भारत ने 16 नवम्बर को अग्नि-2 बलिस्टिक मिसाइल का रात में सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण ओडिशा तट के पास (चांदीपुर परीक्षण केंद्र) ‘डॉ अब्दुल कलाम द्वीप’ पर एकीकृत परीक्षण (ITR) रेंज के प्रक्षेपण परिसर-4 में एक मोबाइल लॉन्चर से किया गया. ‘डॉ अब्दुल कलाम द्वीप’ को पहले व्हीलर आईलैंड के नाम से जाना जाता था. यह पहला मौका था, जब भारत ने रात के वक्त किसी अत्याधुनिक मिसाइल का परीक्षण किया है.
अग्नि-2 मिसाइल: एक दृष्टि
‘अग्नि-2’ इंटरमीडिएट रेंज बलिस्टिक मिसाइल (IRBM) है. यह सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है.
इस मिसाइल की मारक क्षमता 2000 किमी है, जरूरत पर 3,000 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है.
न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में सक्षम इस मिसाइल को पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है.
इसकी लंबाई लगभग 20 मीटर है और यह 1000 किलोग्राम तक पेलोड ले जाने में भी सक्षम है.
दो स्टेज में अपना लक्ष्य हासिल करने वाली यह मिसाइल ‘सॉलिड फ्यूल’ से चलती है.
इस मिसाइल को DRDO के अडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी ने तैयार किया है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2019-11-16 23:08:402019-11-17 00:13:29अग्नि-2 मिसाइल का सफल परीक्षण: पहली बार अत्याधुनिक मिसाइल का रात में परीक्षण किया गया