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आईएनएस विक्रांत के डेक पर मिग-29 लड़ाकू विमान की पहली नाइट लैंडिंग

भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत के डेक पर ‘मिग-29K’ लड़ाकू विमान की पहली नाइट लैंडिंग कराकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की.

भारतीय नौसेना ने कहा है कि आईएनएस विक्रांत पर मिग-29K की पहली नाइट लैंडिंग आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नौसेना की शक्ति का संकेत है.

आईएनएस विक्रांत, भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है. यह पोत 2 सितंबर, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था.

रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में 928 सैन्‍य उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध

रक्षा मंत्रालय ने रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्‍मनिर्भरता को प्रोत्‍साहन देने के लिए 928 सैन्‍य उपकरणों के आयात पर चरणबद्ध ढंग से प्रतिबंध लगा दिया है. मंत्रालय ने 14 मई को इस तरह की सूचियों में से चौथी सूची जारी की थी.

मुख्य बिन्दु

  • इससे पहले, दिसम्‍बर 2021, मार्च 2022 और अगस्‍त 2022 में तीन सूचियां जारी की गई थी. इनके तहत 1238 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया था.
  • चौथी सूची के 928 सैन्‍य उपकरणों में लाइन रिपलेसमैंट यूनिट, सबसिस्‍टम और स्‍पेयर पार्ट्स शामिल हैं. इनके आयात पर दिसम्‍बर 2023 और दिसम्‍बर 2029 के बीच चरणबद्ध ढंग से प्रतिबंध लागू किया जाएगा.
  • इन उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध से 715 करोड रुपये बचेंगे. अब इन उपकरणों की खरीद भारतीय उद्योग से की जाएगी.
  • पहली तीन सूची में शामिल 1238 उपकरणों में से 310 का उत्‍पादन भारत में ही होने लगा है. यह उपकरण लडाकू विमानों, प्रशिक्षण विमानों, युद्धपोतों और विभिन्न प्रकार के गोलाबारूद में इस्तेमाल किये जाते हैं.

भारत ने बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया

भारत ने 23 अप्रैल को ओडिशा के तट से बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. यह भारत का पहला इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण है.

मुख्य बिन्दु

  • भारतीय नौसेना, और DRDO द्वारा किया गया यह परीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यह सिस्टम लंबी दूरी तक दुश्मन के मिसाइलों और एयरक्राफ्ट को मार गिराने में सक्षम है.
  • चीन और पाकिस्तान के मिसाइलों और फाइटर जेट और ड्रोन विमानों के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत का यह परीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
  • इसके दो वैरिएंट्स हैं. पहला ‘AD-1’, और दूसरा ‘AD-2’ दोनों ही मिसाइल 5000 किमी की रेंज वाली मिसाइलों को मार गिरा सकती है. नवंबर 2022 में इस मिसाइल की जमीनी वैरिएंट ‘AD-1’ का सफल परीक्षण किया गया था.
  • नौसेना ने जिस AD-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है वह मिसाइल दुश्मन की मिसाइल पर 5367 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करने में सक्षम है.
  • इन मिसाइलों को IRBM मिसाइलों को नष्ट करने के मकसद से बनाया गया है. अगर कोई पड़ोसी मुल्क इतनी दूर से मिसाइल दागता है तो भारतीय नौसेना उसे रास्ते में ही इस मिसाइल की मदद से ध्वस्त कर देगी.

देश की रक्षा क्षमताओं को बढाने के लिए तीन अनुबंधों पर हस्ताक्षर

रक्षा मंत्रालय ने देश की रक्षा क्षमताओं को बढाने के लिए करीब 5.4 हजार करोड रुपये के तीन अनुबंधों पर हस्‍ताक्षर किए हैं.

मुख्य बिन्दु

  • पहला अनुबंध भारत इलेक्‍ट्रोनिक्‍स लिमिटेड के साथ किया गया है. यह अनुबंध भारतीय सेना के लिए ऑटोमेटेड हवाई रक्षा नियंत्रण और रिर्पोटिंग प्रणाली परियोजना ‘आकाशतीर’ की खरीद से जुडा है.
  • भारत इलेक्‍ट्रोनिक्‍स लिमिटेड के साथ किया गया दूसरा अनुबंध नौसेना के लिए सारंग इलेक्‍ट्रोनिक्‍स सहयोग प्रणाली की खरीद से जुडा है.
  • न्‍यू स्‍पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के साथ तीसरा अनुबंध उन्नत संचार उपग्रह जी-सैट 7-बी की खरीद से संबंधित है. इस उपग्रह से सेना की संचार क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.

