डेली कर्रेंट अफेयर्स
संसद ने ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2022 पारित किया
संसद ने ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2022 पारित कर दिया है. राज्यसभा ने इस विधेयक का अनुमोदन 12 दिसम्बर को किया. लोकसभा में यह पहले ही पारित हो चुका था.
मुख्य बिन्दु
- इस विधेयक का उद्देश्य ऊर्जा की क्षमता और इसके संरक्षण को बढ़ावा देना है.
- विधेयक के माध्यम से केंद्र सरकार को कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग प्रणाली निर्धारित करने का भी अधिकार दिया गया है.
- इसमें यह भी व्यवस्था की गई है कि कुछ विशेष उपभोक्ता अपनी ऊर्जा आवश्यकता के कुछ भाग की पूर्ति गैर जीवाश्म स्रोतों से कर सकते हैं.
14 दिसम्बर: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस
प्रत्येक वर्ष 14 दिसम्बर को विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency- BEE) द्वारा ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस’ (National Energy Conservation Day) मनाया जाता है.
इसी दिन विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस (World Energy Conservation Day) भी मनाया जाता है. जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और ऊर्जा स्रोतों की बचत करने के प्रयासों के बारे में जागरूक करने तथा प्रोत्साहित करने पर ध्यान देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
खुदरा मुद्रास्फीति ग्यारह महीने के निचले स्तर पर
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति इस वर्ष नवंबर में ग्यारह महीने के निचले स्तर 5.88 प्रतिशत पर आ गई. खुदरा महंगाई दर पिछले साल दिसंबर के बाद से सबसे निचले स्तर पर आ गई है. अक्टूबर में, देश की वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति तीन महीने के निचले स्तर 6.77 प्रतिशत रही.
भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विशेष मंत्रिस्तरीय कार्यक्रम
भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का दो विशेष मंत्रिस्तरीय कार्यक्रम 14-15 दिसम्बर को न्यूयॉर्क में आयोजित किया जा रहा है. विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क गए हैं. डॉक्टर जयशंकर इन कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे.
भारतीय फिल्म RRR दो गोल्डन ग्लोब अवार्ड के लिए नामित
भारतीय फिल्म RRR दो गोल्डन ग्लोब अवार्ड के लिए नामित किया गया है. फिल्म को सर्वश्रेष्ठ – गैर-अंग्रेजी फिल्म और सर्वोत्कृष्ट मौलिक गीत -नाटु नाटु के लिए नामांकित किया गया है. यह फिल्म स्वाधीनता पूर्व 1920 के दशक में दो भारतीय क्रांतिकारियों-अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की सच्ची कथा पर आधारित है.