डेली कर्रेंट अफेयर्स
एससीओ का 24वां शिखर सम्मेलन कजाखस्तान के अस्ताना में आयोजित किया गया
शंघाई सहयोग संगठन का 24वां शिखर सम्मेलन (SCO Summit) 2024 कजाखस्तान के अस्ताना में 3-4 जुलाई को आयोजित किया गया था. सम्मेलन के दौरान SCO के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 24वीं बैठक हुई. इस शिखर बैठक की मेजबानी कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव ने की थी.
SCO शिखर सम्मेलन 2024: मुख्य बिन्दु
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तानी प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित 16 विश्व नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया।
- शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने किया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में शामिल नहीं हुए थे.
- विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन पढ़ा.प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के किसी भी रूप या उसकी अभिव्यक्ति को उचित या माफ नहीं किया जा सकता है.
- चीन और पाकिस्तान के परोक्ष संदर्भ में, प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद से निपटने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, जो एससीओ के मूल लक्ष्यों में से एक है।
- कजाकिस्तान की इस यात्रा के दौरान डॉ. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और कजाकिस्तान, रूस, बेलारूस, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की.उन्होंने अस्ताना के पुश्किन पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
- सम्मेलन के दौरान यूरेशियाई देश बेलारूस को SCO के 10वें स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया.SCO शिखर सम्मेलन 2023 में ईरान को 9वें स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किया गया था.
- एससीओ का 25वां शिखर सम्मेलन चीन में आयोजित की जाएगी.
शंघाई सहयोग संगठन (SCO): एक दृष्टि
- शंघाई सहयोग संगठन एक अंतरसरकारी संगठन है जिसकी स्थापना 2001 में हुई थी. जिसे रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने शंघाई में एक शिखर सम्मेलन के दौरान स्थापित किया गया था.
- साल 2017 में भारत और पाकिस्तान भी इसके स्थायी सदस्य बने. उससे पहले भारत को 2005 में एससीओ में एक पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल किया गया था.
- यह समूह अपने सदस्य देशों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है.हालाँकि, बहुत सारे पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों का यह मानना है की एससीओ को चीन और रूस के द्वारा एक पश्चिम विरोधी गठबंधन के रूप में में तब्दील किया जा रहा है।
- एससीओ के स्थायी सदस्य (10 देश): कजाकिस्तान, चीन, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, भारत, पाकिस्तान, ईरान और बेलारूस.अफगानिस्तान और मंगोलिया देश हैं.SCO क मुख्यालय बीजिंग, चीन में है.
अफगानिस्तान पर तीसरा संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन दोहा में आयोजित किया गया
संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में अफगानिस्तान पर तीसरा सम्मेलन 30 जून से 1 जुलाई 2024 तक कतर की राजधानी दोहा में आयोजित किया गया था.सम्मेलन का उद्देश्य तालिबान शासित देश में अफगानी लोगों के जीवन में सुधार और सुगमता के उपाय तलाशना था.हालाँकि, सम्मेलन अपने एजेंडे पर कोई ठोस प्रगति किए बिना समाप्त हो गया।
मुख्य बिन्दु
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में यूरोपीय संघ, इस्लामिक देशों के संगठन (आईओसी) और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सहित 25 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के विशेष प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
- पहली बार इस विचार-विमर्श में तालिबान भी शामिल हुआ था.तालिबान का प्रतिनिधित्व तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने किया.
- मई 2023 में दोहा में आयोजित पहले सम्मेलन में तालिबान को आमंत्रित नहीं किया गया था.तालिबान ने फरवरी 2024 में दोहा में आयोजित दूसरे सम्मेलन में भाग लेने से इनकार कर दिया था।
- संयुक्त राष्ट्र ने इस बात से इंकार किया था कि दोहा में हो रही बैठक तालिबान को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दिलाने का रास्ता बनेगी.
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह सम्मेलन अफगानिस्तान में शांति लाने और महिलाओं के अधिकारों, लड़कियों की शिक्षा और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ अफगानिस्तान के शासकों को बातचीत में शामिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का एक सतत प्रयास है।
भारत का रुख
- इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव जेपी सिंह ने किया था.
- भारत का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान में आतंकवाद से निपटने, मानवीय सहायता, समावेशी सरकार बनाने तथा महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान देना चाहिये.
- अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिये न हो, ये भारत की प्राथमिकता है. भारत अपने इस रुख पर भी जोर देगा कि अफगानिस्तान में कोई भी अस्थिरता पूरे क्षेत्र के लिये खतरा बनेगी.
- भारत अफगानिस्तान के आर्थिक और सुरक्षा हितों पर विशेष ध्यान दे रहा है. अफगानिस्तान में अपने निवेश की सुरक्षा भी भारत की प्राथमिकता है.
