प्रधानमंत्री ने साइप्रस की आधिकारिक यात्रा संपन्न की
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 19 जून तक साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया की यात्रा पर थे. यात्रा की शुरुआत उन्होंने साइप्रस से की थी. साइप्रस के बाद वे जी-7 शिखर सम्मेलन हिस्सा लेने कनाडा गए थे. उन्होंने इस यात्रा का समापन क्रोएशिया की यात्रा से किया था.
- यात्रा के पहले चरण में श्री मोदी 15 जून को साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंचे थे. वह राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के निमंत्रण पर साइप्रस गए थे.
- 23 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने साइप्रस का दौरा किया. मोदी से पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 में साइप्रस का दौरा किया था.
- प्रधानमंत्री मोदी 16 जून को राजधानी निकोसिया में साइप्रस के राष्ट्रपति नीकोस क्रिस्टो-डोलीडीज़ के साथ वार्ता बैठक की.
- इस वार्ता में दोनों पक्षों के बीच दो समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
- यूरोबैंक साइप्रस के माध्यम से सीमा पार भुगतान के लिए साइप्रस में एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) की शुरूआत के लिए समझौता हुआ.
- भारत और साइप्रस ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की. दोनों देशों ने सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक व्यापक और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया.
- आतंकवाद, ड्रग्स और आर्म्स की तस्करी की रोकथाम के लिए दोनों देशों के बीच रीयल टाइम इन्फोर्मेशन एक्सचेंज का मैकेनिज़्म तैयार किया जाएगा.
- प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-ग्रीस-साइप्रस व्यापार और निवेश परिषद के शुभारंभ का स्वागत किया.
- प्रधानमंत्री मोदी की साइप्रस यात्रा तुर्की के लिए भी एक संकेत है, जिसका साइप्रस के साथ विवाद है और पाकिस्तान के साथ उसके घनिष्ठ सैन्य संबंध हैं.
प्रधानमंत्री मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निकोसिया में साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III’ से सम्मानित किया गया. साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिड्स ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया.
साइप्रस: एक दृष्टि
- साइप्रस पूर्वी भूमध्य सागर में स्थित एक द्वीप देश है. यह एक ब्रिटिश उपनिवेश था और 1960 में इसे स्वतंत्रता मिली थी. यह यूरोपीय संघ का सदस्य देश है.
- भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. IMEC प्रस्तावित व्यापार और संपर्क मार्ग है जो भारत को मध्य पूर्व और यूरोप से जोड़ता है. इसमें रेल, सड़क तथा समुद्री मार्ग शामिल हैं.
साइप्रस का विभाजन
- साइप्रस में दो मुख्य जातीय समूह हैं: ग्रीक और तुर्की. देश की आबादी का लगभग 4/5 भाग ग्रीक मूल के हैं, जबकि 1/5 भाग तुर्की मूल के हैं.
- स्वतंत्रता के बाद दोनों समुदायों के बीच संघर्ष शुरू हो गया था. 1964 में, संयुक्त राष्ट्र ने साइप्रस में एक शांति सेना की स्थापना की थी.
- 1974 में तुर्की ने साइप्रस पर आक्रमण कर तुर्की बहुल क्षेत्र पर कब्जा कर लिया और वहाँ तुर्की साइप्रस राज्य की स्थापना की.
- तुर्की साइप्रस क्षेत्र ने 1983 में अपनी स्वतंत्रता की घोषणा कर दी. तुर्की को छोड़कर, विश्व का कोई भी देश इसे स्वतंत्रता देश के रूप में मान्यता नहीं देता है.