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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की स्लोवाकिया की यात्रा

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 7 से 10 अप्रैल 2025 तक पुर्तगाल और स्लोवाकिया की आधिकारिक यात्रा पर थीं. अपनी यात्रा के दूसरे चरण में वे 9-10 अप्रैल को स्लोवाकिया में थी. राष्ट्रपति मुर्मु स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी के निमंत्रण पर वहाँ गईं थीं.
  • भारतीय राष्ट्रपति की 29 वर्षों में स्लोवाकिया की यह पहली यात्रा थी. राष्ट्रपति मुर्मू से पहले राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने अक्टूबर 1996 में स्लोवाकिया का दौरा किया था.
  • राष्‍ट्रपति मुर्मु ने स्लोवाकिया के ब्रातिस्लावा में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच को संबोधित किया.
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को स्लोवाकिया के नित्रा में कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर विश्वविद्यालय ने मानद डिग्री ‘ऑनोरिस कौसा’ (Honoris Causa) (डॉक्टरेट की मानद उपाधि) प्रदान की.
  • उन्होंने स्लोवाकिया के नित्रा में टाटा के स्वामित्व वाले जगुआर लैंड रोवर असेंबली प्लांट का भी दौरा किया.
  • राष्ट्रपति मुर्मु ने स्‍लोवाकिया में राष्‍ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं और साझा वैश्विक तथा क्षेत्रीय हितों के मुद्दों पर चर्चा की.
  • इस यात्रा के दौरान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और राजनयिकों के प्रशिक्षण में सहयोग पर दो समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गया.
  • स्लोवाकियाई राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का स्थायी सदस्य बनने के भारत के प्रयास के लिए अपने देश के पूर्ण समर्थन की घोषणा की.

स्लोवाकिया: एक दृष्टि

  • स्लोवाकिया मध्य यूरोप में एक भूमि से घिरा हुआ यूरोपीय संघ का सदस्य देश है. 1918 में इसने चेक गणराज्य के साथ मिलकर चेकोस्लोवाकिया नामक देश का गठन किया था.
  • 1 जनवरी 1993 को चेकोस्लोवाकिया को भंग कर दिया गया और दो स्वतंत्र देश, चेक गणराज्य और स्लोवाकिया बना.

राष्ट्रपति ने अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा संपन्न की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 13-19 अक्तूबर 2024 तक तीन अफ्रीकी देशों- अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा पर थे. उन्होंने पहले अल्जीरिया, फिर मॉरिटानिया और आखिरी चरण में मलावी की यात्रा की थी. राष्ट्रपति मुर्मू इन तीन अफ्रीकी देशों की आधिकारिक यात्रा करने वाले पहली भारतीय राष्ट्रपति हैं.

अल्जीरिया

  • राष्ट्रपति मुर्मू ने इस यात्रा के पहले चरण में 13 अक्तूबर को अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स पहुंची थीं.
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने अल्जीयर्स के एल मौराडिया पैलेस में अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने के साथ आधिकारिक वार्ता की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
  • अल्जीरिया के सिदी अब्देल्ला विज्ञान और प्रौद्योगिकी पोल विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपति मुर्मू को राजनीति विज्ञान में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया था.
  • अल्जीरिया, अफ़्रीका के मघरेब क्षेत्र में स्थित एक देश है जिसकी राजधानी और सबसे अधिक आबादी वाला शहर अल्जीयर्स है.
  • अल्जीरिया की सीमाएँ उत्तर-पूर्व में ट्यूनीशिया, पूर्व में लीबिया, दक्षिण में नाइजर और माली, दक्षिण-पश्चिम में मॉरिटानिया और पश्चिमी सहारा तथा पश्चिम में मोरक्को.

