डेली कर्रेंट अफेयर्स
23 जनवरी: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया
प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जाती है. आज ही के दिन 1897 में नेताजी का जन्म ओडिसा के कटक में हुआ था. सुभाष चंद्र बोस का जन्म आज ही के दिन 1897 में ओडिसा के कटक में हुआ था।
23 जनवरी को पराक्रम दिवस का शुभारंभ
सरकार ने हर वर्ष 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस वर्ष यानि 23 जनवरी 2021 को नेताजी की 124वीं जयंती मनाई गयी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर कोलकाता में पराक्रम दिवस का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नेताजी पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘आमरा नूतोन जौबोनेरी दूत’ का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री ने 1926 से 1936 के दौरान लिखे गए सुभाष चन्द्र बोस के पत्रों के संकलन का विमोचन भी किया।
नेताजी की 125वीं जयंती के लिए वर्षभर का आयोजन
नेताजी की 125वीं जयंती के लिए 23 जनवरी से वर्षभर के आयोजन शुरू हो रहे है। नेताजी की जयंती के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति भी गठित की गई है।
केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय ने नेताजी पर वर्षभर के आयोजनों के लिए कई गतिविधियों की योजना बनाई है। शिक्षा मंत्रालय ने देश के पांच विश्वविद्यालयों में नेताजी से संबंधित पीठ स्थापित करने, ऑनलाइन व्याख्यान और वेबिनार आयोजित करने की योजना तैयार की है। रेल मंत्रालय ने हावड़ा-कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस: एक दृष्टि
- नेताजी ने सिविल सर्विस परिक्षा पास की थी. लेकिन उन्होंने भारत की आजादी के आंदोलन में शामिल होने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. 1938-39 के दौरान वे कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. बाद में मतभेद के कारण उन्होंने कांग्रेस से त्याग-पत्र दे दिया तथा फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की.
- सुभाष चन्द्र बोस ने सशक्त क्रान्ति द्वारा भारत को स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 1943 को सिंगापुर में ‘आज़ाद हिन्द फौज’ की स्थापना की थी. इसकी स्थापना में रास बिहारी बोस की भूमिका महत्वपूर्ण थी.
- ‘आज़ाद हिन्द फौज’ एक सशस्त्र सेना थी. सुभाष चन्द्र बोस इस फ़ौज के सर्वोच्च कमांडर थे. 1943 में नेता जी तथा उनकी आज़ाद हिंद फौज ने भारत भूमि पर पहली बार आज़ादी का झंडा फहराया था.
- नेताजी के कई प्रसिद्ध नारों ने स्वाधीनता की लड़ाई में लोगों के अंदर उत्साह का संचार किया. उनमें से एक प्रसिद्ध नारा था, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा”.
जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक भूमि आवंटन नीति 2021-30 को मंजूरी दी गई
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में ‘जम्मू-कश्मीर औद्योगिक भूमि आवंटन नीति 2021-30’ को मंजूरी दी गई है. उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में 22 जनवरी को हुई प्रशासनिक परिषद की बैठक में यह मंजूरी दी गयी.
नई औद्योगिक भूमि आवंटन नीति का उद्देश्य स्थायी औद्योगीकरण और रोजगार सृजन के माध्यम से समावेशी विकास प्राप्त करना है. इसमें औद्योगिक उपयोग के लिए भूमि आवंटन को एक निष्पक्ष और पारदर्शी तंत्र विकसित करने का प्रावधान शामिल है.
जम्मू-कश्मीर औद्योगिक भूमि आवंटन नीति 2021-30: मुख्य बिंदु
- नई भूमि आवंटन नीति के तहत सरकार ने उद्योगों के लिए भूमि लेने की प्रक्रिया को सरल बनाया है. अब औद्योगिक भूमि के लिए निवेशकों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया 30 से 45 दिन में पूरी की जाएगी.
- निवेशकों को प्रारंभिक अवधि के लिए लीज पर 40 साल और बाद में विस्तार करके 99 साल तक भूमि दी जाएगी.
- नई नीति से साफ है कि निवेशकों को 99 साल तक लीज पर ही भूमि मिलेगी ना कि उन्हें मालिकाना हक मिलेगा.
- नई नीति के तहत ब्लॉक और नगर निगम क्षेत्र में औद्योगिक जोन को स्थापित करना प्रस्तावित है. इससे ग्रामीण स्तर पर औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा.
- जम्मू-कश्मीर में पहले से ही औद्योगिक भूमि बैंक के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग को भूमि स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है.
- इस नीति में औद्योगिक विकास के मौजूदा स्तर, प्रस्तावित क्षेत्र और शहरीस्तर सहित विभिन्न कारकों को ध्यान में रखा जाएगा.
- नई औद्योगिक भूमि आवंटन नीति के तहत निवेशकों के लिए कई शर्ते रखी गई हैं. इन शर्तों का उल्लंघन करने पर आवंटित भूमि को रद्द किया जा सकता है.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने सबसे लंबी मालगाडी ‘वासुकी’ चलाने का कीर्तिमान बनाया
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया कीर्तिमान बनाया है. रेलवे ने 22 जनवरी को सबसे लंबी मालगाडी चलाई.
यह मालगाडी छत्तीसगढ़ के रायपुर रेल मंडल के भिलाई डी केबिन से बिलासपुर मण्डल के कोरबा तक चलाई गई. इस मालगाड़ी की कुल लंबाई करीब 3.5 किलोमीटर थी और इसमें 300 वैगनों को जोड़ा गया था. इस ट्रेन को ‘वासुकी’ नाम दिया गया है. इसके पहले 29 जून 2020 को तीन लोडेड मालगाड़ियों को एक साथ जोड़कर लॉन्ग हॉल सुपर एनाकोंडा गाड़ी चलाई गई थी.
लॉन्ग हॉल रैक के परिचालन से क्रू-स्टाफ की बचत तो होती ही है, रेलवे ट्रैक का सही इस्तेमाल और उपभोक्ताओं को त्वरित डिलीवरी भी प्राप्त होती है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
प्रधानमंत्री ने असम में भूमि पट्टों और आवंटन प्रमाण-पत्रों का वितरण किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जनवरी को असम के बसागर जिले में जेरेंगा पाथर का दौरा किया, जहां वे 1.06 लाख भूमि पट्टों और आवंटन प्रमाण-पत्रों का वितरण किया. असम में 2016 में भूमिहीन परिवारों की संख्या 5.75 लाख थी. राज्य सरकार ने मई 2016 से अब तक 2.28 लाख भूमि पट्टों और आवंटन प्रमाण-पत्रों का वितरण किया है.
चीन ने अमेरिका के 28 अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया
चीन ने अमेरिका के 28 अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. ये अधिकारी डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति काल में अहम पदों पर रहे थे. इस लिस्ट में माइक पोम्पियो, रॉबर्ट सी. ओब्रायन, पीटर नेवारो, डेविड स्टिलवेल, मैथ्यू पॉटिंगर, एलेक्स अजर, कीथ क्रैच, केली डी के क्राफ्ट के साथ ही जॉह्न आर बोल्टन, स्टीफन के बैनन का नाम शामिल है. चीन ने चीन-अमेरिका संबंधों को खराब करने और चीन के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप करने के आरोप में इनपर प्रतिबंधों की घोषणा की है.
ओडिशा में वार्षिक तोशाली राष्ट्रीय शिल्प मेला
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर में वार्षिक तोशाली राष्ट्रीय शिल्प मेला का उद्घाटन किया है. तोशाली शिल्प मेला पूर्वी भारत में सबसे लोकप्रिय हथकरघा और हस्तशिल्प मेलों में से एक है.