संसद ने हाल ही में त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक 2025 पारित था. राज्य सभा ने यह विधेयक 1 अप्रैल 2025 को पारित किया गया था, जबकि लोकसभा ने इसे 26 मार्च 2025 को पारित किया था. राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद यह अधिनियम बन जाएगा.
इस विधेयक का उद्देश्य गुजरात के आनंद में सहकारी विश्वविद्यालय स्थापित करना है. यह देश का पहला सहकारी विश्वविद्यालय होगा.
इस विधेयक के अनुसार ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनंद (IRMA) का नाम बदलकर त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय कर दिया जाएगा. IRMA की स्थापना 1979 में गुजरात के आनंद में एक सोसायटी के रूप में की गई थी.
IRMA की स्थापना भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीस कुरियन के नेतृत्व में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), भारत सरकार, गुजरात सरकार, भारतीय डेयरी निगम और स्विस एजेंसी फॉर डेवलपमेंट कोऑपरेशन के सहयोग से की गई थी.
भारत को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए IRMA के सहयोग से 1970 में ऑपरेशन फ्लड (श्वेत क्रांति) शुरू किया गया था.
त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय होगा. यह सहकारी क्षेत्र की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए शिक्षा और क्षमता निर्माण प्रदान करेगा.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-04-03 19:52:302025-04-03 19:52:30संसद ने त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक पारित किया