प्रधानमंत्री ने माल ढुलाई के विशेष गलियारे के न्यू मदार – न्यू रेवाड़ी खण्ड का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिमी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (WDFC) के ‘न्यू मदार – न्यू रेवाड़ी’ खण्ड का 7 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. WDFC का 306 किलोमीटर लम्बा यह गलियारा लगभग 5800 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इस खंड के चालू होने से हरियाणा के रेवाड़ी तथा महेन्द्रगढ़ और राजस्थान के अजमेर तथा सीकर में उद्योगों को फायदा होगा.
प्रधानमंत्री ने इससे पहले 29 दिसम्बर 2020 को पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खण्ड का उद्घाटन किया था. EDFC का 351 किलोमीटर लम्बा यह गलियारा 5750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
विश्व की पहली 1.5 किलोमीटर लंबी डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन
प्रधानमंत्री ने न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया. यह विश्व की पहली 1.5 किलोमीटर लंबी डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन है.
दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तैयार करने की योजना
- सरकार माल ढुलाई के लिए विशेष रेल-मार्ग का निर्माण कर रहा है. इसके तहत दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (गलियारे) तैयार किया जा रहा है. पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) और पश्चिमी डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर (WDFC). दोनों गलियारे का निर्माण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL) द्वारा किया जा रहा है.
- पूर्वी डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) पंजाब के औद्योगिकल लुधियाना को पश्चिम बंगाल के दानपुनी से जोड़ रहा है. 1856 किलोमीटर के इस कॉरिडोर रूट में कोयला खाने हैं, थर्मल पावर प्लांट है, औद्योगिक शहर है, इनके लिए फीडर मार्ग भी बनाये जा रहे हैं. इस कॉरिडोर में 135 स्टेशन होंगे.
- वहीं पश्चिमी डेडिकेटड फ्रेट कॉरिडोर (WDFC) महाराष्ट्र में जेएनटी गोव उत्तर प्रदेश के दादरी से जोड़ता है. लगभग 1500 किलोमीटर के इस कॉरिडोर में गुजरात के मुंदरा, कांडला, पीपावा, दहेज और हजीरा के बड़े बंदरगाहों के लिए फीडर मार्ग होंगे.
- इन दोनों फ्रेट कॉरिडोर के इर्द-गिर्द, दिल्ली, मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर और अमृतसर, कोलकाता इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर भी विकसित किये जा रहे हैं.