नीदरलैंड के रोटरडैम के विश्‍व हाइड्रोजन सम्‍मेलन 2024 का आयोजन

नीदरलैंड के रोटरडैम में 13 से 15 मई 2024 तक विश्‍व हाइड्रोजन सम्‍मेलन (World Hydrogen Summit) 2024 का आयोजन किया गया था. सम्‍मेलन में भारत के नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने अपना पहला मंडप स्थापित किया था. इसका उद्घाटन नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव, भूपिंदर सिंह भल्ला ने किया था.

मुख्य बिन्दु

  • नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा सचिव भूपिन्‍दर सिंह भल्ला ने सम्‍मेलन में वैश्विक हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर भारत के योगदान के महत्‍व पर जोर दिया.
  • श्री भल्‍ला ने कहा कि भारत हरित हाइड्रोजन की मांग को पूरा करने में सक्षम है. उन्‍होंने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक स्‍तर पर भारत के महत्‍व को दर्शाया और देश की नवीकरणीय ऊर्जा की कम लागत पर जोर दिया.
  • 2024 विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन और प्रदर्शनी सबसे बड़ा वैश्विक हरित हाइड्रोजन कार्यक्रम है जो दुनिया में हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी और हरित हाइड्रोजन आधारित ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना चाहता है.

राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन

  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2022 में राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी गई थी. भारत सरकार ने मिशन के लिए 19,744 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी है.
  • राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन ने वर्ष 2030 तक प्रति वर्ष कम से कम 5 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) की हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता का विकास, 125 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में वृद्धि, जीवाश्म ईंधन के आयात में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमी करना, वार्षिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में लगभग 50 एमएमटी की कमी का लक्ष्य रखा है.