2020 में ISRO की पूरी योजना: गगनयान के लिए 4 अंतरिक्षयात्रियों का चयन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने वर्ष 2020 में ISRO की योजनाओं की घोषणा की है. इसकी घोषणा ISRO प्रमुख डॉक्टर के सिवन ने 1 जनवरी को की.

मिशन गगनयान के लिए 4 अंतरिक्षयात्रियों का चयन

ISRO ने अंतरिक्ष के लिए भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के लिए वायुसेना के चार अधिकारियों को चुना है. ये चारों जनवरी के तीसरे सप्ताह से रूस में अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण लेंगे. गगनयान के लिए नैशनल अडवाइजरी कमिटी बनाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुरूप गगनयान 2022 में भेजने की योजना है. परीक्षण के तौर पर 2020 में मानव रहित मिशन भेजा जायेगा.

चंद्रयान-3 मिशन को मंजूरी

सरकार ने चन्द्रमा के लिए ISRO के तीसरे मिशन ‘चंद्रयान-3’ को मंजूरी दे दी है. इसका कॉन्फिगरेशन चंद्रयान-2 की तरह ही होगा. इस मिशन में ऑर्बिटर नहीं भेजा जायेगा. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर और रोवर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जायेगी. इस मिशन पर 250 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.

चन्‍द्रयान-2 के लैंड़र कीट को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्‍यक डिजा‍इन न होने की वजह से चन्‍द्रयान लैंडर चन्‍द्रमा की सतह पर ठीक से नहीं उतर पाया था. इससे सीखते हुए चन्‍द्रयान-3 में सुधार लाया जायेगा.

सूरज की किरणों के परीक्षण के लिए आदित्‍य उपग्रह

इस साल 35 से ज्‍यादा उपग्रहों को अंतरिक्ष भेजने की योजना है. इसमें ‘जी-सैट 30’ और ‘आदित्‍या’ प्रमुख हैं. आदित्‍य सेटेलाइट सूरज की किरणों का परीक्षण करेगा, जिससे वातावरण पर होने वाले बदलाव का कारण पता लगाया जायेगा.

तूतीकोरिन में देश का दूसरा स्पेस पोर्ट

देश का दूसरा स्पेस पोर्ट तमिलनाडु के तूतीकोरिन में होगा. इस स्पेस पोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू कर दिया गया है.