भारतीय स्वास्थ्य संस्थान ‘NIMHANS’ को WHO का नेल्सन मंडेला पुरस्कार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बेंगलुरु में स्थित राष्ट्रीय मानसिक जाँच एवं स्नायु विज्ञान संस्थान (NIMHANS) को स्वास्थ्य संवर्धन के लिए नेल्सन मंडेला पुरस्कार (Nelson Mandela Award for Health Promotion) 2024 से सम्मानित किया है. NIMHANS को यह पुरस्कार बोत्सवाना के प्रोफेसर बोंटले मबोंगवे के साथ संयुक्त रूप से दिया गया.

मुख्य बिन्दु

  • 31 मई 2024 को जिनेवा में 70वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में एक विशेष समारोह में NIMHANS की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने यह पुरस्कार प्राप्त किया. इस अवसर पर WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस उपस्थित थे.
  • विश्व स्वास्थ्य सभा WHO की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है, और इसकी वार्षिक बैठक स्विट्जरलैंड के जिनेवा में WHO मुख्यालय में आयोजित की जाती है.
  • WHO हर साल अपने चार क्षेत्रों-अफ्रीका, पूर्वी भूमध्यसागरीय, दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत से आठ विजेताओं का चयन करता है. प्रत्येक विजेता एक व्यक्ति या संस्था हो सकती है जिसने अपने देश या विश्व स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य में अद्वितीय योगदान दिया है.
  • NIMHANS (राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान) की स्थापना 27 दिसंबर 1974 को मैसूर सरकार द्वारा स्थापित मानसिक अस्पताल और भारत सरकार के अखिल भारतीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान को मिलाकर की गई थी.
  • NIMHANS केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन है. 2012 में, NIMHANS को राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया था.
  • WHO संयुक्त राष्ट्र संघ की एक अनुषांगिक इकाई है. इसकी स्थापना 7 अप्रैल 1948 को की गयी थी. WHO का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है. भारत WHO का सदस्य देश है. डबल्यूएचओ के महानिदेशक: डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस (मई 2017 से) हैं.