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एशियाई पैरा खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन,  29 स्वर्ण सहित कुल 111 पदक जीते

भारत ने एशियाई पैरा खेलों (Asian Para Games) 2023 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. इन खेलों का आयोजन चीन के हांगझोउ में 22 से 28 अकतूबर तक किया गया था.

एशियाई पैरा खेल 2023: मुख्य बिन्दु

  • इन खेलों में भारत ने 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य पदक सहित कुल 111 पदक जीते. भारत ने पदक तालिका के आधार पर वर्ष 2018 में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की तुलना में 54 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन किया है.
  • पदक तालिका में भारत, चीन (521 पदक: 214 स्वर्ण, 167 रजत, 140 कांस्य), ईरान (44 स्वर्ण, 46 रजत, 41 कांस्य), जापान (42 स्वर्ण, 49 रन, 59 कांस्य) और कोरिया (30 स्वर्ण, 33 रजत, 40 कांस्य) के बाद पांचवें स्थान पर रहा.
  • पदक तालिका में भारत, चीन (521 पदक: 214 स्वर्ण, 167 रजत, 140 कांस्य), ईरान (44 स्वर्ण, 46 रजत, 41 कांस्य), जापान (42 स्वर्ण, 49 रन, 59 कांस्य) और कोरिया (30 स्वर्ण, 33 रजत, 40 कांस्य) से नीचे पांचवें स्थान पर रहा.
  • इससे पहले 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते थे. भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा था. चीन ने 521 पदक (214 स्वर्ण, 167 रजत और 140 कांस्य) जीते जबकि ईरान ने 44 स्वर्ण, 46 रजत और 41 कांस्य अपने नाम किये. जापान तीसरे और कोरिया चौथे स्थान पर रहा था.
  • पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था. इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में 9वें स्थान पर रहा था. भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) पदक जीते थे.
  • भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में पाये जबकि बैडमिंटन खिलाड़ियों ने 4 स्वर्ण समेत 21 पदक जीते. शतरंज में 8 और तीरंदाजी में 7 पदक मिले जबकि निशानेबाजों ने 6 पदक जीते.

31वीं वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन चीन के चेंग्दू में किया गया

31वीं एफआईएसयू वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स (FISU World University Games) 2023 का आयोजन चीन के चेंग्दू में 18 से 29 अगस्त तक किया गया था.

FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2023: मुख्य बिन्दु

  • भारत ने इस प्रतियोगिता में 11 स्वर्ण, 5 रजत और 10 कांस्य समेत 26 पदक अपने नाम किए. पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा.
  • भारत ने प्रतियोगिता में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है, जिसमें देश के एथलीटों ने ग्वांगझू 2015 में 5 पदक (1 स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य) जीते थे. भारत 1959 में उद्घाटन संस्करण के बाद से इस प्रतियोगिता का हिस्सा रहा है.
  • चीन 113 पदक (66 स्वर्ण, 23 रजत और 24 कांस्य) के साथ शीर्ष पर रहा. 59 पदक (17 स्वर्ण, 19 रजत और 23 कांस्य) के साथ जापान दूसरे जबकि 48 पदक (17 स्वर्ण, 13 रजत और 18 कांस्य) के साथ कोरिया तीसरे स्थान पर रहा.
  • मनु भाकर, एलावेनिल वलारिवन, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, सिफ्ट कौर सामरा, अमन सैनी और प्रगति, अवनीत कौर और संगमप्रीत सिंह बिसला ने स्वर्ण पदक जीता.

पांचवें खेलों इंडिया युवा खेल 2022 का भोपाल में समापन

पांचवें खेलों इंडिया युवा खेल (Khelo India Youth Games) का 11 फ़रवरी को समापन हो गया. इन खेलों का आयोजन भोपाल में 31 जनवरी से 11 फरवरी तक किया गया था. इन खेलों में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 5812 खिलाड़ियों ने भाग लिया. इन खेलों में लड़कियों की भागीदारी करीब 40 फीसदी रही.

मुख्य बिन्दु

  • पांचवें खेलों इंडिया युवा खेल 2023 में महाराष्ट्र ने 161 पदक जीतकर पदक तालिका में पहला स्थान प्राप्त किया. इनमें 56 स्वर्ण, 55 रजत और 50 कांस्य पदक हैं.
  • हरियाणा 41 स्वर्ण पदक सहित कुल 128 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर जबकि मेजबान मध्य प्रदेश 39 स्वर्ण पदकों सहित 96 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
  • खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समापन समारोह में मुख्य अतिथि थे.
  • खेलो इंडिया युवा खेलों में कुल 25 राष्ट्रीय रिकॉर्ड टूटे और सबसे ज्यादा 19 रिकॉर्ड वेट लिफ्टिंग में टूटे.

दूसरे पूर्वोत्तर ओलंपिक खेल का समापन, मणिपुर शीर्ष स्थान पर

दूसरा पूर्वोत्तर ओलंपिक खेल 16 नवंबर को संपन्न हो गया. ये खेल मेघालय की राजधानी शिलांग में 10 नवंबर से खेले जा रहे थे जिसमें लगभग तीन हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.

