21 मई: अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस, संयुक्त राष्ट्र ने भारत की पहल पर घोषित किया है
प्रत्येक वर्ष 21 मई को अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य चाय मजदूरों की काम की स्थिति, मजदूरों के अधिकार, दिहाड़ी, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चर्चा को भी प्रोत्साहित करना है.
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस एक आदर्श वाक्य के साथ मनाया जाता है जो ‘फील्ड से लेकर कप तक’ (From Field to Cup) है. अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस 2022 की थीम ‘दुनिया भर में चाय का जश्न मनाना’ (Celebrating Tea Around The World) है.
वर्ष 2019 तक देश के पांच प्रमुख चाय उत्पादक देश चीन, भारत, केन्या, वियतनाम और श्रीलंका के अलावा मलावी, तंजानिया, बांग्लादेश, यूगांडा, इंडोनेशिया और मलयेशिया सहित कई देशों में है यह दिवस मनाया जाता था.
अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस का इतिहास
वर्ष 2004 में मुंबई में हुई व्यापार संघों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की बैठक में ‘अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस’ मनाने का फैसला लिया गया था. पहली बार यह दिवस 15 दिसंबर, 2005 को मनाया गया था. वर्ष 2020 से यह दिवस 21 मई को मनाया जाने लगा.
भारत की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को यह दिवस घोषित किया
- भारत की सिफारिश पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 मई को अन्तर्राष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया है. यह दिवस को मनाने का प्रस्ताव भारत ने अक्टूबर 2015 में मिलान में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय खाद्य और कृषि संगठन (FAO) की बैठक के दौरान रखा था.
- दरअसल चाय उत्पादन का मौसम मई माह में शुरू होता है, जिस कारण भारत ने इस दिवस को 15 दिसम्बर की जगह मई माह में मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र को दिया था.
- इससे पहले भारत की पहल पर ही 21 जून का दिन अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए तय किया गया था.