विपणन वर्ष 2025-26 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा

मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने वर्ष 2025-26 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है. यह निर्णय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 28 मई 2025 को हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) की बैठक में लिया गया था.

मुख्य बिन्दु

  • फसल वर्ष 2025-26 के लिए सामान्य श्रेणी के धान का MSP, 69 रुपये बढ़ाकर 2369पये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
  • पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि रामतिल फसल, 820 रुपये प्रति क्विंटल की गई है, इसके बाद रागी के लिए 596 रुपये प्रति क्विंटल, कपास के लिए 589 रुपये प्रति क्विंटल और तिल के लिए 579 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है.

फसलों के MSP में वृद्धि: एक दृष्टि

फसल2024-252025-26वृद्धि
धान (सामान्य)2300236969
धान (ए ग्रेड)2320238969
ज्वार (हाईब्रिड)33713699328
ज्वार (मालदंडी)34213749328
बाजरा26252775150
रागी42904886596
मक्का22252400175
अरहर75508000450
मूंग8682876886
उड़द74007800400
मूंगफली67837263480
सूरजमुखी72807721441
सोयाबीन48925328436
तिल92679846579
रामतिल87179537820
कपास (सामान्य)71217710589
कपास (उन्नत)75218110589

मुख्य खरीफ फसलें

धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि. खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में काट लिया जाता है.

MSP (Minimum Support Price) क्या है?

  • MSP (Minimum Support Price) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वह कीमत होती है, जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. इसे सरकारी भाव भी कहा जा सकता है.
  • सरकार हर साल फसलों की MSP तय करती है ताकि किसानों की उपज का वाजिब भाव मिल सके. इसके तहत सरकार फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, नैफेड जैसी सरकारी एजेसिंयों की मदद से किसानों की फसलों को खरीदती है.