विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में ट्रेकोमा के उन्मूलन की मान्यता दी
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में ट्रैकोमा के उन्मूलन का प्रशस्ति पत्र औपचारिक रूप से प्रदान किया है.
- WHO ने 8 अक्तूबर 2024 को म्यांमार और नेपाल के साथ भारत को ट्रैकोमा मुक्त देश घोषित किया था.
- 20 मई 2025 को जिनेवा में WHO की 78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में भारत को यह प्रशस्ति पत्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक आराधना पटनायक को दिया गया.
ट्रेकोमा क्या है?
- ट्रेकोमा एक अति-संक्रामक नेत्र रोग है. यह क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होता है. ट्रेकोमा वैश्विक स्तर पर अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक है.
- ट्रेकोमा संक्रमणों के कारण आंखों में पलकों के अंदर निशान बन जाते हैं और पलकें अंदर की ओर मुड़ जाती हैं और कॉर्निया को नुकसान होता है.
- यह 44 से ज़्यादा देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है. यह बीमारी भूमध्य रेखा के पास शुष्क, बंजर भूमि में पनपती है.
- शुरुआती स्टेज के ट्रैकोमा का इलाज ऐंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है. त्राकोमा से होने वाली अंधता अपरिवर्तनीय होती है.
19 देशों ने ट्रेकोमा को सफलतापूर्वक समाप्त किया
WHO के अनुसार, 19 देशों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में ट्रेकोमा को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया है. ये देश हैं: बेनिन, कंबोडिया, चीन, पाकिस्तान, गाम्बिया, घाना, म्यांमार, ईरान, इराक, लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, मैक्सिको, मोरक्को, मलावी, नेपाल, ओमान, माली, सऊदी अरब, टोगो और वानुअतु.