WIPO वैश्विक नवाचार सूचकांक 2025 जारी, स्विट्जरलैंड पहले और भारत 38वें स्थान पर

  • विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन (WIPO) ने 16 सितंबर को वर्ष 2025 में वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) जारी किए.
  • इस रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक नवाचार प्रणाली एक बदलाव के दौर से गुजर रही है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में जहां तीव्र तकनीकी प्रगति हुई है, वहीं वैश्विक अनुसंधान एवं विकास (R&D) की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है.
  • 2024 में वैश्विक R&D की वृद्धि दर गिरकर 2.9 प्रतिशत रही. यह वर्ष 2023 की 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर से कम है. 2010 के वित्तीय संकट के बाद का सबसे निचला स्तर है. 2025 में इसके 2.3 प्रतिशत तक गिरने की संभावना जताई गई है.

GII 2025: वैश्विक प्रदर्शन

  • GII 2025 के अनुसार, यूरोप दुनिया का सबसे नवाचारी क्षेत्र बना हुआ है, जहां शीर्ष 25 में 15 देश शामिल हैं, और शीर्ष 10 में 6 देश हैं.
  • स्विट्ज़रलैंड लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है, उसके बाद स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं.
  • चीन ने इस वर्ष विशेष उपलब्धि दर्ज करते हुए नवाचार आउटपुट (Knowledge & Technology Outputs) में स्विट्ज़रलैंड को पीछे छोड़ दिया है. वह पेटेंट फाइलिंग में अग्रणी बन गया है, R&D खर्च में दूसरे स्थान पर है.

GII 2025: भारत का प्रदर्शन

  • भारत ने GII में पिछले कुछ वर्षों में लगातार सुधार किया है. 2020 में 48वें स्थान से बढ़ते हुए अब 2025 में भारत 38वें स्थान पर पहुंच चुका है.
  • इसके अलावा, भारत ने निम्न-मध्यम आय वर्गीय देशों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है और केंद्रीय एवं दक्षिणी एशिया क्षेत्र में भी शीर्ष पर है.

भारत का विभिन्न मानकों में रैंक

  1. ज्ञान तथा प्रौद्योगिकी आउटपुट: रैंक 22
  2. बाज़ार संरचना: रैंक 38
  3. व्यापार संरचना: रैंक 64
  4. आधारभूत ढाँचे: रैंक 61
  5. संस्थान: रैंक 58
  • भारत की सफलता का प्रमुख कारण उसका डिजिटल बुनियादी ढांचा, युवा कार्यबल, और सरकार द्वारा नवाचार को प्रोत्साहन देने वाली योजनाएं हैं.

वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII): एक दृष्टि

  • वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index) एक वार्षिक रिपोर्ट है जो विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा प्रति वर्ष जारी की जाती है.
  • इस रिपोर्ट में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों की नवाचार (Innovation) क्षमता और प्रदर्शन को रैंक करती है.
  • इस सूचकांक की गणना के मानकों में संस्थान, मानव पूंजी और अनुसंधान, आधारभूत ढाँचे, बाज़ार संरचना, व्यापार संरचना, ज्ञान तथा प्रौद्योगिकी आउटपुट शामिल हैं.