भारतीय सेना के लिए उन्नत आकाश हथियार प्रणाली की खरीद

  • रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना के लिए उन्नत आकाश हथियार प्रणाली तथा हथियारों का पता लगाने के लिए 12 स्वाति रडार की खरीद के लिए हस्ताक्षर किए हैं. इनकी लागत 9100 करोड़ रुपये से अधिक है.
  • उन्नत आकाश हथियार प्रणाली की खरीद के लिए भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ हस्ताक्षर किए गए हैं. कम दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल हवाई रक्षा प्रणाली है.
  • रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्वदेश निर्मित इस प्रणाली का डिज़ाइन और विकास किया है.

ब्रह्मोस मिसाइल की खरीद के लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी अनुबंध

  • रक्षा मंत्रालय ने अगली पीढ़ी के तटीय मोबाइल ब्रह्मोस मिसाइल की खरीद के लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. इसकी लागत 1700 करोड़ रुपये से अधिक है.
  • यह प्रणाली 2027 से मिलनी शुरू हो जाएगी. प्रणाली सुपर सोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होंगी और भारतीय नौसेना की क्षमता में वृद्धि करेगी.
  • ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड भारत और रूस का संयुक्त उपक्रम है. इसका उद्देश्य नई पीढ़ी की सक्षम मिसाइल का विनिर्माण करना है.

बेंगलुरु में 14वां एयरो इंडिया शो आयोजित किया गया

14वां एयरो इंडिया शो (14th Aero India Show) 2023 का आयोजन 13 से 17 फ़रवरी तक बेंगलुरु में किया गया था. इस शो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इस आयोजन का विषय ‘द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’ था.

मुख्य बिन्दु

  • इस प्रदर्शनी में विभिन्न देशों ने अपने उपकरण तथा साजो सामान का प्रदर्शन किया. रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की गोल मेज बैठक, मंथन स्टार्ट अप इवेंट, बंधन समारोह भी आयोजित हुए.
  • इस विशाल कार्यक्रम में 98 देशों ने हिस्सा लिया. देश और विदेश से 73 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, 32 देशों के रक्षा मंत्रियों और 29 राष्ट्रों के वायु सेवा प्रमुखों ने अपने भारतीय समकक्षों के साथ बैठकें कीं और अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया.
  • एयरो इंडिया शो के दौरान भारत ने 115 स्वदेशी कंपनियों की भागेदारी में देश में ही निर्मित 227 उत्पादों को प्रदर्शित किया. भारत का हल्का युद्धक विमान तेजस मार्क-वन इस कार्यक्रम के दौरान आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहा.
  • एयर शो में 23 फ्लाइट कोम्‍बेट एयर क्राफ्ट, एडवांस लाइट हैलीकॉप्‍टर ध्रुव, लाइट कोम्‍बेट हैलीकॉप्‍टर प्रचंड, एसटीटी 40 ट्रैनर एयरक्राफ्ट, किरण और सारंग एरोबेटिक टीम, एमआई-17 हैलीकॉप्‍टर रॉफेल, हॉक मिग जगुआर और सुकोई 30 एमकेआई उडान भरे.
  • एयर इंडिया ने अमेरिकी कंपनी बोइंग और फ़्रांस की कंपनी एयरबस के साथ समझौता किया है. एयरबस से 250 और बोइंग से 220 विमानों की आपूर्ति होगी. 70 अरब डॉलर (5.80 लाख करोड रुपये) की डील, इसी साल शुरू होगी डिलीविरी.
  • आयोजन के दौरान 75 हजार करोड रुपये के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए.

भारतीय नौसेना ने पनडुब्बी वागीर को अपने बेड़े में शामिल किया

भारतीय नौसेना ने 23 जनवरी को पनडुब्बी वागीर (INS Vagir) को अपने बेड़े में शामिल किया था. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार ने इसे बेड़े में शामिल किया. वागीर फारसी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ ‘शिकारी’ होता है.

