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IWF ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगाया

अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन फेडरेशन (International Weightlifting Federation- IWF) ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगा दिया है. IWF ने 5 अप्रैल को लिए अपने फैसले में थाई एमेच्योर भारोत्तोलन संघ पर 3 साल का और मलेशियन भारोत्तोलन संघ पर 1 साल का प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया.

इस प्रतिबंध के बाद थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलक टोक्यो ओलिंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. IWF के मुताबिक, ओलंपिक आयोजन जब भी हो, लेकिन इन देशों का कोई खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले सकेगा. थाईलैंड ने 2018 में 9 भारोत्तोलकोंं के डोपिंग में फंसने पर ओलंपिक से खुद नाम वापस लिया था.

IWF ने यह फैसला इन दोनों देशों में काफी संख्या में डोपिंग के मामले सामने के कारण लिया है. थाईलैंड और मलेशिया के पास IWF के इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिन का समय है.

IOC ने टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों के तारीखों की घोषणा की

इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों के नई तारीखों की घोषणा कर दी है. इन खेलों का आयोजन 2021 में 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होगा. वहीं पैरालंपिक गेम्स का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर 2021 के बीच होगा.

इससे पहले ओलंपिक खेलों का आयोजन 2020 में 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होना था. लेकिन IOC और आयोजक जापान ने कोरोना वायरस के चलते खेलों को एक साल के लिए स्थगित कर दिया था. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ओलंपिक खेलों को टाले जाने की सिफारिश ओलंपिक कमेटी से की थी.

टोक्यों ओलंपिक खेलों को 2021 तक के लिए टला गया

टोक्यों में आयोजित ग्रीष्‍मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक्स को 1 वर्ष के लिए टाल दिया गया है. अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) और टोक्यो ओंलपिक आयोजक समिति ने इसकी घोषणा 24 मार्च को की. कोरोना वायरस महामारी को देखते हएु इन खेलों को स्‍थगित गया है. टोक्यो ग्रीष्‍मकालीन 32वां ओलंपिक 24 जुलाई 2020 से शुरू होने थे.

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने IOC के अध्यक्ष थॉमस बाक के साथ हुई वार्ता में टोक्यों ओलंपिक को अगले वर्ष तक स्थगित करने पर सहमति बनी थी. जापान ने अब इन खेलों को अब वर्ष 2021 में कराने का फैसला किया है.

पहली बार ओलंपिक खेलों को स्थगित किया गया है

ओलंपिक के 124 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों को स्‍थगित किया गया है. हांलाकि इससे पहले ये खेल 1916, 1940 और 1944 में युद्ध के कारण रद्द किये गये थे लेकिन किसी वायरस के कारण खेलों को पहली बार स्‍थगित किया गया है.

ओलंपिक मशाल जापान पहुंचा, ग्रीस ने 2020 के टोक्यो ओलिम्पिक आयोजकों को सौंपा

ओलिम्पिक मशाल (Olympic Torch) 20 मार्च को जापान पहुंचा. ग्रीस ने 2020 के टोक्यो ओलिम्पिक आयोजकों को यह मशाल सौंपा. मशाल के साथ एक विमान मात्‍सुशिमा हवाई अड्डे पर उतरा.

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मशाल का स्‍वागत समारोह धूमधाम से नहीं मनाने का फैसला किया गया था. देश भर में ओलिम्पिक मशाल फुकुशिमा में जेविलेज खेल परिसर से 26 मार्च को शुरू होगी.

ओलंपिक में मशाल क्यों जलाई जाती है?

ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की शुरुआत 1936 में हुई थी. उस साल ओलंपिक खेलों की मेजबानी बर्लिन ने की थी. मान्य़ताओं के अनुसार ग्रीस के लोग आग को बहुत पवित्र मानते थे. ओलंपिक मशाल को जलाकर ले जाने की शुरुआत देवता हेरा के मंदिर से शुरु की गई थी. उस समय ओलंपिक मशाल में आग सूर्य की किरणों के जरिए लगाई जाती थी. ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य कि किरणों को काफी पवित्र माना जाता था.

