केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के जेवर में ₹3,706 करोड़ के सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी दी है. यह मंजूरी 14 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में दी गई.
यह प्लांट एचसीएल और फॉक्सकॉन की साझेदारी में लगाया जाएगा और इसमें मोबाइल, लैपटॉप और गाड़ियों के लिए डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स बनाए जाएंगे.
जेवर सेमीकंडक्टर प्लांट की उत्पादन क्षमता 20,000 वेफर्स प्रति माह होगी, जिससे हर महीने 3.6 करोड़ चिप्स तैयार की जाएंगी.
भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत अब तक 6 सेमीकंडक्टर इकाइयों को मंजूरी दी गई है. जेवर सेमीकंडक्टर प्लांट, देश का छठा सेमीकंडक्टर प्लांट होगा और
भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत सेमीकंडक्टर इकाइयां
अमेरिकी कंपनी माइक्रोन अहमदाबाद के पास साणंद में एक सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा स्थापित कर रही है. जनवरी 2026 में इसका संचालन शुरू होने की उम्मीद है.
ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्प के साथ साझेदारी में, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर फैब इकाई स्थापित कर रही है.
एक अन्य टाटा कंपनी, टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड, असम के मोरीगांव में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित कर रही है.
सीजी पावर, जापान की रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ साझेदारी में, गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित कर रही है.
भारतीय कंपनी केनेस सेमीकॉन प्राइवेट लिमिटेड गुजरात के साणंद में एक सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित कर रही है.
केंद्र सरकार ने 14 मई 2025 को उत्तर प्रदेश के जेवर में सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी दी. यह प्लांट एचसीएल और फॉक्सकॉन की साझेदारी में लगाया जाएगा.
भारत का सेमीकंडक्टर मिशन (ISM)
भारत का सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) को वर्ष 2021 में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तत्त्वावधान में कुल 76,000 करोड़ रुपए के वित्तीय परिव्यय के साथ लॉन्च किया गया था.
ISM का मुख्य उद्देश्य घरेलू और विदेशी कंपनियों को भारत में चिप विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना है.
सेमीकंडक्टर क्या हैं?
सेमीकंडक्टर (अर्धचालक) वे पदार्थ हैं जिसमें संवाहक (चालक) और विसंवाहक (गैर-चालक) दोनों के गुण होते हैं. सेमीकंडक्टर आमतौर पर सिलिकॉन या जर्मेनियम से बने होते हैं.
सेमीकंडक्टर चिप (इंटीग्रेटेड सर्किट), सेमीकंडक्टर के एक छोटे से सपाट टुकड़े पर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट का एक सेट है. इनका उपयोग कंप्यूटर और स्मार्टफोन सहित कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है.
नोएडा तथा बेंगलुरू में सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग केंद्र का उद्घाटन
13 मई को जापानी कंपनी रेनेसास ने भारत में सेमीकंडक्टर चिप डिजाइनिंग के दो केंद्रों की शुरुआत की. ये केंद्र नोएडा तथा बेंगलुरू में है जिसका उद्घाटन इलैक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 13 मई को किया.
ये केंद्र अत्याधुनिक 3-नैनोमीटर चिप डिज़ाइन के लिए भारत के पहले केंद्र होंगे. सबसे अहम बात यह है कि, यह कंपनी भारत में दुनिया की सबसे छोटी 3 नैनोमीटर की चिप बनाएगी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-05-15 23:00:492025-05-15 23:00:49उत्तर प्रदेश के जेवर में सेमीकंडक्टर प्लांट को मंजूरी दी गई