देश की पहली हरित हाइड्रोजन माइक्रोग्रिड परियोजना की शुरुआत

भारत में पहली हरित हाइड्रोजन माइक्रोग्रिड परियोजना की हाल ही में शुरुआत हुई है. यह परियोजना आंध्र प्रदेश में सिम्हाद्री (विशाखापत्तनम के पास) शुरू की गयी है. इसकी शुरुआत नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (NTPC) लिमिटेड द्वारा की गयी है.

मुख्य बिंदु

  • हरित हाइड्रोजन माइक्रोग्रिड परियोजना के प्रारूप को NTPC द्वारा डिज़ाइन किया गया है. इससे पहले NTPC ने तेलंगाना के रामागुंडम् में भारत के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्लांट के विकास का काम शुरू किया था.
  • यह बड़े पैमाने पर हाइड्रोजन ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं में से एक है. यह वर्ष 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है.
  • परियोजना के पास स्थापित फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट से इनपुट पावर लेकर उन्नत 240 kW सॉलिड ऑक्साइड इलेक्ट्रोलाइज़र का उपयोग कर हाइड्रोजन का उत्पादन किया जाएगा.
  • दिन के दौरान उत्पादित हाइड्रोजन को उच्च दबाव पर संग्रहीत किया जाएगा और 50 किलोवाट ठोस ऑक्साइड ईंधन सेल (या SOFC) का उपयोग करके विद्युतीकृत किया जाएगा. SOFC एक विद्युत रासायनिक रूपांतरण उपकरण है जो ईंधन के ऑक्सीकरण द्वारा सीधे विद्युत उत्पन्न करता है.

ग्रीन हाइड्रोजन और राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन (NHM)

ग्रीन हाइड्रोजन पवन और सौर जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों द्वारा संचालित इलेक्ट्रोलाइज़र का उपयोग करके जल को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करके उत्पादित किया जाता है.

केंद्रीय बजट (2021-22) ने ऊर्जा स्रोत के रूप में राष्ट्रीय हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन (NHM) की घोषणा की है. स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन विकल्प के लिये हाइड्रोजन पृथ्वी पर सबसे प्रचुर तत्त्वों में से एक है.

लेटेस्ट कर्रेंट अफेयर्स 〉