम ने 7 सीटें जीती. सीपीआई को 1 सीट मिली.
  • तेलंगाना के वर्तमान मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपना इस्तीफा दे दिया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी अगले मुख्यमंत्री होंगे.
  • मिजोरम में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने पूर्ण बहुमत हासिल किया. चालीस सदस्‍यों की विधानसभा में उसे 27 सीटें मिली. मिज़ो नेशनल फ्रंट ने 10 भारतीय जनता पार्टी ने 2 और कांग्रेस ने 1 सीट जीती. जेडपीएम के नेता लालदुहोमा शुक्रवार को मिजोरम के नए मुख्यमंत्री होंगे.

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में नए विधानसभा का गठन

गुजरात और हिमाचल प्रदेश में नए विधानसभा का गठन हुआ है. इन दोनों राज्यों में हाल ही में विधानसभा चुनाव कराए गए थे. मतगणना 8 दिसम्बर को संपन्न हुआ था.

भूपेन्द्र पटेल पुनः गुजरात के मुख्यमंत्री बने

  • गुजरात विधानसभा के कुल 182 सीटों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 156 सीटें जीत कर बहुमत प्राप्त किया था. इस विधानसभा में कांग्रेस ने 17 और आम आदमी पार्टी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी.
  • राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुजरात में नए विधानसभा के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए चौदहवीं विधानसभा को भंग कर दिया था. इससे पहले राजभवन में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अपने पूरे मंत्रिमंडल सहित अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था.
  • प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते BJP ने अगली सरकार बनाने का दावा भी पेश किया. BJP के नव-निर्वाचित विधायकों की बैठक में भूपेन्द्र पटेल को विधायक दल का नेता चुना गया था.
  • भूपेन्द्र पटेल ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की दूसरी बार शपथ 12 दिसम्बर को ली. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. पटेल सितंबर 2021 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे. वे घाटलोडिया सीट से विधानसभा सदस्य चुने गए हैं.

सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री

  • हिमाचल प्रदेश विधानसभा के कुल 68 सीटों में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस ने 40 सीटें जीत कर बहुमत प्राप्त किया था. इस विधानसभा में BJP ने 25 सीटों पर विजय प्राप्त की थी.
  • काँग्रेस ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री उप-मुख्यमंत्री चुना. हिमाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान को अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए अधिकृत किया था.
  • सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हैं. वे नदौण से वर्तमान सहित पांच बार के विधायक हैं.
  • उन्होंने 11 दिसम्बर को हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किये गए

देश के पांच राज्य उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखण्‍ड, गोवा, मणिपुर और पंजाब के विधानसभा सदस्यों के चुनाव की मतगणना के नतीजे 10 मार्च को घोषित किये गए. इन चारों राज्यों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक विभिन्न चरणों में मतदान हुए थे.

इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखण्‍ड, गोवा और मणिपुर में सत्ता बनाए रखी. पंजाब विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की .

उत्‍तर प्रदेश

उत्‍तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की ऐतिहासिक सफलता मिली. 403 सदस्‍यों की विधानसभा में उसे 255 सीटे मिली हैं. सहयोगी पार्टियां अपना दल (सोनेलाल) ने 12 सीट और निषाद पार्टी ने 6 सीट जीती. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर सीट से जीत हासिल की.

समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 111 सीट पर जीत हासिल की. उसके सहयोगी राष्‍ट्रीय लोकदल ने 8, जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 6 सीटों पर जीत मिली. जनसत्‍ता दल लोकतांत्रिक को दो सीटें मिली हैं. इस चुनाव में कांग्रेस को दो सीटें मिली जबकि बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट जीत सकी.

उत्तराखंड

70 सदस्यों की उत्तराखंड विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को 47 सीटों पर विजय मिली. कांग्रेस ने 19 सीट जीती. बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवार 2-2 सीटों पर विजयी रहें. मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी चुनाव हार गए.

गोआ

गोआ में भाजपा को 40 सदस्यों की विधानसभा में 20 सीटें मिली. कांग्रेस 11 सीटों पर जीतने में सफल रही. महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और आम आदमी पार्टी को दो-दो सीट मिली. रिवॉल्‍यूशनरी गोअंस पार्टी ने एक सीट जीती. गोआ फॉरवर्ड पार्टी को भी एक सीट मिली. तीन निर्दलीय प्रत्‍याशी भी जीतने में सफल रहे.

मणिपुर

मणिपुर में भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीती. नेशनल पीपुल्स पार्टी को सात सीटें मिली. जनता दल-यूनाइटेड ने छह सीटें जबकि कांग्रेस पांच सीटें जीतने में सफल रही. नगा पीपुल्स फ्रंट को पांच सीटों पर कामयाबी मिली.

पंजाब

आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत हासिल की. पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से उसे 92 सीटें मिली. सत्ताधारी कांग्रेस को 18, शिरोमणि अकाली दल को तीन और भाजपा को दो सीटें मिली. बहुजन समाज पार्टी और एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एक-एक सीट जीती.

