Tag Archive for: Joint Military Exercise

बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास ‘TSENTR 2019’ रूस के ऑरेनबर्ग में आयोजित किया गया

बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास ‘TSENTR 2019’ का आयोजन 9 से 23 सितम्बर तक रूस के ऑरेनबर्ग स्थित डोंगुज प्रशिक्षण रेंज में किया गया. इस आयोजन की जिम्मेदारी रूस के केंद्रीय सैन्य आयोग को सौंपी गई थी.

‘TSENTR 2019’ अभ्यास में मेजबान रूस के अलावा चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान के सैन्य प्रतियोगीयों ने हिस्सा लिया.

‘TSENTR’ के इस संस्करण में दो मॉड्यूल शामिल थे. पहले मॉड्यूल में काउंटर-टेरर ऑपरेशन, एयरस्ट्राइक, टोही ऑपरेशन और डिफेंसिव उपाय शामिल थे. जबकि दूसरा आक्रामक सैन्य कार्रवाईयों पर केंद्रित था.

‘TSENTR 2019’ के उद्देश्य
‘TSENTR 2019’ का उद्देश्य भाग लेने वाली सेनाओं के बीच आपसी तालमेल पैदा करना था. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ भी साझा सैन्य अभ्यास, जिससे मध्य एशियाई देशों के बीच आपसी समन्वय बेहतर हो सके.


भारत, सिंगापुर और थाईलैंड के बीच ‘SITMEX-19’ त्रिपक्षीय अभ्यास

भारत, सिंगापुर और थाईलैंड के नौसेनाओं के बीच त्रिपक्षीय अभ्यास ‘SITMEX-19’ अंदमान और निकोबार द्वीपसमूह के पोर्ट ब्लेयर में 16 से 20 सितम्बर तक आयोजित किया जा रहा है. इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य मलक्का जलडमरूमध्य में स्वतंत्र और निर्बाध शिपिंग प्रवाह सुनिश्चित करना है. विश्व के आधे से अधिक शिपिंग व्यापार का संचालन मलक्का जलडमरूमध्य के माध्यम से किया जाता है. इस अभ्यास का आयोजन दो चरणों- बंदरगाह चरण और समुद्री चरण में किया जाएगा.


भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स 2019’ का विशाखापत्तनम में आयोजन किया गया

भारत-श्रीलंका वार्षिक समुद्री नौसेना अभ्‍यास ‘स्‍लीनैक्‍स (SLINEX) 2019’ 7 से 13 सितम्बर तक विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में आयोजित किया गया. इस अभ्‍यास में नौसेना बेड़े के कमांडिंग फ्लैग आफिसर सहित श्रीलंका की नौसेना के 323 कर्मचारीयों ने हिस्सा लिया. इस अभ्यास के लिए श्रीलंकाई नौसेना ने अपने दो ऑफशोर पट्रोल वेसल ‘SLNS सिन्दुराला’ तथा ‘SLNS सुरानिमाला’ को भेजा था.


अमेरिका का ASEAN देशों के साथ पहला संयुक्त नौसैनिक अभ्यास आयोजित किया गया

अमेरिका का दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) देशों के साथ पहला संयुक्त नौसैनिक अभ्यास 2 से 7 सितम्बर 2019 तक आयोजित किया गया.

यह सैन्य अभ्यास थाइलैंड के नौसैनिक अड्डे से शुरू हुआ था और विवादित दक्षिण चीन सागर से होते हुए सिंगापुर में समाप्त हुआ.

इस सैन्य अभ्यास में आठ युद्धपोत, तीन NH 60 हेलीकॉप्टर, एक P-8 पोसाइडन विमान और एक हजार से अधिक अमेरिकी और ASEAN सैनिकों ने हिस्सा लिया.

अमेरिका ने ASEAN देशों के साथ पहली बार संयुक्त सैन्य अभ्यास किया. ASEAN देशों ने हालांकि इसी तरह का सैन्य अभ्यास पिछले साल चीन के साथ भी किया था.

यह अभ्यास ऐसे समय हो रहा है, जब जुलाई 2018 में वियतनाम के जल क्षेत्र में चीन का एक तेल सर्वे पोत घुस आया था. इसे लेकर तनाव पैदा हो गया था. चीन ने हालांकि दावा किया था कि यह उसका क्षेत्र है.

दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा
चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है. जबकि ब्रुनेई, फिलीपींस, मलेशिया और वियतनाम भी इस पर अपना दावा करते हैं.

आसियान के सदस्य देश
आसियान के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, थाइलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, म्यांमार, कंबोडिया, ब्रुनेई और लाओस शामिल हैं.


भारत और फ्रांस के बीच संयुक्त नौसैनिक अभ्यास ‘वरुण’ की शुरुआत

भारत और सिंगापुर के बीच ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र-2019’ सैन्य अभ्यास का आयोजन