मुख्य बिन्दु

  • यह कलवारी श्रेणी (यानी Scorpene Class) की पांचवीं पनडुब्बी है. इसे फ्रांस की मेसर्स नेवल ग्रुप (Messers Naval Group) की मदद से मुंबई के मझगांव डॉक में बनाया गया है.
  • ‘INS वागीर’ पिछले दो साल में भारतीय नौसेना में शामिल होने वाली तीसरी पनडुब्बी है. यह अचूक हथियारों से लैस घातक प्लेटफॉर्म है.
  • वागीर स्वदेश में अब तक निर्मित सभी पनडुब्बियों में सबसे कम समय में तैयार हुई है. समुद्री सुरक्षा के मामले में यह भारत को बढ़त दिलाएगा.

भारत, वासेनार व्यवस्था के पूर्ण सत्र का अध्यक्ष बना

भारत, 1 जनवरी 2023 को वासेनार व्यवस्था (Wassenaar Arrangement-WA) के पूर्ण सत्र का अध्यक्ष बना. इस समझौते में 42 देश शामिल हैं. भारत वासेनार समझौते में दिसम्‍बर 2017 में 42वें सदस्‍य देश के रूप में शामिल हुआ था. वासेनार समझौते के पूर्ण – सत्र में सहमति के आधार पर मुख्‍य निर्णय लिए जाते हैं.

मुख्य बिन्दु

  • वासेनार एक समझौता है जिसमें निर्यात को नियंत्रित करने वाली एक स्वैच्छिक व्यवस्था है. इसमें पारंपरिक हथियारों और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के हस्तांतरण पर नजर रखी जाती है.
  • इस समझौते का 26वां वार्षिक पूर्ण सत्र दिसम्‍बर 2021 में ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में आयोजित किया गया था जिसमें आयरलैंड के राजदूत ने भारत के राजदूत जयदीप मजुमदार को अध्‍यक्षता सौंपी थी. श्री मजुमदार विएना में संयुक्‍त राष्‍ट्र और अंतर्राष्‍ट्रीय संगठनों में भारत के स्‍थायी प्रतिनिधि हैं.
  • वासेनार व्यवस्था बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण प्रशासन है जिसमें सदस्य देश पारम्‍परिक हथियारों के हस्तांतरण जैसे विभिन्न मुद्दों पर सूचना का आदान-प्रदान करते हैं.

जानिए क्या है वासेनार अरेंजमेंट…»

आईएनएस मोरमुगाओ युद्धपोत को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया

स्वदेश निर्मित आइएनएस मोरमुगाओ (INS Mormugao) युद्धपोत को 18 दिसम्बर को नौसेना में शामिल कर लिया गया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में इसे मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में नौसेना में शामिल किया गया.

आईएनएस मोरमुगाओ: मुख्य बिन्दु

  • आईएनएस मोरमुगाओ का डिजाइन भारतीय नौसेना के स्वदेशी संगठन ने तैयार किया है. इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDSL) मुंबई ने किया है.
  • इसे आत्मनिर्भर भारत के तहत निर्मित किया गया है. गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह शहर के नाम पर इसका नाम मोरमुगाओ रखा गया है.
  • इस पोत की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और इसका वजन 7400 टन है. इसे भारत द्वारा निर्मित सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जा सकता है. पोत को शक्तिशाली चार गैस टर्बाइनों से गति मिलती है.
  • आईएनएस मोरमुगाओ पलक झपकते ही 30 समुद्री मील तक की गति पकड़ सकता है. कोई भी राडार पोत को आसानी से नहीं पकड़ सकता है.
  • यह ब्रह्मोस और बराक-8 जैसी मिसाइलों से लैस है. इसमें इजराइल का मल्टी फंक्शन सर्विलांस थ्रेट अलर्ट रडार ‘एमएफ-स्टार’ भी लगा है. जो हवा में ही लंबी दूरी के लक्ष्य का पता लगा लेता है.
  • इसकी पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को देश में ही विकसित किया गया है. इसमें रॉकेट लॉन्चर, तारपीडो लॉन्चर और एसएडब्लू हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी है. यह आणविक, जैविक और रासायनिक युद्ध परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम है.

