म्यामांर में सेना ने तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा किया
म्यामांर में हाल ही में सेना ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है. सेना के कमांडर-इन-चीफ मिन आंग ह्लाइंग ने तख्तापलटने के बाद एक साल के आपातकाल की घोषणा कर दी. तख्तापलट के बाद सेना ने देश की वरिष्ठ नेता आंग सान सू ची, राष्ट्रपति यू विन मिंत सहित सत्ताधारी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी पार्टी के कई अन्य नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों को हिरासत में ले लिया. इस बीच, सेना ने 11 सदस्यीय नये मंत्रिमंडल की घोषणा की है.
घटनाक्रम: एक दृष्टि
- म्यांमार की सेना ने नवंबर 2020 में हुए चुनाव में भरी गड़बड़ी होने की आशंका जताई थी. जिसमें सत्तारूढ़ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को भरी बहुमत मिला था.
- उल्लेखनीय हैं कि म्यांमार में1962 से 2011 तक सैन्य शासन रहा है. 2010 में म्यांमार में आम चुनाव के बाद म्यांमार में ‘लोकतांत्रिक सरकार’ बानी थी.
- भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने म्यांमार में सैन्य तख्तापलट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है.
- अमरीका ने म्यांमा में सेना के सत्ता पर कब्जा करने और आंग सांग सू की समेत कई नेताओं को हिरासत में लिये जाने के बाद म्यांमार के खिलाफ प्रतिबंधों को फिर से लागू करने की चेतावनी दी है.
- म्यांमा में सैन्य कार्रवाई पर विश्व की तीव्र प्रतिक्रिया को देखते हुए आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गयी है.