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सरकार ने भारतीय ध्वज संहिता में संशोधन किया

सरकार ने 23 जुलाई 2022 को भारतीय ध्वज संहिता में संशोधन किया है. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ से ठीक पहले यह संशोधन किया गया है. इस संशोधन के तहत राष्ट्रीय ध्वज संहिता को दिन-रात फहराने की अनुमति दी गई है.

मुख्य बिन्दु

  • नए संशोधन में, खुले में तथा निजी मकानों या भवनों पर दिन-रात तिरंगा फहराने की अनुमति दी गई है. इससे पहले ध्वज को खुले में सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराने की ही अनुमति थी.
  • अब कोई भी भारतीय नागरिक, निजी या शैक्षणिक संस्थान सभी दिवसों और अवसरों पर राष्ट्रीय ध्वज के गौरव और सम्मान के अनुरूप तिरंगा फहरा सकता है.
  • भारतीय ध्वज संहिता में पिछला संशोधन 30 दिसम्बर, 2021 को किया गया था, जिसमें कपास, ऊन, रेशम और खादी के हाथ से बुने, हाथ से सिले और मशीन से बने ध्वज के अलावा पॉलिस्टर से बने या सिले गए ध्वज के उपयोग की अनुमति दी गई थी.

13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराने का आह्वान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों में तिरंगा फहराने का आह्वान किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, इसलिए हर घर तिरंगा अभियान से राष्ट्रीय ध्वज के साथ हमारा जुड़ाव और गहरा होगा.

91वीं इंटरपोल महासभा 2022 की मेजबानी भारत को मिला

भारत 91वीं इंटरपोल महासभा की 2022 में मेजबानी करेगा. यह आयोजन देश की आजादी के 75वें वर्ष के साथ होगा. इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्‍टोक ने यह प्रस्‍ताव नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इस वर्ष अगस्‍त में अपनी भारत यात्रा के दौरान दिया था.

चिली में 88वीं इंटरपोल महासभा की बैठक
भारत को मेजबानी सौंपने के प्रस्ताव पर सहमति 18 अक्टूबर को सैंटियागो, चिली में हुई 88वीं इंटरपोल महासभा की बैठक में हुई. भारत में इंटरपोल का प्रतिनिधित्व करने वाले CBI के निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने इस महासभा में प्रस्ताव पेश किया था. इसके बाद इस प्रस्ताव पर मतदान हुआ था जिसमें सदस्य देशों का ‘जबरदस्त समर्थन’ मिला.

इंटरपोल: मुख्य तथ्य

  • इंटरपोल (International Criminal Police Organisation) एक अंतर्राष्ट्रीय पुलिस सहयोग संगठन है, जिसमें भारत समेत 194 सदस्य देश हैं. इंटरपोल का मुख्यालय लीओन, फ्रांस में है और इसकी स्थापना अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन के तौर पर 1923 में हुई थी.
  • सबसे पुराने सदस्यों में शुमार भारत 1949 में इस संगठन में शामिल हुआ था. भारत में अब तक केवल एक बार 1997 में इंटरपोल महासभा का आयोजन किया गया था.