पापुआ न्‍यू गिनी में विनाशकारी भू-स्‍खलन, भारत द्वारा 1 मिलियन डॉलर की सहायता

पापुआ न्‍यू गिनी के एंगा प्रांत में 24 मई को एक विनाशकारी भू-स्‍खलन हुआ था. इस भू-स्‍खलन में सैकड़ों लोग दब गए और जानमाल को काफी नुकसान हुआ था. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) के अनुसार अभी भी 2000 से अधिक लोगों के मिट्टी के नीचे फंसे होने की आशंका है.

मुख्य बिन्दु

  • भारत ने पापुआ न्यू गिनी में राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के प्रयासों को समर्थन देने के लिए एक मिलियन अमरीकी डॉलर की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
  • आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन भारत के हिंद-प्रशांत महासागर पहल (IPOI) का एक मुख्य स्तंभ है. इसकी घोषणा नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की थी.
  • पैसिफ़िक रिंग ऑफ़ फायर पर स्थित होने के कारण पापुआ न्यू गिनी में भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट का खतरा बना रहता है.

पापुआ न्यू गिनी: एक दृष्टि

  • पापुआ न्यू गिनी दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. यह ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रशासित था और 1975 में स्वतंत्र हो गया. ब्रिटिश सम्राट, पापुआ न्यू गिनी का प्रमुख होता है. जेम्स मारापे यहाँ के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं. पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोर्स्ले और मुद्रा किना है.
  • पापुआ न्यू गिनी दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है, जिसकी आबादी लगभग 1 करोड़ है. खनिज संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद, यह देश विकास के मामले में अपने पड़ोसी देशों से काफी पीछे है.