मॉरिटानिया

  • तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति मुर्मु ने मॉरिटानिया की यात्रा की थी. उन्होंने मॉरिटानिया के राष्ट्रपति मोहम्मद ऑल्द ग़जुआनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की.
  • इस अवसर पर दोनों देशों के बीच चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को मजबूत करने और आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया.
  • दूसरा समझौता दोनों देशों के विदेशी संबंधों के प्रशिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग के लिए और तीसरा राजनयिक और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा नियमों में छूट पर किया गया. चौथा समझौता 2024 से 2028 तक दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ है.
  • मॉरिटानिया एक इस्लामिक देश है जो अफ़्रीका में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित है. मॉरिटानियन फ्रांस का उपनिवेश था और 1960 में इसे स्वतंत्रता मिली.
  • अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में बसा मॉरिटानिया एक बेहद गरीब देश है और इसकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा खानाबदोश है.
  • मॉरिटानिया में लौह अयस्क, तांबा और जिप्सम के साथ-साथ कुछ तेल संसाधनों के बड़े भंडार हैं.

मलावी

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी तीन अफ्रीकी देशों की आधिकारिक यात्रा के अंतिम चरण में 17 अक्टूबर को मलावी पहुंचीं थीं.
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मलावी के राष्ट्रपति डॉ. लाजरस मैक्कार्थी चकवेरा के साथ मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
  • द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. ये समझौते; कला एवं संस्कृति, युवा मामले, खेल और फार्मास्युटिकल सहयोग से संबंधित थे.
  • मलावी दक्षिणपूर्वी अफ़्रीका में तंजानिया, मोज़ाम्बिक और ज़ाम्बिया से घिरा हुआ देश है. मलावी झील, जिसे न्यासा झील के नाम से भी जाना जाता है, मलावी के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग पांचवां हिस्सा है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर लेस्ते की यात्रा संपन्न की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 4 से 11 अगस्त तक फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर लेस्ते की यात्रा पर थे. उनकी इस यात्रा से भारत की एक्ट ईस्ट नीति को और गति मिलने और दक्षिण पूर्व एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र पर भारत के विशेष फोकस की पुष्टि होने की उम्मीद है.

फिजी

  • राष्ट्रपति मुर्मु ने यात्रा की शुरुआत फिजी से की थी. वे फिजी का दौरा करने वाले पहली भारतीय राष्ट्रपति हैं. यह यात्रा ऐसे समय हुई जब भारत और फिजी राजनयिक संबधों के 75 साल पूरे कर रहे हैं.
  • यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति ने फ़िजी संसद को संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि भारत और फिजी को ग्लोबल साउथ की चिंताओं से निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.
  • इस दौरे की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सुवा में भारत की अनुदान सहायता से बनाए जा रहे 100 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी कार्डियोलॉजी अस्पताल के लिए परियोजना स्थल आवंटित करने वाले दस्तावेज़ को सौंपना रहा.
  • फिजी, दक्षिण प्रशान्त महासागर के मेलानेशिया में एक द्वीप देश है। यह न्यूज़ीलैण्ड के नॉर्थ आईलैंड से करीब 2000 किमी उत्तर-पूर्व मे स्थित है। फिजी की राजधानी सुवा औरआधिकारिक मुद्रा फ़िजी डॉलर है.

राष्ट्रपति मुर्मू को फिजी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को फिजी की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान फिजी का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया गया. फिजी के राष्ट्रपति, रातू विलियम मैवलीली काटोनिवेरे ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया.

न्यूजीलैंड

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 8-9 अगस्त तक न्यूजीलैंड की राजकीय यात्रा पर थे. वे फिजी की यात्रा के बाद यहाँ पहुंचे थे. वेलिंगटन में न्यूजीलैंड की गवर्नर जनरल डैम सिंडी कीरो ने उनका औपचारिक रूप से स्वागत किया.
  • न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्‍टोफर लक्‍सन और उप प्रधानमंत्री तथा विदेश मंत्री विन्‍सटन पीटर्स ने भी राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात की.
  • उन्होंने वेलिंगटन कनवेंशन सेंटर में न्‍यूजीलैंड अंतरराष्‍ट्रीय शिक्षा सम्‍मेलन में हिस्सा लिया. इस वर्ष भारत सम्माननीय अतिथि था.
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की उपस्थिति में भारत और न्यूजीलैंड ने वेलिंगटन में द्विपक्षीय सीमा शुल्क सहयोग व्यवस्था समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता द्विपक्षीय व्यापार को आसान बनाने के उद्देश्य से है.
  • न्यूज़ीलैंड दक्षिण पश्चिमि प्रशांत महासागर में दो बड़े द्वीप और अन्य कई छोटे द्वीपों से बना एक देश है। न्यूज़ीलैंड की राजधानी वेलिंग्टन और मुद्रा न्यूज़ीलैण्ड डॉलर है।

