सिंगापुर में 21वां ‘शांगरी-ला डायलॉग’ आयोजित किया गया

अंतरराष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा सम्मेलन शांगरी-ला संवाद (Shangri La Dialogue) सिंगापुर के शांगरी ला होटल में 31 मई से 2 जून 2024 तक आयोजित किया गया था. इसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्रों और दुनिया के अन्य हिस्सों से सौ से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

21वां शांगरी-ला डायलॉग: मुख्य बिन्दु

  • यह शांगरी-ला डायलॉग का 21वां संस्करण था, जिसका उद्घाटन अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने किया था. वार्ता में चीन, इंडोनेशिया, मालदीव, फ्रांस, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के रक्षा मंत्री भी शामिल थे.
  • वार्ता में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर और तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति डॉ. जोस होर्टा ने भी भाग लिया. इस बार भारत का प्रतिनिधित्व नहीं था.
  • इस वर्ष चीन का प्रतिनिधित्व उसके रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून ने किया था. कार्यक्रम संबोधित करते हुए उन्होंने ताइवान की स्वतंत्रता को रोकने के लिए दृढ़ कार्रवाई करने की बात कही.

शांगरी-ला डायलॉग: एक दृष्टि

  • शांगरी-ला डायलॉग या एशियाई सुरक्षा शिखर सम्मेलन, एशिया प्रशांत के देशों को क्षेत्र की सुरक्षा समस्याओं पर चर्चा करने और समाधान खोजने के लिए ऐसा वातावरण प्रदान करने का प्रयास करता है.
  • इसका आयोजन सिंगापुर सरकार के साथ इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस), लंदन द्वारा किया जाता है.
  • बैठक का स्थायी स्थान सिंगापुर में स्थित शांगरी-ला होटल है. अब यह बैठक अब शांगरी ला संवाद के नाम से अधिक प्रसिद्ध है.
  • शांगरी-ला संवाद का श्रेय ब्रिटिश रणनीतिकार सर जॉन चिपमैन को दिया जाता है. सर चिपमैन ने क्षेत्र की सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 1990 के दशक में सिंगापुर के पूर्व प्रधान मंत्री ली कौन यू से संपर्क किया था.
  • ली कौन यू के सहयोग से पहला एशियाई सुरक्षा सम्मेलन, या शांगरी ला संवाद, 2002 में आयोजित किया गया था.
  • इसका उद्घाटन हमेशा संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा मंत्री के द्वारा किया जाता है. चीनी रक्षा मंत्री हमेशा अगले दिन के सत्र की शुरुआत करते हैं.
  • 2018 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शांगरी ला संवाद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधान मंत्री थे.