इजराइल-फिलिस्तीन तनाव

हाल के दिनों में इजराइल और फिलिस्तीन (palestine) के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है. यह तनाव इजराइली पुलिस और धुर दक्षिणपंथी यहूदी समूहों से फलस्तीनियों की हिंसक झड़प से शुरू हुआ था. झड़प दोनों ओर से गाजा पट्टी (Gaza strip) पर भारी बमबारी हुई है, जिसमें कई लोगों की जान चली गयी. इजरायल के हवाई हमले में हमास गाजा के सिटी कमांडर बसीम इस्सा की मौत हो गई है.

फिलिस्‍तीन की सत्‍ता पर काबिज आतंकवादी संगठन हमास (Hamas) ने इजरायल के हवाई हमलों के जवाब में तेल अवीव (Tel Aviv) पर रॉकेट से हमला किया है.

उल्लेखनीय है कि यरुशलम में हाल के दिनों में झड़पों में बढ़ोतरी हुई है, जो इस्राइल-फलस्तीन में लंबे समय से टकराव का मुख्य केंद्र रहा है. यहीं पर यहूदियों, ईसाइयों और मुस्लिमों के पवित्र स्थल भी हैं.

ग़ज़ा पट्टी

ग़ज़ा पट्टी (Gaza strip) इस्रायल के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक 6-10 किंमी चौड़ी और करीब 45 किमी लम्बा क्षेत्र है. इसके तीन ओर इसरायल का नियंत्रण है और दक्षिण में मिस्र है. गाजा पर फलस्तीनी चरमपंथी गुट ‘हमास’ का नियंत्रण है.

अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का रुख

  • संयुक्त राष्ट्र के मध्य पूर्व शांति राजदूत टॉर वेनेसलैंड ने कहा है कि दोनों पक्ष इसे व्यापक युद्ध की ओर ले जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा है कि वे हिंसा को लेकर काफी चिंतित हैं.
  • अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है. अमरीका के राष्‍ट्रपति जो. बाइडेन ने हमास और अन्‍य आतंकवादी समूहों के रॉकेट हमलों की निंदा की. उन्‍होंने कहा कि यह इस्राइल का वैध अधिकार है कि वह अपने क्षेत्र और नागरिकों की सुरक्षा करे.
  • जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के प्रवक्ता स्टीफन सीबेरट ने कहा कि गाजा से इजरायल पर हो रहे हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं. इसे कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता.
  • तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजरायल के रवैये के खिलाफ अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय को उसे कड़ा और कुछ अलग सबक सिखाना चाहिए.
  • वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल और फलस्तीन से तुरंत हमले रोकने की अपील की है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को शांति से बैठकर उभरते मुद्दों का हल करना चाहिए.

लॉड शहर में आपातकाल लगा

इस बीच इजरायली अरब की आबादी वाले इजरायल के अन्य शहरों में भी तनाव है. इजरायली शहर लॉड में इजरायली अरबों ने हिंसक प्रदर्शन किया है. इजरायली प्रधानमंत्री ने लॉड में इमरजेंसी की घोषणा की है. 1966 के बाद ये पहली बार हुआ है कि सरकार ने अरब समुदाय के ख़िलाफ़ आपातकालीन अधिकारों का इस्तेमाल किया है.