- अफगानिस्तान के सभी 34 सूबों में लगभग 500 परियोजनाएं भारत के सहयोग से चल रही हैं.
4 जुलाई 2024: अमेरिका का 248वां स्वतंत्रता दिवस
अमेरिका प्रत्येक वर्ष 4 जुलाई को अपना स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाता है. 2024 में अमेरिका का 248वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. 1776 में इसी दिन संयुक्त राज्य अमेरिका (United State Of America) के राष्ट्र निर्माताओं ने स्वतंत्रता संबंधी घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए थे. इसमें 13 अमरीकी उपनिवेशों के ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्त हो जाने की घोषणा की गई. घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में थॉमस जैफर्सन और बेंजामिन फ्रैंकलिन शामिल थे.
ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा था
भारत की ही तरह अमेरिका भी ब्रिटिश साम्राज्य का एक हिस्सा था. 4 जुलाई 1776 को अमेरिका को ब्रिटिश साम्राज्य से पूर्ण स्वतंत्रता मिली थी. जॉर्ज वॉशिंगटन देश के पहले राष्ट्रपति बने थे. इसके बाद 1789 में यहाँ दुनिया का पहला लिखित संविधान लागू हुआ था. अमेरिका विश्व का पहला देश बना, जिसने व्यक्ति की समानता और मौलिक अधिकारों की घोषणा की.
अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का आंदोलन 1765 से 1783 तक चला था. तत्कालीन ब्रिटिश-अमेरिका के 13 उपनिवेशों ने 4 जुलाई 1776 को स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर दिया था. इन उपनिवेशों ने यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका की स्थापना की. जिसके बाद से ही हर साल 4 जुलाई को अमेरिका में राष्ट्रीय अवकाश रहता है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
सरकार ने मंत्रिमंडल की विभिन्न समितियों का गठन किया
सरकार ने, मंत्रिमंडल की विभिन्न समितियों का गठन किया है.मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में 11 सदस्य होंगे.इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, कृषि मंत्री, इस्पात मंत्री और पंचायती राज मंत्री शामिल हैं.मंत्रिमंडल की सुरक्षा कार्य समिति के अध्यक्ष भी प्रधानमंत्री होंगे।
मॉस्को में 22वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8-9 जुलाई को रूस की यात्रा पर होंगे.रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर श्री मोदी मॉस्को में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.प्रधानमंत्री ऑस्ट्रिया भी जाएंगे.पिछले 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की यह पहली यात्रा होगी.
हार्दिक पंड्या आईसीसी टी 20 में नंबर 1 स्थान पाने वाले पहले भारतीय बने
हार्दिक पंड्या आईसीसी टी 20 इंटरनेशनल में नंबर 1 स्थान पाने वाले पहले भारतीय ऑलराउंडर बन गए हैं.3 जुलाई 2024 को जारी आईसीसी रैंकिंग के अनुसार, हार्दिक पंड्या श्रीलंका के कप्तान वानिंदु हसरंगा के साथ नंबर 1 स्थान पर हैं.
हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने 3 जुलाई को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को इस्तीफा सौंप दिया था.हेमंत सोरेन को भूमि घोटाले के धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था. अपनी गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वे उच्च न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा हुए हैं.
इस्ररायल ने हमास के साथ युद्धविराम समझौते पर बातचीत को मंजूरी दी
इस्ररायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गजा में हमास के साथ युद्धविराम समझौते और बंधकों की रिहाई पर बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने को मंजूरी दे दी है.यह बातचीत मिस्र या कतर में होने की संभावना है.
भारतीय-थाईलैंड संयुक्त सैन्य अभ्यास मैत्री शुरू
भारतीय सेना ने थाईलैंड के ताक प्रांत में स्थित फोर्ट वाचिराप्रकन में रॉयल थाई सेना के साथ अपना संयुक्त सैन्य अभ्यास मैत्री शुरू किया है.यह अभ्यास 1 से 15 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जाएगा.पिछला मैत्री अभ्यास 16 से 29 सितंबर 2019 तक विदेशी प्रशिक्षण नोड, उमरोई, मेघालय में आयोजित किया गया था।
16वीं भारत-मंगोलियाई संयुक्त सैन्य अभ्यास
16वीं भारत-मंगोलियाई संयुक्त द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ 3 -16 जुलाई 2024 तक विदेशी प्रशिक्षण नोड, उमरोई (मेघालय) में आयोजित किया जा रहा है.’नोमैडिक एलीफेंट’ संयुक्त सैन्य अभ्यास 2004 में शुरू किया गया था और उद्घाटन संस्करण मंगोलिया में आयोजित किया गया था.