डेली कर्रेंट अफेयर्स
संविधान का 106वां संशोधन: नारी शक्ति वंदन विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 29 सितम्बर को संविधान के 128वें संशोधन विधेयक (128th Constitutional Amendment Bill) 2023 को मंजूरी दे दी. संसद के विशेष सत्र में दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) ने हाल ही में संविधान इस संशोधन विधेयक को पारित किया था.
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब यह विधेयक कानून बन गया है. इसके अंतर्गत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं.
मुख्य बिन्दु
- नए संसद भवन में पारित होने वाला यह पहला विधेयक है. राज्यसभा में यह विधेयक सभी सदस्यों के समर्थन से पारित हुआ था. लोकसभा में दो सदस्यों को छोड़कर सभी सदस्यों ने समर्थन दिया था. इस विधेयक को पारित कराने के लिए दो तिहाई बहुमत आवश्यक था.
- इस विधेयक का नाम ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ (Nari Shakti Vandan Bill) दिया गया था. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह विधेयक, अधिनियम (Nari Shakti Vandan Act) का रूप ले लिया है.
- इससे पहले भारतीय संविधान में 105 संशोधन हो चुके थे. यह भारतीय संविधान का 106वां संशोधन (106th Constitutional Amendment) होगा. 106वें संशोधन के तहत भारतीय संविधान में एक नया अनुच्छेद 334A जोड़ा गया है.
- नया अनुच्छेद प्रभावी होने के बाद 15 वर्षों की अवधि के लिए लोकसभा (330A), राज्य विधानसभाओं (332A) और दिल्ली विधान सभा (239AA) में एक तिहाई (33 प्रतिशत) सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा. आरक्षण की अवधि संसद द्वारा और आगे बढ़ाई जा सकेगी.
- इस विधेयक के लागू होने के बाद होने वाली जनगणना के प्रकाशन में आरक्षण प्रभावी होगा. जनगणना के आधार पर महिलाओं के लिये सीटें आरक्षित करने हेतु परिसीमन किया जाएगा.
- इस अधिनियम के तहत जनगणना के आधार पर, परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी.
- अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए मौजूदा कोटे के अन्दर इन जातियों की महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण भी दिया गया है.
प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का निधन
प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का 28 सितम्बर को चेन्नई में निधन हो गया. वे 98 वर्ष के थे.
एमएस स्वामीनाथन: ‘हरित क्रांति’ का जनक
- एमएस स्वामीनाथन भारत के आनुवंशिक वैज्ञानिक थे जिन्हें भारत की ‘हरित क्रांति’ का जनक माना जाता है.
- उन्होंने 1966 में मैक्सिको के बीजों (मैक्सिकन गेहूँ की एक किस्म) को पंजाब की घरेलू किस्मों के साथ मिश्रित करके उच्च उत्पादकता वाले गेहूं के संकर बीज विकिसित किए.
- इसके कारण भारत के गेहूँ उत्पादन में भारी वृद्धि हुई. इस कार्य के द्वारा भारत को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता था.
- ‘हरित क्रांति’ कार्यक्रम के तहत ज़्यादा उपज देने वाले गेहूं और चावल के बीज ग़रीब किसानों के खेतों में लगाए गए थे.
- एमएस स्वामीनाथन को ‘भारत सरकार’ द्वारा सन 1967 में ‘पद्म श्री’, 1972 में ‘पद्म भूषण’ और 1989 में ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया गया था.
भारत ने वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 में 40वां स्थान बरकरार रखा
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) ने हाल ही में वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) 2023 प्रकाशित किया था. इस सूचकांक में भारत 132 देशों में 40वें स्थान पर है. भारत वर्ष 2022 के सूचकांक में भी 40वें स्थान पर था.
भारत, वैश्विक नवाचार सूचकांक 2015 में 81वें स्थान पर था. पिछले सात वर्षों में भारत की रैंकिंग में 41 स्थान का सुधार हुआ है.
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023: मुख्य बिन्दु
- इस सूचकांक में स्विट्जरलैंड लगातार 13वें वर्ष पहले स्थान पर कायम है. इसके बाद स्वीडन, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और सिंगापुर का स्थान है.
- WIPO (World Intellectual Property Organization) सेवाओं, नीति, सूचना और सहयोग के लिये वैश्विक मंच है. यह संयुक्त राष्ट्र की एक स्व-वित्तपोषित एजेंसी है, जिसके 193 सदस्य देश हैं.
- इसका उद्देश्य एक संतुलित और प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय IP प्रणाली के विकास का नेतृत्व करना है जो सभी के लाभ के लिये नवाचार एवं रचनात्मकता को सक्षम बनाता है.
वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII): एक दृष्टि
- वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index) प्रति वर्ष की जाने वाली एक रैंकिंग है जो विश्व के विभिन्न देशों में नवाचार (Innovation) की क्षमता को इंगित करती है.
