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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस यात्रा

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10-13 फ़रवरी तक फ्रांस और अमरीका की यात्रा पर थे. इस यात्रा के पहले चरण में वे 10-11 फ़रवरी को फ्रांस की यात्रा पर थे.
  • फ्रांस की यह यात्रा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), रक्षा व्यापार और सामरिक भागीदारी पर विशेष रूप से केन्द्रित थी.
  • श्री मोदी ने पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रा के साथ AI एक्शन शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की. इस सम्मेलन में AI के लिए नैतिक और जिम्मेदार दिशा-निर्देश स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
  • फ्रांस में भारतीयों के रोजगार विस्थापन, सुरक्षा, गोपनीयता और मौलिक अधिकारों जैसे प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा हुई.
  • प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों संयुक्त रूप से मार्से में भारत के पहले नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया. मार्सिले फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर है.
  • श्री मोदी और मैक्रों ने अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर का भी दौरा किया. दोनों नेता मजारगुएस युद्ध स्‍मारक में प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दिए.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी (CEO) मंच को संबोधित किया.

यूपीआई पेमेंट सिस्‍टम अपनाने वाला फ्रांस पहला यूरोपीय देश बना

फ्रांस में हाल ही में भारत की एकीकृत भुगतान प्रणाली (UPI) की औपचारिक शुरुआत हुई है.भारत ने फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित आइफिल टावर पर 2 फ़रवरी को UPI की औपचारिक शुरुआत की थी. यह पेमेंट सिस्‍टम अपनाने वाला फ्रांस पहला यूरोपीय देश बन गया है.

मुख्य बिन्दु
  • UPI मोबाइल से भुगतान की भारतीय प्रणाली है. यह ऐसी प्रणाली है, जो कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में प्रदान करती है.
  • UPI को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPIL) ने 2016 में विकसित किया था. इसकी सहायता से ग्राहक UPI से जुड़े किसी भी बैंक खाते में किसी भी समय सहजता से भुगतान कर सकता है.
  • 2022 में एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और फ्रांस की लाइरा कलेक्ट ने फ्रांस में UPI को लागू करने के लिए एक समझौता किया था.
  • भारत का UPI सिंगापुर और यूएई समेत अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्ते बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है.

फ्रांस के राष्‍ट्रपति की भारत यात्रा, 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि

फ्रांस के राष्‍ट्रपति एमैनुअल मैक्रों 25-26 जनवरी तक भारत की यात्रा पर थे. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे.

मुख्य बिन्दु

  • राष्‍ट्रपति मैक्रों इस भारत यात्रा की शुरुआत 25 जनवरी को राजस्‍थान के जयपुर से की थी. उनकी अगवानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. जयपुर में राष्‍ट्रपति मैक्रों श्री मोदी के साथ रोड शो में भी शामिल हुए.
  • फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक महत्व के जिन स्थलों का दौरा किया, उनमें आमेर महल, जंतर मंतर और जयपुर शहर यूनेस्को की वैश्विक विरासत की सूची में दर्ज है.
  • श्री मेक्रों का यह दौरा इसलिये भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक फ्रांस से ही आते हैं.
  • प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मोदी ने जयपुर में मैक्रों के साथ बैठक की. बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्‍न पहलुओं और भू-राजनीतिक चुनौतियों के समाधान पर विचार-विमर्श हुआ.
  • भारत और फ्रांस ने उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने और सतत विकास के लिए न्यायसंगत और शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने का संकल्प दोहराया. दोनों देशों ने प्रभावी बहुपक्षीय व्यवस्था में सुधार का भी आह्वान किया है.
  • प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया.
  • दोनों नेताओं ने 7 अक्तूबर 2023 को इजराइल पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने और गजा क्षेत्र में प्रभावित लोगों तक सहायता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
  • उन्होंने लाल सागर सहित समूचे क्षेत्र में संघर्ष के और बढ़ाने की संभावना पर गंभीर चिंता व्यक्त की.
  • फ्रांस के राष्‍ट्रपति की यात्रा के दौरान रक्षा अंतरिक्ष साझेदारी समझौता, न्‍यू स्‍पेस इंडिया लिमिटेड और आरियान स्‍पेस के बीच उपग्रह प्रक्षेपण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए.
  • फ्रांस के मार्सेल शहर में भारतीय वाणिज्‍य दूतावास और हैदराबाद में फ्रांसिसी ब्‍यूरो पूरी तरह से शुरु होने के लिए सहमति बनी.

