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रूस ने किम जोंग को द्वितीय विश्वयुद्ध के स्मृति मेडल से सम्मानित किया

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन को द्वितीय विश्वयुद्ध के स्मृति मेडल से सम्मानित किया है. नाजी जर्मनी पर जीत की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर पुतिन ने किम को यह सम्मान प्रदान किया.

किम को यह सम्मान सोवियत संघ के उन सैनिकों की स्मृति को संरक्षित करने के लिए दिया गया, जिनकी द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उत्तर कोरिया में मौत हुई थी. किम की ओर से उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री सोन-ग्वोन ने रूसी राजदूत अलेक्जेंडर मेत्सेगोरा के हाथों यह मेडल प्राप्त किया. इस दौरान किम मौजूद नहीं थे.

रूस ने किम को मॉस्को में होने वाली सैन्य परेड के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते नौ मई को होने वाली यह परेड रद्द कर दी गई थी.

मिखाइल मिशुस्टिन को रूस का नया प्रधानमंत्री बनाया गया

रूस के नए प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा हो गई है. दमित्री मेदवेदेव के इस्तीफे के बाद मिखाइल मिशुस्टिन को नया प्रधानमंत्री बनाया गया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनके नाम को आगे बढ़ाया था. रूस के प्रधानमंत्री बनने से पहले मिखाइल मिशुस्टिन ने कहा कि नई सरकार में कुछ बदलावों की योजना बनाई गई है.

दमित्री मेदवेदेव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था

दमित्री मेदवेदेव ने 15 जनवरी को रूस के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें कि दमित्री मेदवेदेव, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पुराने सहयोगी रहे हैं .साल 2012 से ही मेदवेदेव लगातार प्रधानमंत्री के पद पर कार्यरत रहे थे. दमित्री मेदवेदेव 2008 से 2012 तक राष्ट्रपति का पद भी संभाल चुके हैं.

दमित्री मेदवेदेव का रूस के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा उस समय सामने आया है, जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संविधान में बड़े संशोधन का प्रस्ताव लाया है. इसमें स्टेट डूमा को प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री और संघीय मंत्री को मंजूरी देने की शक्ति प्रदान करना शामिल है. संविधान में संशोधन से राष्ट्रपति पुतिन के लंबे समय तक सत्ता में बने रहने का रास्ता साफ हो जाएगा.

यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी गोनचारुक ने अपने पद से इस्तीफा दिया

यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी गोनचारुक ने 17 जनवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपना इस्तीफा कथित तौर पर राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की की आर्थिक मामलों की समझ की आलोचना के आरोप के बाद दिया है. हाल ही में ओलेक्सी की एक रिकॉर्डिंग सार्वजनिक हुई थी, जिसमें उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंसकी की आलोचना की थी.

युक्रेन: मुख्य तथ्य
  • युक्रेन पूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है. इसकी सीमा पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड, स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिणपश्चिम में रोमानिया और माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर से मिलती है. युक्रेन की राजधानी कीव है.
  • 19वीं शताब्दी में युक्रेन का बड़ा हिस्सा रूसी साम्राज्य का और बाकी का हिस्सा आस्ट्रो-हंगेरियन नियंत्रण में आ गया था. 1922 में यह सोवियत संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था. 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद युक्रेन फिर से स्वतंत्र देश बना.

रूस के प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दिया

रूस के प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है. मेदवेदेव साल 2012 से रूस के प्रधानमंत्री थे और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीब रहकर कम करते रहे थे. वह 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति थे. पुतिन ने मेदवेदेव की कैबिनेट से नई कैबिनेट बनते काम करते रहने को कहा है.

प्रधानमंत्री ने 15 जनवरी को राष्ट्रपति पुतिन द्वारा देश को संबोधित किए जाने के बाद इस्तीफा दिया है. अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपति ने संविधान में संशोधन का प्रस्ताव रखा है. इसमें और कैबिनेट की शक्ति विस्तार का प्रस्ताव रखा गया है.

