समुद्री प्लास्टिक कूड़े को हरित हाइड्रोजन में परिवर्तित करने के लिए शोध

  • भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने समुद्र/महासागरों में प्लास्टिक के कचरे को हरित हाइड्रोजन में परिवर्तित करने के लिए दो शोध परियोजनाएं शुरू की हैं. ये पहल भारत यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद के तहत शुरू की गई है.
  • दोनों परियोजनाओं में भारत और यूरोपीय संघ द्वारा संयुक्त रूप से कुल निवेश 391 करोड़ रुपये या 41 मिलियन यूरो होगा.
  • परियोजना को वित्तपोषण  भारत के केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और यूरोपीय संघ का होराइजन यूरोप संयुक्त रूप से करेगा.
  • इस परियोजना का उद्देश्य समुद्र/महासागर में माइक्रोप्लास्टिक, भारी धातुओं और लगातार कार्बनिक प्रदूषकों सहित विभिन्न प्रदूषकों का समाधान विकसित करना है.
  • यह शोध भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन और यूरोपीय संघ की हाइड्रोजन रणनीति के उद्देश्यों के अनुरूप होगा.