निर्वाचन आयोग ने पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा की

निर्वाचन आयोग ने पांच राज्‍यों- गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्‍तराखंड और उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की हैं. यह घोषणा मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुशील चन्‍द्रा ने 8 जनवरी को नई दिल्‍ली में की. श्री चंद्रा ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया 14 जनवरी को शुरू होगी. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है.

मुख्य बिंदु

  • इस घोषणा के तहत उत्‍तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा.
  • पंजाब, उत्‍तराखंड और गोवा में एक चरण में 14 फरवरी को चुनाव कराया जाएगा.
  • मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में मतदान होगा.
  • इन सभी राज्‍यों में मतगणना 10 मार्च को होगी.
  • प्रत्‍येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक मतदान केन्‍द्र ऐसा होगा, जहां सभी कर्मचारी महिलाएं होंगी.

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किये गए

देश के पांच राज्य पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुद्दुचेरीके विधानसभा सदस्यों के चुनाव की मतगणना के नतीजे 3 अक्टूबर को घोषित किये गए. इन चारों राज्यों में मार्चा और अप्रैल में विभिन्न चरणों में मतदान हुए थे.

  1. पश्चिम बंगाल: 294 सदस्यों की पश्चिम बंगाल विधानसभा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 213 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 77 सीटें जीत कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है. यहाँ मुख्य विपक्षी पार्टी रही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (MKP) और कांग्रेस एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी.
  2. तमिलनाडु: 234 सदस्यों की तमिलनाडु विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने 133 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है. यहाँ सत्तारूढ़ AIADMK ने 66 सीटें जीतने में सफल रही.
  3. केरल: 140 सदस्यों की केरल विधानसभा में सत्तारूढ़ वामपंथी मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (CPI-M) ने 62 सीटें जीती. यहाँ मुख्य विपक्षी कांग्रेस 21 सीटें जीतने में सफल रही.
  4. असम: 126 सदस्यों की असम विधानसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 60 सीटें जीती. यहाँ मुख्य विपक्षी कांग्रेस 29 सीटें मिली.
  5. पुद्दुचेरी: 60 सदस्यों की पुद्दुचेरी विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी AINRC और BJP के गठबंधन ने 16 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है. यहाँ सत्तारूढ़ कांग्रेस 2 सीटें जीतने में सफल रही.

नीतीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की

नीतीश कुमार ने 16 नवम्बर को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की. राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. उन्होंने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है.

शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के साथ कुल 15 नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली. इसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) से 7, मुख्यमंत्री समेत वाली जनता दल U (JDU) से 6 और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) व विकासशील इंसान पार्टी (VIP) से एक-एक नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली.

बहुमत के लिए 122 सदस्यों की जरूरत

243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा के लिए हाल ही में चुनाव कराये गये थे. राज्य विधानसभा या लोकसभा में बहुमत के लिए आधे से अधिक निर्वाचित सदस्यों की जरूरत होती है. इस प्रकार यहाँ सरकार बनाने के लिए 122 या इससे अधिक सदस्यों की जरूरत थी.

इस चुनाव में राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक गठवंधन (NDA) को 125 सीटें मिलीं थीं. NDA के घटक दलों में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली JDU को 43 सीटें मिलीं जबकि BJP को 74 सीट हासिल हुई थी. दो अन्य घटक दलों VIP और HAM को 4-4 सीटें प्राप्त हुई. इस चुनाव में 75 सीटें जीत कर राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी रही.

तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उप-मुख्यमंत्री का पद

BJP ने कटिहार से निर्वाचित विधायक तारकिशोर प्रसाद को विधानमंडल दल का नेता और बेतिया से निर्वाचित विधायक रेणु देवी को विधानमंडल दल का उप-नेता चुना है. इन्हें राज्य में उप-मुख्यमंत्री का पद दिया गया है.

उप-मुख्यमंत्री का पद: एक दृष्टि

  • भारतीय संविधान में उप-प्रधानमंत्री या उप-मुख्यमंत्री पद का कोई उल्लेखन नहीं है अर्थात यह पद संवैधानिक नहीं है. इस पद पर आसीन व्यक्ति को प्रधानमंत्री/ मुख्यमंत्री की शक्तियां प्राप्त नहीं होतीं और न ही वह प्रधानमंत्री/ मुख्यमंत्री अनुपस्थिति में प्रदेश की अगुवाई कर सकता है. उसे कोई अतिरिक्त वेतन, भत्ता देने का भी प्रावधन नहीं है.
  • पंडित नेहरू की सरकार में सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के पहले उप-प्रधानमंत्री थे. इसके बाद मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह और जगजीवन राम भी उप-प्रधानमंत्री रहे. हालांकि देवीलाल पहले ऐसे नेता रहे, जिन्होंने 1989 में उप-प्रधानमंत्री की बकायदा शपथ ली थी.
  • एसएम कृष्णा देश का पहला उप-मुख्यमंत्री थे. कर्नाटक में 1994 में वह उप-मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद कर्नाटक में ही 2004 में सिद्धारमैया उप-मुख्यमंत्री बने थे.