- सूचकांक की गणना के मानकों में संस्थान, मानव पूंजी और अनुसंधान, आधारभूत ढाँचे, बाज़ार संरचना, व्यापार संरचना, ज्ञान तथा प्रौद्योगिकी आउटपुट शामिल हैं.
भारत ने पाकिस्तान को पराजित कर सैफ अंडर-19 फुटबॉल का विजेता बना
सैफ अंडर-19 चैम्पियनशिप (SAFF U-19 Championship) 2023 फुटबॉल का विजेता भारत बना है. इस प्रतियोगिता के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 3-0 से हरा कर इस चैम्पियनशिप का विजेता बना.
यह प्रतियोगिता नेपाल के काठमांडू में 30 सितम्बर को खेले गया था. भारत पहले भी दो बार सैफ अंडर-19 फुटबॉल प्रतियोगिता जीत चुका है.
प्रतियोगिता के फाइनल में भारत के मैंगलेंथांग किपगेन ने 64वें और 85वें मिनट में गोल करने के बाद आखिरी क्षणों (90 + 5 मिनट) ग्वगवांसर गोयारय के लिए मौका बनाया.
30 सितंबर: अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 30 सितंबर को अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस (International Translation Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस बाइबल के अनुवादक सेंट जीरोम की स्मृति में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विभिन्न देशों में अनुवाद कार्य का महत्व प्रदर्शित करना है.
इस वर्ष यानी 2023 के अन्तर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की थीम (मुख्य विषय) ‘अनुवाद मानवता के अनेक चेहरों को उजागर करता है’ (Translation unveils the many faces of humanity) है.
29 सितम्बर: विश्व हृदय दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 29 सितम्बर को विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के उद्देश्य हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर जागरूकता फैलाना है.
विश्व हृदय दिवस 2023 का विषय (थीम) ‘हृदय का प्रयोग करें, हृदय को जानें’ (Use Heart, Know Heart) है.
सितम्बर माह का अंतिम बृहस्पतिवार: विश्व समुद्री दिवस
प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह के अंतिम बृहस्पतिवार को “विश्व समुद्री दिवस” (World Maritime Day) के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2023 में यह दिवस 28 सितम्बर को मनाया गया. इस दिवस के मनाने के उद्देश्य समुद्री सुरक्षा तथा समुद्री उद्योग पर प्रकाश डालना है.
विश्व समुद्री दिवस 2023 की थीम
इस वर्ष विश्व समुद्री दिवस का विषय (थीम) ‘MARPOL at 50 – हमारी प्रतिबद्धता जारी है’ (MARPOL at 50 – Our commitment goes on) है.
पहली बार इस दिवस को 1978 में मनाया गया था. यह दिवस अंतरराष्ट्रीय सामुद्रिक संगठन (IMO) द्वारा मनाया जाता है.
28 सितम्बर: विश्व रेबीज़ दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 28 सितम्बर को विश्व रेबीज़ दिवस (World Rabies Day) मनाया जाता है. इस दिवस के मनाने का उद्देश्य रेबीज बीमारी की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूकता फैलाना है.
इस वर्ष यानी 2023 में ‘विश्व रेबीज़ दिवस’ की थीम (मुख्य विषय) ‘सभी एक के 1, एक स्वास्थ्य सभी के लिए’ (All for 1, One Health for all) है.
यह दिवस फ्रांस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ और सूक्ष्म जीवविज्ञानी लुई पाश्चर की पूण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है. लुई पाश्चर ने पहला रेबीज टीका विकसित विकसित किया था.
28 सितंबर: सूचना की सार्वभौमिक पहुंच के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दिवस
प्रत्येक वर्ष 28 सितम्बर को सूचना की सार्वभौमिक पहुंच के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for Universal Access to Information- IDUAI) मनाया जाता है. सूचना तक सार्वभौमिक पहुंच का अर्थ है कि सभी को जानकारी मांगने, प्राप्त करने और प्रदान करने का अधिकार.
इस वर्ष यानी 2023 में IDUAI की थीम (मुख्य विषय) ‘The importance of online space for access to information’ (The importance of online space for access to information) है.
UNESCO ने नवम्बर 2015 में इसे एक दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी. पहला IDUAI 28 सितंबर 2016 को मनाया गया था.
28 सितम्बर: भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती
28 सितम्बर को क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह को उनकी जयंती पर नमन किया गया. उनका जन्म 1907 में इसी दिन लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था. यह मौजूदा पाकिस्तान का हिस्सा है.
13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह पर अमिट छाप छोड़ा. भगत सिंह को शहीद-ए-आज़म के नाम से भी जाना जाता है. उनके पिताजी का नाम किशन सिंह तथा उनकी माता जी का नाम विद्यावती था.