भारतीय रिजर्व बैंक की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट जून 2025
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 30 जून को अपनी अर्धवार्षिक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (RBI’s Financial Stability Report-FSR) जारी की थी. FSR वर्ष में दो बार प्रकाशित होती है और देश की वित्तीय स्थिरता का आकलन करती है.
रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु
- भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद एक सशक्त और स्थिर वृद्धि का आधार बताया है.
- मजबूत घरेलू मांग, सुदृढ़ पूंजी आधार और नीतिगत विवेकशीलता के चलते भारत वैश्विक विकास का एक प्रमुख प्रेरक बना हुआ है.
- मुद्रास्फीति के प्रति दृष्टिकोण आशावादी है और यह RBI के लक्ष्यों के अनुरूप बनी हुई है.
- सभी वाणिज्यिक बैंकों के पास विपरीत परिस्थितियों में भी आवश्यकताओं से अधिक पूंजी उपलब्ध है.
- भारत के अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों ने अपनी परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार दर्ज करना जारी रखा है. सकल और गैर-निष्पादित परिसंपत्तिों का अनुपात कई दशकों के निचले स्तर क्रमश: 2.3 प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत पर आ गया है.
वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR)
- वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR) आरबीआई द्वारा प्रत्येक वर्ष दो बार प्रकाशित की जाती है. यह वित्तीय प्रणाली के स्वास्थ्य का आकलन करता है.
- इसमें विभिन्न वित्तीय संस्थाओं, जैसे विभिन्न प्रकार के बैंकों और गैर-बैंकिंग ऋण संस्थाओं की वर्तमान स्थिति का विवरण दिया जाता है.