प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा, फ्रांस के सबसे बडे नागरिक सम्‍मान से सम्मानित

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 13 से 15 जुलाई तक दो देशों फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यात्रा पर थे. प्रधानमंत्री अपने दौरे के पहले चरण में फ़्रांस पहुंचे थे. इस वर्ष भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इस अवसर पर वे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उन्हें निमंत्रण पर वहाँ गए थे.

मुख्य बिन्दु

  • फ्रांस में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत राष्ट्रपति मैक्रों और प्रथम महिला ब्रिजेट मैक्रॉन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिसाबेथ बोर्न और फ्रांस की संसद के अध्‍यक्ष गेरार्ड लार्चर के साथ बैठकें की.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 14 जुलाई को फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमेनुअल मैक्रॉ के साथ प्रतिनिधि स्‍तर की वार्ता की. वार्ता में उन्होंने आपसी हित के कई मुद्दों पर विचार विमर्श किया और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस ‘बैस्टिल डे’ परेड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस समारोह में भारतीय वायु सेना के विमान सहित भारत की तीनों सेनाओं की टुकडी ने भाग लिया.
  • फ्रांस के राष्‍ट्रीय दिवस या बैस्टिल डे का फ्रांसीसी चेतना में विशेष महत्‍व है. फ्रांस की क्रांति के दौरान 1789 में बैस्टिल जेल पर लोगों ने धावा बोल दिया था.
  • राष्‍ट्रपति मेक्रॉ ने श्री मोदी को फ्रांस के सबसे बडे नागरिक और सैनिक सम्‍मान ‘द ग्रान्‍ड क्रॉस ऑफ द लिजिन ऑफ ऑनर’ से सम्‍मानित किया.
  • फ्रांस में भारत के यूपीआई के उपयोग को लेकर भी समझौता हुआ. इसकी शुरूआत आइफिल टॉवर से की जाएगी. यानि अब भारतीय टूरिस्‍ट मोबाइल ऐप के जरिए रुपए में भुगतान कर पाएगा.

भारत-फ्रांस चौथा वार्षिक रक्षा वार्ता आयोजित किया गया

भारत और फ्रांस का चौथा वार्षिक रक्षा वार्ता 28 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. इस वार्ता की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबस्टियन लेकॉहूं ने की थी.

भारत-फ्रांस रक्षा वार्ता 2022: मुख्य बिन्दु

  • इस वार्ता बैठक में दोनों मंत्रियों ने रक्षा संबंधों, आतंकवाद की रोकथाम, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और आत्मनिर्भर भारत नीति के अनुरूप औद्योगिक और प्रौद्योगिक साझेदारी सहित विस्तृत विषयों पर बातचीत की.
  • श्री लेकॉहूं ने विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से मुलाकात कर यूरोप और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में वर्तमान स्थिति सहित आपसी हितों के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की.
  • फ्रांस के रक्षा मंत्री राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात कर आतंकवाद से लड़ने के लिए नजदीकी सहयोग सहित क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत की.

भारत-फ्रांस का संयुक्त वायु सेना अभ्यास ‘गरुड़-VII’ जोधपुर में आयोजित किया गया

भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच सातवां युद्धाभ्यास ‘गरुड़-VII’ 26 अक्तूबर से 12 नवंबर तक जोधपुर वायु सेना स्टेशन पर आयोजित किया गया था.