तिमोर लेस्ते

  • इस यात्रा के अंतिम चरण में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तिमोर लेस्ते गई थीं. जहां राजधानी दिली में उन्होंने तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठकें की.
  • दोनों देशों ने आपसी सहयोग पर तीन समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आपसी संबंधों को सुदृढ करने पर बल दिया.
  • तिमोर-लेस्ते, पूर्वी तिमोर का आधिकारिक नाम है। यह दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। यह तिमोर द्वीप के पूर्वी हिस्से, पास के अतौरो और जाको द्वीप और इंडोनेशियाई पश्चिम तिमोर के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में स्थित है। पूर्वी तिमोर की राजधानी दिली है।  यहाँ की राष्ट्रीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर है।

तिमोर लेस्ते में राष्‍ट्रपति को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

तिमोर लेस्ते में राष्‍ट्रपति को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ़ ऑर्डर ऑफ़ तिमोर-लेस्ते’ से सम्मानित किया गया.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु  ने सूरीनाम और सर्बिया की यात्रा संपन्न की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 3 से 9 जून तक सूरीनाम और सर्बिया की यात्रा पर थे. यात्रा के पहले चरण में राष्ट्रपति, सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ समारोह में मुख्य अतिथि थीं. यात्रा के दूसरे चरण में 7 से 9 जून तक वे सर्बिया की यात्रा पर थीं.

मुख्य बिन्दु

  • राष्ट्रपति मुर्मु की यह यात्रा एतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण थी. वे सूरीनाम में भारतीयों के आने की 150वीं वर्षगांठ पर जून को आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि थीं.
  • यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान- ‘द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ़ द चेन ऑफ़ येलो स्टार’ से अलंकृत किया गया. पारामारिबो में सूरीनाम गणतंत्र के राष्‍ट्रपति चंद्रिका परसाद संतोखी ने उन्‍हें यह सम्‍मान प्रदान किया. वह यह पुरस्कार पाने वाली पहली भारतीय हैं.
  • दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई. स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए 3 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूचिच के साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की. इस वार्ता में दोनों नेता द्विपक्षीय व्यापार को इस दशक के अंत तक 32 करोड़ यूरो से बढ़ाकर एक अरब यूरो करने पर सहमत हुए हैं.

राष्ट्रपति की तुर्कमेनिस्‍तान और नीदरलैंड की यात्रा: तुर्कमेनिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरे

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 31 मार्च से 4 अप्रैल तक दो देशों- तुर्कमेनिस्‍तान और नीदरलैंड की यात्रा पर थे. यात्रा के पहले चरण में वे तुर्कमेनिस्तान गये थे. यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की तुर्कमेनिस्तान की पहली यात्रा थी. भारत के तुर्कमेनिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष और नीदरलैंड के साथ राजनयिक संबंधों के 15 वर्ष पूरे हो रहे हैं.