राष्ट्रपति पुतिन के मुताबिक प्रधानमंत्री मेदवेदेव लक्ष्यों को हासिल करने में सफल नहीं हुए हैं. दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से संविधान को बदलने का प्रस्ताव है और इसलिए मौजूदा सरकार ने इस्तीफा दे दिया. मेदवेदेव को सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना दिया गया है.

माना जा रहा है कि पुतिन ने खुद को सत्ता में बनाए रखने के लिए यह प्रस्ताव रखा है जिससे अगर वह प्रधानमंत्री भी बनें तो लंबे समय तक सत्ता उनके हाथ में रहे. साल 2024 में उनका राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म हो रहा है. यह उनका चौथा कार्यकाल है. पुतिन ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भविष्य में राष्ट्रपति का कार्यकाल दो बार तक के लिए ही सीमित किया जाना चाहिए.

रूस ने हाइपरसोनिक ICBM अवनगार्ड मिसाइल को सेना में शामिल किया

रूस ने आवाज की गति से 27 गुना तेज अवनगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइल को सेना में शामिल कर लिया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 28 दिसम्बर को इसकी घोषणा की.

अवनगार्ड हाइपरसोनिक मिसाइल: एक दृष्टि

  • यह मिसाइल परमाणु क्षमताओं से लेस इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है. यह आवाज की गति से औसत 27 गुना तेजी से उड़ सकती है.
  • रूस का दावा है कि यह विश्व की सबसे तेज गति की मिसाइल है. इस मिसाइल की तेजी की वजह से कोई भी सिस्टम इससे बचाव नहीं कर सकता.
  • अवनगार्ड एक बार में दो मेगाटन न्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम है.

क्या हैं हाइपरसोनिक मिसाइल?

हाइपरसोनिक मिसाइल आवाज की रफ्तार (1235 किमी प्रतिघंटा) से कम से कम 5 गुना तेजी से उड़ान भर सकती है. इस मिसाइल में क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों की विशेषताएं होती हैं. यह मिसाइल ‘सतह से सतह’ और ‘सतह से हवा’ में मौजूद लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. तेज रफ्तार की वजह से ये मिसाइल रडार की पकड़ नहीं आते.

तुर्की की सीमा को कुर्द लड़ाकों से खाली कराने के लिए रूस और तुर्की ने एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किये

सीरिया और तुर्की की सीमा को कुर्द लड़ाकों से खाली कराने के लिए रूस और तुर्की ने 22 अक्टूबर को एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किये. इसका उद्देश्‍य सीरिया के उत्‍तर-पूर्वी इलाके पर साझा नियंत्रण स्‍थापित करना है.

समझौते के तहत तुर्की को उन इलाकों का नियंत्रण मिलेगा, जिनमें उसने इस महीने के शुरू में कार्रवाई की थी. सीमा के बाकी हिस्‍सों पर रूस और सीरिया- दोनों की सेनाएं तैनात रहेगी. दोनों देशों के बीच हुए समझौते के अंतर्गत कुर्दिश लड़ाकों को तुर्की और सीरिया की (440 किलोमीटर लंबी) सीमा से 30 किलोमीटर दूर हटने के लिए और 150 घंटों का समय दिया गया है. रूस के राष्‍ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और तुर्की के राष्‍ट्रपति रज़प तैय्यप एर्दोआन ने सीमावर्ती इलाकों की साझा गश्‍ती पर भी सहमति व्‍यक्‍त की.

उल्लेखनीय है कि तुर्की, कुर्द बलों को आतंकी मानता है और सीरिया की सीमा के अंदर तक वह एक ‘सेफ़ ज़ोन’ बनाना चाहता है. यह समझौता अमरीका समर्थित सीरियाई कुर्द लड़ाकों के नेतृत्‍व वाली सेना के उत्‍तरी सीरिया से हटने के बाद हुआ है, जिसकी मांग तुर्की करता रहा है.