Tag Archive for: G20

जोहान्सबर्ग में जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित की गई

  • जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक (G20 Foreign Ministers’ Meeting) 20 फ़रवरी को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग आयोजित की गई थी. इस बैठक में भारत का प्रतिनिधत्व विदेश मंत्री डॉक्‍टर सुब्रह्मण्यम ने किया.
  • डॉक्‍टर जयशंकर दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सहयोग मंत्री रोनाल्ड लामोला के निमंत्रण पर दक्षिण अफ्रीका गए थे.
  • जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता पूरे विश्‍व के लिए महत्वपूर्ण है.
  • उन्होंने कहा कि भारत, यूक्रेन विवाद का समाधान बातचीत और कूटनीति से करने का समर्थक रहा है. विदेश मंत्री ने कहा कि गजा में संघर्ष-विराम और बंधकों की रिहाई स्वागत योग्य है.
  • श्री जयशंकर ने वैश्विक घाटे को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया.

भूख एवं गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन की आधिकारिक शुरुआत

  • ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हाल ही में संपन्न  जी-20 शिखर सम्मेलन में ‘भूख एवं गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन’ (Global Alliance Against Hunger and Poverty) की आधिकारिक शुरुआत हुई.
  • इस गठबंधन का उद्देश्य ‘सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता के लिए एक मंच प्रदान करना है.
  • वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों ने ‘सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा’ को अपनाया था.  इसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक गरीबी एवं भुखमरी को समाप्त करना तथा बेहतर पोषण प्राप्त करना था.
  • वर्तमान अनुमानों से पता चलता है कि वर्ष 2030 तक 622 मिलियन लोग प्रति दिन 2.15 डॉलर की अत्यधिक गरीबी रेखा से नीचे रहेंगे.
  • यदि वर्तमान रुझान जारी रहता है तो वर्ष 2030 तक 582 मिलियन लोग भूखे रहेंगे.
  • वर्तमान में भारत सहित 81 देश, 26 अंतर्राष्ट्रीय संगठन, 9 वित्तीय संस्थान और 31 परोपकारी संस्थाएं एवं गैर-सरकारी संगठन इसमें शामिल हैं. गठबंधन का तकनीकी मुख्यालय FAO के रोम मुख्यालय में होगा.
  • इस गठबंधन के पास कोई विशेष निधि नहीं है. इसके संचालन के लिए वार्षिक 2-3 मिलियन डॉलर सदस्य देशों और खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO), यूनिसेफ तथा विश्व बैंक जैसे संस्थानों से आएगी.

19वां G20 शिखर सम्मेलन 2024 रियो डी जेनेरियो में संपन्न हुआ

  • 19वां G20 शिखर सम्मेलन 2024 (19th G20 Summit) ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 18-19 नवंबर 2024 को आयोजित किया गया था. यह ब्राज़ील में आयोजित होने वाला पहला जी-20 शिखर सम्मेलन था.
  • सम्मेलन का थीम एक न्यायसंगत विश्व एवं एक संधारणीय ग्रह का निर्माण (Building a Just World and a Sustainable Planet) था.
  • यह 19वाँ संस्करण था जिसकी अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने की. सम्मेलन में सभी 19 सदस्य देश, अफ्रीकी संघ एवं यूरोपीय संघ ने हिस्सा लिया. सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की थी.
  • सम्मेलन में जलवायु वित्त को बढ़ाने एवं नवीकरणीय ऊर्जा का विस्तार करने का आह्वान किया गया. साथ ही, गाजा व लेबनान में तत्काल युद्ध विराम और यूक्रेन में व्यापक शांति पर भी जोर दिया गया.
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की तीव्र प्रगति से समृद्धि एवं वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था पर चर्चा हुई.
  • लैंगिक समानता और सभी महिलाओं के सशक्तीकरण के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता का भी उल्लेख किया गया.
  • सदी के मध्य तक शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने और 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा एवं वैश्विक ऊर्जा दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई.
  • ‘भूख एवं गरीबी के विरुद्ध वैश्विक गठबंधन’ की शुरुआत हुई. इसमें आय हस्तांतरण, स्कूल भोजन कार्यक्रम और माइक्रोक्रेडिट तक पहुंच जैसी रणनीतियों को बढ़ावा दिया जाएगा.
  • लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों, टिकाऊ वित्तपोषण तथा टीकों, निदान व उपचारों तक समान पहुंच की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया.
  • जी-20 के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की उल्लेखनीय प्रगति और ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय के अंतर्गत वैश्विक प्राथमिकताओं के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला.