मुख्य बिन्दु

  • युद्ध अभ्यास के दौरान दोनों देशों के वायु सेना कर्मियों को वास्तविक युद्ध स्थितियों का अनुभव और कॉम्बैट ऑपरेशंस की जानकारी दी गई.
  • युद्धाभ्यास से दोनों वायु सेनाओं को परिचालन जानकारी और सर्वोत्तम तौर-तरीकों को समझने का भी अवसर मिला.
  • युद्धाभ्यास में फ्रांस के 220 सैनिकों की टुकड़ी चार राफेल फाइटर जेट और मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट के साथ हिस्सा लिया था. इंडियन एयर फोर्स की तरफ से राफेल, सुखोई, तेजस और जगुआर फाइटर जेट के अलावा एलसीएच को इस युद्धाभ्यास में उतारा गया.
  • दोनों देशों के बीच इससे पहले छह युद्धाभ्यास कुशलतापूर्वक आयोजित हो चुके हैं. यह द्विपक्षीय अभ्यास का सातवां संस्करण था. इनकी शुरुआत भारत से ही 2003 में हुई थी.

प्रधानमंत्री ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 2 से 4 मई तक यूरोप के तीन देशों की यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की यात्रा की थी. उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत जर्मनी से की थी, जबकि यात्रा के अंतिम चरण में फ्रांस गये थे.

जर्मनी

  • पीएम 2 मई को बर्लिन पहुंचे थे. वहां उन्होंने चांसलर ओलाफ शूल्ज से द्वपक्षीय वार्ता की. इसके बाद वह 6ठे भारतीय-जर्मनी अंतर सरकारी परामर्श में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता भी की.
  • इस दौरान भारत और जर्मनी के बीच कुल 9 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इनमें हरित और सतत विकास साझेदारी, दोनों विदेश मंत्रालयों के बीच वर्गीकृत सूचनाओं का आदान-प्रदान, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, कृषि, शामिल हैं.
  • प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शॉल्‍ज ने हरित और सतत विकास साझेदारी के संयुक्त आशय घोषणा-पत्र पर हस्‍ताक्षर किये. जर्मनी ने सतत विकास और जलवायु सहयोग के लिये वर्ष 2030 तक दस अरब यूरो की अतिरिक्‍त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की.

डेनमार्क

  • यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री कोपेनहेगन पहुंचे. उनकी डेनमार्क की यह पहली यात्रा थी. वे डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन के निमंत्रण पर गये थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई.
  • श्री मोदी डेनमार्क की मेजबानी में दूसरे भारत-नोर्डिक शिखर सम्मेलन (India-Nordic Summit) 2022 में भाग लिया. इस सम्मेलन में डेनमार्क के अतिरिक्त आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री ने हिस्सा लिया. इन पांच देशों को उत्‍तरी यानी नॉर्डिक देश कहा जाता है. नॉर्डिक देश नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटलीकरण और नवाचारों में भारत के महत्‍वपूर्ण साझेदार हैं.
  • प्रधानमंत्री ने कोपेनहेगन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन के साथ शिष्‍टमण्‍डल स्‍तर की वार्ता की. दोनों नेताओं ने हरित रणनीतिक भागीदारी की प्रगति की समीक्षा की. भारत और डेनमार्क के बीच यह अपनी तरह का पहला समझौता है.
  • दोनों देशों के बीच विभिन्‍न क्षेत्रों में नौ समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुए. इनमें भारत में उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र और स्‍मार्ट प्रयोगशालाओं सहित सुरक्षित तथा स्‍वच्‍छ जल के बारे में सहयोग का समझौता शामिल है.
  • नॉर्डिक देशों ने विस्‍तारित संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्‍थायी सदस्‍यता के लिए अपना समर्थन दोहराया. इन देशों ने जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा विविधिता, स्‍मार्ट ग्रिड और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्रों में भी सहयोग की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की.
  • पहला भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन 2018 में स्टॉकहोम, स्वीडन में आयोजित किया गया था. अमेरिका के अलावा, भारत एकमात्र अन्य देश है जिसके साथ नॉर्डिक देशों का शिखर-स्तरीय जुड़ाव है.
  • भारत और डेनमार्क के बीच पिछले छह वर्षों के दौरान द्विपक्षीय व्यापार 78 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. 2016 में जहां दोनों देशों के बीच 2.8 बिलियन डॉलर व्यापार हुआ था वह 2021 में बढ़कर पांच बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. भारत से डेनमार्क को निर्यात किये जाने वाले प्रमुख उत्पादों में कपड़ा,  वाहन,  धातु के सामान, लोहा और अन्य वस्तुएं शामिल हैं.

