विश्व प्रवासन रिपोर्ट: भारत को सर्वाधिक $111 बिलियन का प्रेषण प्राप्त हुआ

संयुक्त राष्ट्र के इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने 7 मई, 2024 को ‘विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2024’ जारी की थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में भारत को 111 बिलियन डॉलर से अधिक का प्रेषण प्राप्त हुआ था. आवक प्रेषण से तात्पर्य विदेशों में काम करने वाले लोगों द्वारा अपने देश में भेजे गए धन से है.

विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2024: मुख्य बिन्दु

  • भारत आवक प्रेषण में $100 बिलियन से अधिक प्राप्त करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. भारत को 2022 में प्रेषण के रूप में $111.22 बिलियन प्राप्त हुए, जबकि 2020 में उसे $83.15 बिलियन प्राप्त हुए थे.
  • मेक्सिको ने 2022 में $61.10 बिलियन के आवक प्रेषण के साथ चीन को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया.
  • 2024 के रिपोर्ट के अनुसार 2022 में वैश्विक अंतरराष्ट्रीय प्रेषण 831 अरब डॉलर था जबकि 2021 में यह 791 अरब डॉलर और 2020 में 717 अरब डॉलर था.
  • अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM)  जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है. अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन रिपोर्ट हर दो साल में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन द्वारा प्रकाशित की जाती है.
  • भारत में अनुमानित 1.8 करोड़ लोग अंतरराष्ट्रीय प्रवासी के रूप में काम करने के लिए विदेश जाते हैं. भारतीय अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों, डॉक्टरों आदि जैसे पेशेवरों का अनुपात बढ़ गया है. इनके वेतन ज़्यादा होता है और वे बड़ी मात्रा में पैसा भारत भेजते हैं.