मुख्य बिंदु

  • राष्‍ट्रपति तुर्कमेनिस्‍तान की राजधानी आश्‍खाबाद् में वहां के राष्‍ट्रपति बर्दीमुहामिदोव से राष्‍ट्रपति आवास ओगुज़ान पैलेस में मुलाकात की. इस दौरान आपसी चर्चा और शिष्‍टमंडल स्‍तर की बातचीत हुई, जिसके बाद कई समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर किए गये.
  • इस यात्रा के दौरान उन्होंने मध्‍य एशिया की सबसे बडी मस्जिद जिपजाक मस्जिद; पीपल्स मैमोरियल मोन्यूमेंट, खेल परिसर और अशगबाद में योग तथा पारंपरिक औषधि केंद्र भी गये थे. राष्‍ट्रपति कोविंद खेल परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित की.
  • उन्होंने भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में डाक टिकट जारी करने संबंधी समारोह में भी हिस्सा लिया.
  • राष्ट्रपति इस यात्रा के दूसरे चरण में नीदरलैंड्स की यात्रा की थी. नीदरलैंड्स के सम्राट और साम्राज्ञी ने औपचारिक रूप से उनका स्वागत किया.
  • भारत और नीदरलैंड के बीच राजनयिक संबंधों और मित्रता के 15 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एम्स्टर्डम में नीदरलैंड के राजा और रानी ने राष्ट्रपति का उत्साह पूर्वक आतिथ्य सत्कार किया.

बांग्लादेश का 50वां विजय दिवस: राष्‍ट्रपति कोविंद ने विशेष अतिथि के रूप में हिस्सा लिया

बांग्लादेश ने अपना 50वां विजय दिवस 16 दिसम्बर को मनाया था. भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इस समारोह में हिस्‍सा लिया था. राष्‍ट्रपति कोविंद ने बांग्‍लादेश के राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद अब्‍दुल हमीद के निमंत्रण पर इस कार्यक्रम में हिस्‍सा लिया था. श्री कोविंद राष्‍ट्रीय परेड ग्राउंड में विजय दिवस समारोह में विशेष अतिथि थे.

राष्‍ट्रपति कोविंद ने इस यात्रा के दौरान बांग्‍लादेश के साथ शिष्‍टमंडल स्‍तर की बैठक की, जिसमें आपसी हित के विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा हुई. उनकी यात्रा के दौरान बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और वहां के विदेश मंत्री एके अब्‍दुल मोमिन राष्ट्रपति से मिलने गये थे.

उन्‍होंने आज बांग्‍लादेश के मुक्ति योद्धाओं, 1971 युद्ध के भारतीय वीरों, प्रख्यात नागरिकों, भारतीय समुदाय के लोगों तथा बांग्‍लादेशी समाज के विभिन्‍न वर्गों के लोगों से बातचीत की.

राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कई महत्‍वपूर्ण घोषणाएं हुई. इनमें ढाका में लिबरेशन वॉर संग्रहालय को बंगबंधु बापू डिजिटल प्रदर्शनी उपहार में देने, और दिल्ली विश्वविद्यालय में बंगबंधु चेयर के पहले व्यक्ति की घोषणा शामिल है.

मुख्य बिंदु

भारत और बांग्लादेश, 16 दिसम्‍बर को पाकिस्‍तान पर विजय उत्‍सव के रूप मनाते हैं. 1971 में हमारी संयुक्‍त सेनाओं के समक्ष पाकिस्‍तान की सेना ने समर्पण किया था, जिसकी परिणति बांग्‍लादेश की स्‍वतंत्रता के रूप में हुई थी.

बांग्लादेश के साथ भारत के संबंध ‘पड़ोसी पहले’ और ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के मुख्य स्तंभों में से एक है. दोनों देशों के बीच व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, बिजली, जल संसाधन, सीमा प्रबंधन, रक्षा और सुरक्षा, संस्कृति तथा लोगों से लोगों के बीच संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत और बहुआयामी आपसी सहयोग है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद फिलीपींस और जापान की यात्रा पर: भारत और फिलीपींस के बीच चार समझौते


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 17 से 23 अक्टूबर तक फिलीपींस और जापान की यात्रा पर हैं. अपनी यात्रा के पहले चरण में वे 17 अक्टूबर को फिलीपींस की राजधानी मनीला पहुंचे थे.

इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने फिलिपीन्‍स के राष्‍ट्रपति रोड्रिको ड्यूटेर्टे के साथ शिष्‍टमंडल स्‍तर की वार्ता की. इस वार्ता में दोनों देशों ने हर प्रकार के आंतकवाद के सफाये के लिए मिलकर काम करने का संकल्‍प लिया. इस दौरान दोनों देशों के बीच सुरक्षा, समुद्री सहयोग, पर्यटन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा संस्‍कृति क्षेत्र में चार समझौतों पर हस्‍ताक्षर किए गए. राष्ट्रपति कोविंद ने फिलिपीन्‍स के साथ अंतरिक्ष कार्यक्रमों में सहयोग बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता भी व्‍यक्‍त की.

अपनी यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति कोविंद 21 से 23 अक्टूबर तक जापान में रहेंगे जहां वे जापान के राजा के राज्याभिषेक में शिरकत करेंगें इसके अलावा राष्ट्रपति कोविंद जापान में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और हाई स्पीड रेल में भी सफर करेंगें.

राष्ट्रपति ने तीन अफ्रीकी देशों – बेनिन, गाम्बिया और गिनी की यात्रा संपन्न की

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 28 जुलाई से 3 अगस्त तक तीन पश्चिम अफ्रीकी देशों – बेनिन, गाम्बिया और गिनी की यात्रा संपन्न की. भारत के किसी राष्ट्रपति की इन तीन अफ्रीकी देशों की यह पहली यात्रा थी. राष्ट्रपति कोविंद ने इस यात्रा के दौरान इन देशों के राष्ट्रपति के साथ बातचीत की और उनके साथ विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. परंपरागत औषधि, अफ्रीका ई-नेटवर्क परियोजना, सौर और नवीकरणीय ऊर्जा, ई-शिक्षा और आयुर्वेद के क्षेत्रों में कई समझौते पर हस्ताक्षर किये गए. गिनी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान नैशनल ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित भी किया गया.

बेनिन: राष्ट्रपति कोविंद 28 जुलाई को इस यात्रा के की शुरुआत बेनिन से की थी. उन्होंने कोटोनू में बेनिन के राष्‍ट्रपति पैट्रिस तेलौं के साथ वार्ता की. इस वार्ता में दोनों देशों के बीच टेलीमेडिसिन क्षेत्र में सहयोग समेत 4 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षऱ हुए. राष्ट्रपति कोविंद ने बेनिन को 100 मिलियन डॉलर का ऋण देने की पेशकश की.

गाम्बिया: राष्‍ट्रपति इस यात्रा के दूसरे चरण में 30-31 जुलाई को गाम्बिया की यात्रा की. यात्रा के दौरान उन्होंने अपने समकक्ष एडामा बैरो के साथ व्यापक स्तर पर बातचीत की. भारत ने कौशल विकास और कुटीर उद्योग परियोजना के लिए गाम्बिया को 5 लाख डॉलर देने की पेशकश की. राष्ट्रपति कोविंद की गाम्बिया यात्रा के दौरान दोनों देशों ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

गिनी: राष्ट्रपति तीन अफ्रीकी देशों की यात्रा के अंतिम चरण में 1 अगस्त को गिनी की राजधानी कोनाक्री पहुंचे थे. गिनी के राष्ट्रपति अल्फा कोंडे के साथ वार्ता कर, उन्होंने पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए. राष्ट्रपति कोविंद ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में गाम्बिया के “इबुजन थिएटर” में महात्मा गांधी और खादी पर प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया. गिनी पश्चिम अफ्रीका में स्थित एक देश है, इसे पहले फ्रेंच गिनी के नाम से जाना जाता था.

गिनी ने भारतीय राष्‍ट्रपति को सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया

भारतीय राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को गिनी गणराज्य के सर्वोच्च सम्मान “नेशनल आर्डर ऑफ़ मेरिट” से सम्मानित किया गया है. गिनी के राष्ट्रपति ने उन्हें यह सम्मान भारत और गिनी के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया गया है.


राष्ट्रपति की क्रोएशिया, बोलीविया और चिली की राजकीय यात्रा