टोक्यो ओलंपिक 2020 का आधिकारिक मोटो ‘United by Emotion’ होगा

टोक्यो ओलंपिक 2020 का आधिकारिक मोटो (आदर्श वाक्य) ‘United by Emotion’ होगा. यह मोटो खेलों के स्थलों के अलावा शहर की तमाम जगहों पर अंग्रेजी में लिखा जाएगा. इसके अलावा यह मोटो डिजिटल मीडिया पर भी होगा. सामान्यतः ओलंपिक गेम्स का मोटो दो भाषाओं में लॉन्च होता है. एक अंग्रेजी में और एक उस देश की भाषा में.

तीन शब्दों का यह स्लोगन उम्मीद जताता है कि 200 देशों की ओलंपिक समिति और शरणार्थी ओलंपिक टीम के दर्शक, वॉलेंटियर और खिलाड़ी इस ग्रीष्मकाल में यहां इकट्ठा होंगे. यह मोटो मेजबान शहर के विचार को पूरे विश्व के साथ साझा करने में मदद करता है.

टोक्यो ओलंपिक 2020: एक दृष्टि

टोक्यो ओलंपिक 2020 (32वां ओलम्पियाड के खेल) का आयोजना 24 जुलाई से 9 अगस्त 2020 के बीच टोक्यो, जापान में किया जायेगा. टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में इस बार बेसबॉल, सॉफ्टबॉल, कराटे, स्केटबोर्ड और सर्फिंग को भी शामिल किया गया है.

भारतीय घुड़सवार फ़वाद मिर्ज़ा ने ओलंपिक कोटा हासिल किया

भारतीय घुड़सवार फ़वाद मिर्ज़ा ने ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स में शीर्ष पर रहते हुए ओलिंपिक कोटा (Tokyo Olympics 2020) हासिल किया. इस मामले में आधिकारिक घोषणा अन्तर्राष्ट्रीय घुड़सवारी महासंघ द्वारा 20 फरवरी को किया जायेगा.

इस प्रतियोगिता में 20 साल में पहली बार भारत को ओलंपिक कोटा हासिल हुआ है. इससे पहले सिर्फ इम्तियाज अनीस ने वर्ष 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक और दिवंगत विंग कमांडर आईजे लांबा ने 1996 अटलांटा ओलंपिक में भारत का घुड़सवारी में प्रतिनिधित्व किया था.

फ़वाद इस महीने यूरोपीय टूर खत्म होने के बाद दक्षिण पूर्व एशिया, ओसियाना ग्रुप-जी की व्यक्तिगत स्पर्धा में शीर्ष रैंकिंग के घुड़सवार हैं. एशियाई खेलों में फ़वाद ने दो पदक जीतने में सफलता पाई थी.

2024 का पेरिस ओलिंपिक खेलों के लोगो का अनावरण किया गया

2024 का ओलिंपिक खेल फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित किया जायेगा. इस खेल प्रतियोगिता का लोगो 22 अक्टूबर को जारी किया गया. इसमें ओलिंपिक और पैरालिंपिक खेलों के लिए अलग-अलग लोगो लॉन्च किया गया है.

यह लोगो सर्कुलर डिज़ाइन और पेरिस 2024 आर्ट डेको स्टाइल (art deco style) में हैं. इस लोगो में पेरिस-2024 खेलों को प्रशंसकों के दिलों तक पहुंचाने का विजन दिखता है.

बीजिंग में 2022 में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक के शुभंकर को सार्वजनिक किया गया

मुस्कुराता पांडा और लाल रंग की लालटेन की शक्ल वाला बच्चा बीजिंग में 2022 में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक (Olympic Winter Games) और पैरालंपिक (Paralympic) का शुभंकर होगा. बीजिंग में एक समारोह में इन दोनों शुभंकर को सार्वजनिक किया गया.

पांडा का नाम ‘बिंग ड्वेन ड्वेन’ (Bing Dwen Dwen) है और वह शीतकालीन ओलंपिक का शुभंकर है. उसके चेहरे पर रंगीन वृत हैं जो कि स्केटिंग ट्रैक और 5G टेक्नोलोजी के प्रतीक है. चीनी भाषा में बिंग का मतलब बर्फ होता है जबकि ड्वेन-ड्वेन का मतलब ईमानदारी, जीवंतता और स्वास्थ्य है.

पैरालंपिक का शुभंकर पारंपरिक लाल लालटेन पर आधारित है जिसका नाम ‘शुए रोन रोन’ (Shuey Ron Ron!) है.