भारत ने अग्नि-पांच मिसाइल का सफल रात्रि परीक्षण किया

भारत ने 15 दिसम्बर को परमाणु सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-पांच (Agni-5 Missile) का सफल रात्रि परीक्षण किया. यह परीक्षण ओडिसा के बालासोर तट स्थित एपीजे अब्‍दुल कलाम द्वीप से किया गया.

यह अग्नि-पांच मिसाइल का रात्रि परीक्षण था. इस दौरान मिसाइल में प्रयुक्‍त नई प्रौद्योगिकी और उपकरणों की सक्षमता की पुष्टि की गयी.

अग्नि-पांच मिसाइल: मुख्य बिन्दु

  • अग्नि-पांच मिसाइल अपनी शृंखला में सबसे आधुनिक हथियार है. यह पूरी सटीकता के साथ पांच हजार किलोमीटर तक लक्ष्‍य को भेदने में सक्षम है. इसमें नौवहन के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियां हैं.
  • अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली बहुत कम देशों के पास है, जिनमें अमेरिका, चीन, रूस, फ्रांस और उत्तर कोरिया शामिल हैं.
  • भारत के पास पहले से ही 700 किमी रेंज वाली अग्नि-1, 2000 किमी रेंज वाली अग्नि-2, 2,500 किमी से 3,500 किमी रेंज वाली अग्नि-3 मिसाइलें हैं.
  • अग्नि-4 और अग्नि-5 को चीन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. अग्नि-5 मिसाइल पूरे चीन को निशाना बनाने में सक्षम है.

परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर अंडमान निकोबार के 21 निर्जन द्वीपों के नाम रखे गए

केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार में 21 निर्जन द्वीपों के नाम, परमवीर चक्र से सम्मानित सैनिकों के नाम पर रखे गए हैं. इन 21 द्वीपों में से 16 उत्तर और मध्य अंडमान जिले में स्थित हैं, जबकि पांच द्वीप दक्षिण अंडमान में हैं.

मुख्य बिदु

  • उत्तर और मध्य अंडमान में निर्जन द्वीप संख्या ‘आईएनएएन 370’ को मेजर सोमनाथ शर्मा के नाम पर ‘सोमनाथ द्वीप’ के नाम से जाना जाएगा. मेजर सोमनाथ शर्मा देश के पहले परमवीर चक्र विजेता हैं.
  • भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान अपनी वीरता के लिए सम्मानित सूबेदार और मानद कैप्टन करम सिंह के नाम पर ‘आईएनएएन 308’ द्वीप का नाम ‘करम सिंह’ द्वीप रखा गया है.
  • इसके अलावा मेजर रामा राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह शेखावत, कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया, लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा मागर, सूबेदार जोगिंदर सिंह सहनन, मेजर शैतान सिंह भाटी, कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद, लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर, लांस नायक अल्बर्ट एक्का, कर्नल होशियार सिंह दहिया, सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल, फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों, मेजर रामास्वामी परमेश्वरन, कैप्टन बाना सिंह, कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय और सूबेदार मेजर संजय कुमार के नाम पर भी द्वीपों के नाम रखे गए हैं.

तीसरा पैन-इंडिया तटीय रक्षा अभ्यास ‘सी-विजिल’ आयोजित किया गया

तीसरा पैन-इंडिया तटीय रक्षा अभ्‍यास सी-विजिल (Exercise Sea Vigil-22) 15-16 नवंबर को आयोजित किया गया था. यह अभ्‍यास समूचे 7516 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र और देश के समग्र विशेष आर्थिक क्षेत्र में किया गया था.

26/11 के आतंकी हमले के बाद देश की तटीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए 2018 में इस अभ्यास की कल्पना की गई थी.

इस अभ्‍यास का आयोजन नौसेना, तटरक्षक बल और समुद्री कार्यों में लगे मंत्रालयों के सहयोग से किया गया था.

भारत ने BMD इंटरसेप्टर AD-1 मिसाइल के दूसरे चरण का सफल परीक्षण किया

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 2 नवंबर को बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) इंटरसैप्टर AD-1 के दूसरे चरण का सफल परीक्षण किया था। यह परीक्षण ओडिसा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया था.

यह लंबी दूरी की इंटरसेप्‍टर मिसाइल है. यह दो चरण वाले ठोस ईंधन से संचालित होती है और देश में ही विकसित उन्नत नियंत्रण प्रणाली से युक्त है.