जानिए क्या है जी-20 और जी-20 शिखर सम्मेलन…»

प्रधानमंत्री ने नाइजीरिया, ब्राजील और गयाना की यात्रा संपन्न की; जी20 शिखर सम्मेलन

  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 16 से 20 नवम्बर 2024 तक तीन देशों- नाइजीरिया, ब्राजील और गयाना की यात्रा पर थे.
  • इस यात्रा के पहले चरण में उन्होंने 16 और 17 नवंबर को नाइजीरिया की यात्रा की थी. पिछले 17 वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की यह पहली यात्रा थी.
  • प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया के राष्‍ट्रपति बोला अहमद टीनुबु के निमंत्रण पर नाइजीरिया गए थे. यहाँ प्रधानमंत्री को नाइजीरिया का राष्ट्रीय पुरस्कार ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर’ से सम्मानित किया गया.
  • प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार भारत-नाइजीरिया संबंधों को बढ़ावा देने में उनके राजनीतिक कौशल और शानदार योगदान के लिए दिया गया
  • यह नाइजीरिया का दूसरा सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले विश्व के दूसरे और 1969 के बाद पहले विदेशी नेता हैं. इससे पहले महारानी एलिजाबेथ को वर्ष 1969 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
  • नाइजीरिया पश्चिम अफ्रीका में स्थित एक देश है. इसकी सीमा नाइजर, चाड, कैमरून और बेनिन से लगती है. नाइजीरिया की राजधानी अबुजा और मुद्रा ‘नायरा’ है.
  • यात्रा के दूसरे चरण में श्री मोदी ब्राजील में रियो डी जेनेरियो गए थे. वे ब्राजील की मेजबानी में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के प्रयोजन से वहाँ गए थे.
  • जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इटली-भारत संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना की घोषणा (2025-2029) की. इसका उद्देश्य भारत एवं इटली के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है.
  • ब्राज़ील दक्षिण अमेरिका का सबसे विशाल देश है. दक्षिण अमेरिका के मध्य से लेकर अटलांटिक महासागर तक फैले हुए इस संघीय गणराज्य की तट रेखा 7491 किलोमीटर है.
  • इस यात्रा के अंतिम चरण में श्री मोदी 19 और 20 नवम्बर को गयाना का दौरा किए. 1968 के बाद गयाना यात्रा करने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे. पिछले वर्ष गयाना के राष्‍ट्रपति डॉक्‍टर मोहम्‍मद इरफान अली भारत आए थे.
  • यहाँ प्रधानमंत्री मोदी को गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ़ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया.
  • गुयाना, दक्षिणी अमेरिका का एक देश है. गुयाना ने 26 मई 1966 को यूनाइटेड किंगडम से एक अधिराज्य के रूप में स्वतंत्रता प्राप्त की तथा 23 फरवरी 1970 को एक गणराज्य बन गया.

भारत की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से जी-20 शिखर सम्मेलन

भारत की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से जी-20 शिखर सम्मेलन 22 नवंबर को हुई थी. बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की थी. अफ्रीकी संघ, नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित सभी 21 सदस्यों ने इसमें भाग लिया.

मुख्य बिन्दु

  • नई दिल्ली में 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि भारत उसकी जी 20 अध्यक्षता के समापन से पहले जी 20 नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा. जी-20 की अध्‍यक्षता 30 नवम्‍बर तक भारत के पास है और 2024 में उसे ब्राजील ग्रहण करेगा.
  • सम्मेलन में कई नेताओं ने इजराइल-हमास संघर्ष पर बातचीत की और समय पर मानवीय सहायता प्रदान करने, हिंसा को फैलने नहीं देने तथा फलस्तीन मुद्दे का दीर्घकालिक समाधान खोजने का आह्वान किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कृत्रिम बुद्धिमता के इस युग में प्रोद्यौगिकी के जिम्‍मेदार उपयोग पर जोर दिया उन्‍होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमता यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर वैश्‍विक नियम बनाने के लिए सभी देशों के साथ मिलकर काम करना होगा.
  • इस वचुर्अल शिखर सम्‍मेलन में नई दिल्‍ली में हुए सम्‍मेलन के निष्‍कर्षो और कार्य बिन्‍दुओं पर चर्चा हुई.

18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में आयोजित किया गया

जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में 8-9 सितम्बर को आयोजित किया गया था. यह 18वां संस्करण था जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. सम्मेलन का मुख्‍य आयोजन स्थल प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’ में था.

जी-20 विश्‍व की बड़ी बीस अर्थव्यवस्थाओं का समूह है जोकि वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत से अधिक और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के 75 प्रतिशत हिस्सा का प्रतिनिधित्व करता है.

वर्तमान में भारत जी20 समूह का अध्‍यक्ष है. भारत ने 1 दिसम्बर 2022 को एक वर्ष के लिए औपचारिक रूप से जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण किया था.

इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें जी20 शिखर सम्मेलन 2022 के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी थी. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत भारत के जी20 शेरपा हैं.

18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023: मुख्य बिन्दु

इस साल भारत ने G20 समिट में स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, मॉरीशस, नाइजीरिया और सिंगापुर को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर आमंत्रित किया था.

अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया

नई दिल्ली जी-20 सम्‍मेलन 2023 में अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को नए सदस्य के तौर पर शामिल किए जाने की घोषणा की.

दिल्‍ली घोषणा-पत्र

जी20 नेताओं के 18वें शिखर सम्‍मेलन में 9 सितम्बर को नई दिल्‍ली घोषणा-पत्र जारी किया गया. 83 अनुच्छेदों वाली नई दिल्‍ली घोषणा पर पूरी तरह आम सहमति रही.

इस घोषणा-पत्र में समावेशी विकास, जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए कार्रवाई तेज करने और भविष्य में स्‍वास्‍थ्‍य आपात स्थितियों के दौरान अधिक मात्रा में चिकित्सा आपूर्ति तैयार रखने के उपायों पर जोर दिया गया है.

नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और दुष्प्रभावों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सबसे गंभीर खतरों में से एक है.

वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरूआत

भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस) की शुरूआत की है. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस गठबंधन का शुभारम्‍भ किया.

वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन जैव ईंधन को अपनाने की सुविधा के लिए सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उद्योग का गठबंधन विकसित करने के लिए भारत के नेतृत्व वाली एक पहल है.

भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर

जी20 सम्‍मेलन में एक महत्‍वकांक्षी परियोजना ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर’ की घोषणा की गई. व्‍यापार मार्ग सम्‍बंधी यह परियोजना भारत को पश्चिम एशिया के जरिए यूरोप से जोडेगी.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि इस परियोजना से पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच भारत आर्थिक एकीकरण का माध्यम बनेगा.

अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका देश निवेश में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने वाले आर्थिक गलियारों में अपने भागीदारों के साथ निवेश करेगा. फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इसे महत्‍वपूर्ण परियोजना बताया.

इस परियोजना में शामिल देशों में अमरीका, भारत, साऊदी अरब, संयुक्‍त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ शामिल है.

ये व्‍यापार मार्ग कॉरिडोर विभिन्‍न संस्‍कृतियों के बीच न केवल फासला कम करेगी, बल्कि भारत के बढ़ते वैश्विक कद की मिसाल भी बनेगा.

जानिए क्या है जी-20 और जी-20 शिखर सम्मेलन…»

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक गांधी नगर में आयोजित की गई

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक 17 से 19 अगस्त तक गुजरात के गांधी नगर में आयोजित की गई थी. बैठक के पहले दिन जी20 उपमंत्रियों की बैठक थी. इसके बाद दो दिन स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक हुई.

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक: मुख्य बिन्दु

  • विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेडरोस एधनॉम घेबरियासिस ने इस बैठक में भाग लिया था. उन्होंने सभी के लिए स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज और आयुष्मान भारत योजना के लिए भारत की सराहना की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक को वर्चुअल माध्‍यम से संबोधित किया.
  • स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया ने बैठक के अंतिम दिन वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया. यह पहल WHO दवारा प्रायोजित है. उन्होंने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता ‘आभा’ कार्ड को इस मामले में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.
  • बैठक में तीन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया. इनमें स्‍वास्‍थ्‍य आपात रोकथाम, तैयारी तथा कार्रवाई, फार्मास्‍यूटिकल क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ करना तथा डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य नवाचार शामिल थे.
  • बैठक के अंतिम दिन आज वित्‍त और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की एक संयुक्‍त बैठक भी आयोजित की गई. इसमें वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन शामिल हुईं.

आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा) कार्ड क्या है?

आभा (ABHA) का पूरा नाम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता है. यह लोगों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों को ऑनलाइन सुरक्षित रखता है. इस कार्ड के जरिए यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि मरीज को कौन-सी बीमारी हुई थी और कहां इलाज कराया गया था.

भारत की अध्यक्षता में जी20 कृषि कार्य समूह की बैठक हैदराबाद में आयोजित की गई

जी20 सदस्य दोषों के कृषि कार्य समूह की बैठक 15 से 17 जून तक हैदराबाद में आयोजित की गई थी. इस बैठक में सदस्य देशों कृषि मंत्रियों ने अलग-अलग विषयों पर विचार-विमर्श किए. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया था.