फ्रांस

  • यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने फ्रांस की यात्रा की. उन्होंने पेरिस में फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ शिष्‍टमंडल स्‍तर की वार्ता की.
  • उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. इसमें भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की मौजूदा ताकत और सफलता को बढ़ाने की बात भी हुई. भारत और फ्रांस ने माना कि वो एक दूसरे को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रमुख साझेदार के रूप में देखते हैं.
  • इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया.

20वां भारत-फ्रांस द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास ‘वरुण-2022’  अरब सागर में आयोजित किया गया

भारत और फ्रांस की नौसेना के बीच द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास ‘वरुण-2022’ का आयोजन 30 मार्च से 03 अप्रैल, 2022 तक किया गया था. यह ‘वरुण’ अभ्यास का 20वां संस्करण था जिसका आयोजन अरब सागर में किया गया था.

निर्बाध समन्वय, युद्धाभ्यास का सटीक कार्यान्वयन और जटिल पनडुब्बी-रोधी युद्ध अभ्यासों का तय समय पर निष्पादन वरुण अभ्यास -2022 की विशेषता रही.

भारत-फ्रांस नौसेना अभ्यास ‘वरुण’: एक दृष्टि

  • दोनों नौसेनाओं के बीच द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास 1993 से आयोजित किया जा रहा है और इस अभ्यास को 2001 में ‘वरुण’ नाम दिया गया था.
  • वरुण-2022 अभ्यास में दोनों नौसेनाओं के विभिन्न जहाज, पनडुब्बी, समुद्री गश्ती विमान, लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर ने हिस्सा लिया था.

भारत और फ्रांस की नौसेनाओं का संयुक्त अभ्यास ‘वरुण-2021’ आयोजित किया गया

भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के बीच हाल ही में द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘वरुण-2021’ आयोजित किया गया था. यह वरुण नौसैनिक अभ्यास का 19वां संस्करण था. इस अभ्यास का आयोजन 25 से 27 अप्रैल तक अरब सागर में आयोजित किया गया था.

इससे पहले अप्रैल में, भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं ने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ, 5 अप्रैल से 7 अप्रैल के बीच बंगाल की खाड़ी में ‘ला पेरेस’ अभ्यास में भाग लिया था.

वरुण-2021 अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना था. यह एक उच्च स्तरीय नौसेनिक अभ्यास तह, जो हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए बेहद महत्‍वपूर्ण है.

भारत और फ्रांस के बीच संयुक्त अभ्यास: एक दृष्टि

भारत और फ्रांस के संबंध विशेष तौर पर आतंकवाद, रक्षा, परमाणु और अंतरिक्ष जैसे मुद्दों पर पारंपरिक रूप से काफी अच्छे रहे हैं. दोनों देशों के बीच कुल तीन सैन्य अभ्यासों- अभ्यास वरुण (नौसेना), अभ्यास गरुण (वायुसेना) और अभ्यास शक्ति (थल सेना) का आयोजन किया जाता है.

भारत, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बीच नए गठबंधन की घोषणा की गई

भारत, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बीच 10 सितम्बर को एक नए गठबंधन की घोषणा की गई. यह घोषणा तीनों देशों के बीच आयोजित विदेश मंत्रालयों की पहली वर्चुअल बैठक की गई. यह तीनों देशों के बीच पहली बैठक थी जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने किया. फ्रांस से विदेश मंत्रालय में सेक्रेटरी जनरल फ्रांस्वा डिलात्रे और ऑस्ट्रेलिया से विदेश व व्यापार मंत्रालय की सेक्रेटरी फ्रांसिस एडमसॉन ने प्रतिनिधित्व किया.

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा

इस बैठक में तीनों देशों ने स्पष्ट कहा है कि वे इस बेहद चर्चित समुद्री क्षेत्र में साझा रणनीति बना रहे हैं. बैठक में नई भू-राजनीतिक चुनौतियों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर सबसे ज्यादा बात हुई है. तीनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग को लेकर भी विमर्श हुआ है. फ्रांस पहले भी हिंद व प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों को लेकर अपनी चिंता जता चुका है.

चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ

यह गठबंधन चीन के आक्रामकता के खिलाफ संकेत देने के तौर पर देखा जा रहा है. हाल के दिनों में अमेरिका और भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया तीसरा देश है, जो चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ काफी मुखर है. यही नहीं इस महीने के अंत तक भारत, इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक नया गठबंधन भी रूप ले रहा है. इन तीनों देशों के विदेश व रक्षा मंत्रियों की भी एक बैठक आयोजित की जानी है. इसके अलाबा भारत, अमेरिका, जापान के साथ ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की बैठक नई दिल्ली में ही आयोजित करने की तैयारी चल रही है. चार देशों के इस गठबंधन को क्वाड नाम दिया गया है.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने फ्रांस यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 22-23 अगस्त को फ्रांस यात्रा की. इस यात्रा में उन्‍होंने फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं के साथ वार्ता बैठक में आपसी हित के मुद्दों पर वार्ता बैठक की. यह वार्ता पेरिस के निकट शेटू डी शैन्टली में आयोजित की गयी थी. शेटू डी शैन्टली पेरिस से 50 किलोमीटर दूर स्थिति ऐतिहासिक इमारत है.

प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्‍ट्रपति मैक्रॉं के इस वार्ता बैठक के बाद दोनों ने नेताओं ने साझा प्रेस कांफ्रेंस की. प्रधानमंत्री मोदी ने इस वार्ता बैठक में आतंकवाद से लड़ने में फ्रांस के समर्थन की सराहना की और इस क्षेत्र में शांति के लिए काम करते रहने का संकल्‍प व्‍यक्‍त किया. राष्ट्रपति मैक्रों ने कश्मीर पर भारत के रुख का समर्थन किया. राष्ट्रपति मैक्रों ने साफ किया कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है.

फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में चार सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गये. जलवायु पर्यावरण का मुद्दा दोनों नेताओं की प्राथमिकताओं में रहा. इसके अलावा कौशल विकास, नागर विमानन, आईटी और स्पेस जैसे मुद्दों पर चर्चा की. रक्षा सहयोग पर भी विस्तार से चर्चा हुई. साइबर सुरक्षा (साइबर सिटी) के मोर्चे पर एक समझौता हुआ. असैनिक परमाणु मोर्चे पर दोनों देशों ने जैतापुर संयंत्र पर काम करने पर सहमति जताई. भारत और फ्रांस ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. दोनों देशों ने कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण में सहयोग के लिए एक सहायक प्रबंधन और साइबर सुरक्षा पर सहयोग समझौते के साथ-साथ संयुक्त समुद्री डोमेन जागरूकता के लिए क्रियान्वयन में सुधार पर भी सहमति बनी.

प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा: मुख्य बिंदु

  • वार्ता के दौरान दोनों देशों के मजबूत सांस्कृति संबंधों की भी झलक देखने को मिली. 2021-22 में फ्रांस भारतीय संस्कृति पर्व मनाया जायेगा. जिसको ‘नमस्ते फ्रांस’ नाम दिया गया है.
  • राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि पिछले एक साल में भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 25% की वृद्धि हुई है.
  • दोनों नेताओं के साझा बयान में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 से कुछ प्रावधानों के हटाये जाने को भारत का आंतरिक मामला बताया गया.
  • फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय ढंग से हल करना चाहिए. किसी तीसरे पक्ष को इसमें हस्तक्षेप या क्षेत्र में हिंसा भड़काने का काम नहीं करना चाहिए.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने और पर्यावरण तथा प्रौद्योगिकी आधारित समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं.
  • राष्‍ट्रपति इमैन्युअल मैक्रॉं ने कहा कि भारत को फ्रांस से 36 राफाल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान अगले महीने दे दिया जाएगा.
  • प्रधानमंत्री मोदी पेरिस के युनेस्‍को मुख्‍यालय में भारतीय समुदाय को सम्‍बोधित किया. श्री मोदी 1950 और 1966 में एयरइंडिया विमान दुर्घटनाओं में मारे गये लोगों की स्‍मृति में बने स्‍मारक का युनेस्‍को मुख्‍यालय से उद्घाटन किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुआर्डो फिलिप से भी मुलाकात की.