मुख्य बिन्दु

  • केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वैज्ञानिक, किसान और सरकारी नीतियों को फसल विविधता और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीति पर एक-साथ मिलकर काम करना चाहिए.
  • इस दौरान जी-20 समूह के कृषि मंत्री सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पोषण पर सहमत हुए हैं. बैठक के बाद जारी दस्‍तावेज में  डेक्‍कन उच्‍च-स्‍तरीय सिद्धांत और अंतर्राष्‍ट्रीय श्री अन्‍न और प्राचीन खाद्यान शोध पहल को शामिल किया गया है.
  • डेक्‍कन उच्‍च स्‍तरीय सिद्धांत में वैश्विक खाद्य सुरक्षा से निपटने के लिए जी-20 देशों के सामूहिक उत्‍तरदायित्‍व और प्रयासों का उल्‍लेख किया गया है.

जी-20 देशों के लेखा संस्‍थानों का शिखर सम्‍मेलन गोआ में आयोजित किया गया

जी-20 देशों के सर्वोच्‍च लेखा संस्‍थानों का दूसरा शिखर सम्‍मेलन 12-14 जून को गोआ के पणजी में आयोजित किया गया था. सम्‍मेलन की अध्यक्षता भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चन्‍द्र मुर्मू ने की थी. गोआ के राज्‍यपाल पी एस श्रीधरन पिल्‍लई और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत भी बैठक में हिस्सा लिए थे.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, रूस, सऊदी अरब, तुर्किए, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरिशस, नाइजीरिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, मोरक्को और पोलैंड के सर्वोच्च लेखा संस्थानों ने भाग लिया.
  • भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक ने समुद्री अर्थव्यवस्था और दायित्वपूर्ण कृत्रिम बुद्धिमता, सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेयता और मानवजाति पर इनके अनुकूल प्रभाव का मुद्दा उठाया.
  • समुद्री अर्थव्यवस्था समुद्रों तथा सतत विकास के लिए समुद्री संसाधनों के संरक्षण और उपयोग पर विशेष ध्यान देता है.
  • कृत्रिम बुद्धिमता, निरर्थक लेखांकन और अधिक जोखिम के कारोबार में धोखाधड़ी का पता लगाने में मददगार होती है.

बेंगलुरु में जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक आयोजित की गई

जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक 24-25 फ़रवरी को बेंगलुरु में आयोजित की गई थी. भारतीय अध्यक्षता में जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की पहली बैठक थी.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी-20 सदस्यों देशों के प्रतिनिधियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 500 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
  • बैठक के पहले सत्र में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्वरूप, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर चर्चा की गई. दूसरा सत्र वित्तीय क्षेत्र और वित्तीय समावेश पर था. दूसरे सत्र का संचालन वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया.
  • अमरीका के वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर बैठक के पहले दो सत्रों और वित्तीय क्षेत्र तथा वित्तीय समावेशन के बारे में एक अन्य सत्र में शामिल हुए.

जी-20 देशों की थिंक-20 बैठक भोपाल में

जी-20 देशों की दो दिन की थिंक-20 बैठक 16-17 जनवरी को भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित की गई थी. बैठक का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. बैठक में वैश्विक शासन व्यवस्था और जीवन मूल्यों पर चर्चा हुई.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक में देश-विदेश से आए 300 से अधिक मंत्री, बुद्धिजीवी और विषय-विशेषज्ञ पूर्ण और समानांतर सत्रों, गोलमेज सम्मेलन और सामूहिक स्तर पर विचार-मंथन किए.
  • इनमें 94 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि, विभिन्न प्रदेशों के 115 और लगभग 100 स्थानीय प्रतिनिधि शामिल थे. इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे एशियन डेवलपमेंट बैंक, एडीबी इंस्टीट्यूट, अफ्रीकन यूनियन, बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउण्डेशन, यूएन, यूएनडीपी और यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी इस आयोजन में शामिल थे.
  • जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला हैं.

जी-20 के आधारभूत संरचना समूह की पहली बैठक

जी-20 के आधारभूत संरचना समूह (इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप) की पहली बैठक पुणे में 16-17 जनवरी को आयोजित की गई थी. इस बैठक का विषय था – ‘कल के शहरों का समावेशी, मजबूत और सतत विकास के लिए वित्त पोषण’.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में आधारभूत संरचना समूह के सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया था.
  • जी-20 के आधारभूत संरचना समूह ने, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया, जिसमें एसेट क्लास के रूप में इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना; गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देना; और बुनियादी ढांचे में निवेश हेतु वित्तीय संसाधनों को जुटाने के लिए अभिनव उपकरणों की पहचान करना शामिल था.
  • इस पहल का उद्देश्य जी20 बैठक के संबंध में होने वाली संपूर्ण चर्चाओं में सभी क्षेत्रों के लोगों को शामिल करना था. इस बैठक में चर्चा की जाने वाली प्रमुख प्राथमिकता ‘भविष्यकालीन शहरों का वित्तपोषण’ था.