इस स्पर्था में 88 स्वर्ण सहित कुल 240 पदक जीतकर मणिपुर प्रथम रहा. असम 203 पदक के साथ दूसरे और अरुणाचल प्रदेश 39 स्वर्ण पदक लेकर तीसरे स्थान पर रहा. मेजबान मेघालय चौथे स्थान पर रहा.

दूसरे पूर्वोत्तर ओलंपिक खेल की मेजबानी अरुणाचल को 2019 में करनी थी लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण शिलांग को मेजबान शहर चुना गया.

गुजरात में 36वां राष्ट्रीय खेल आयोजित किया गया

36वां राष्ट्रीय खेल (36th National Games) गुजरात में 29 सितंबर से 12 अक्तूबर तक आयोजित किया गया था. राष्ट्रीय खेल पहली बार गुजरात में आयोजित किए गए थे.

मुख्य बिन्दु

  • इन खेलों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में किया था जबकि समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने की थी.
  • ये खेल गुजरात के छह शहरों- अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर में आयोजित किए गए थे.
  • 36वें राष्ट्रीय खेलों में 61 स्वर्ण, 35 रजत और 32 कांस्य पदक सहित कुल 128 पदकों के साथ सेना पदक तालिका में शीर्ष पर रही. 39 स्वर्ण सहित 140 पदक जीतकर महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर और हरियाणा ने 38 स्वर्ण सहित 116 पदकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया.
  • 37वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन अक्तूबर 2023 में गोवा में किया जाएगा. इन खेलों का पिछला संस्करण 2015 में केरल में आयोजित किया गया था.
  • राष्ट्रीय खेलों को पहले भारतीय ओलंपिक खेल कहा जाता था. इन खेलों की अवधि और नियम भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकार क्षेत्र में हैं.

IOA के कार्यों के संचालन के लिए प्रशासक समिति गठित करने का निर्देश

दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय ओलिम्पिक संघ (IOA) के कार्यों के संचालन के लिए तीन सदस्यों की प्रशासक समिति गठित करने का निर्देश दिया है.

मुख्य बिन्दु

  • इस समिति में उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अनिल आर दवे, पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त डाक्टर एस वाई कुरैशी और विदेश मंत्रालय के पूर्व सचिव विकास स्वरूप हैं.
  • न्यायालय ने भारतीय ओलिम्पिक संघ की कार्यकारी समिति को अपना कार्यभार नवनियुक्त समिति को सौंपने का निर्देश दिया है.
  • न्यायालय ने कहा है कि प्रशासकों की समिति को सहयोग देने के लिए तीन जाने माने खिलाड़ियों को नियुक्त किया गया है. ये हैं- निशानेबाज ओलिम्पियन अभिनव बिंद्रा, लम्‍बी कूद में ओलिम्पियन अंजू बॉबी जार्ज और तीरंदाज ओलिम्यिन बम्‍बेला देवी-राम.

भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन को बड़ाने के लिए RIL और IOA के बीच साझेदारी

भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन को बड़ाने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने साझेदारी की घोषणा की है.

साझेदारी के मुख्य उद्देश्य

  • इस साझेदारी का उद्देश्य भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन को आगे बढ़ाना, राष्ट्रीय खेल महासंघों का सहयोग और भविष्य में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने के लिए एक वैश्विक खेल राष्ट्र के रूप में भारत की साख का निर्माण करना है.
  • इस साझेदारी के तहत, RIL और IOA पेरिस ओलंपिक 2024 में पहली बार ‘इंडिया हाउस’ भी स्थापित करेंगे.
  • IOA के प्रमुख भागीदार के रूप में RIL राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और ओलंपिक खेलों सहित प्रमुख बहु-खेल आयोजनों में भारतीय एथलीटों का सहयोग करेगा.

भारतीय ओलिम्पिक संघ के अध्यक्ष नरिन्दर बत्रा ने अपने पद से त्यागपत्र दिया

भारतीय ओलिम्पिक संघ के अध्यक्ष नरिन्दर बत्रा ने 26 मई को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. बत्रा ने इस बात की भी पुष्टि की है कि वे भारतीय ओलिम्पिक संघ के अध्यक्ष पद के लिए दोबारा उम्मीदवार नहीं होंगे. बत्रा 2017 में भारतीय ओलिम्पिक संघ के अध्यक्ष चुने गए थे.

श्री बत्रा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ के भी अध्यक्ष हैं. श्री बत्रा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ के अध्यक्ष के रूप में उन्हें कई कार्य करने हैं, जिनके लिए अधिक समय की जरूरत है.

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय ओलिम्पिक संघ में उनकी जगह कोई ऐसा व्यक्ति आना चाहिए, जिसके पास नई ऊर्जा और नए विचार हों.

बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेल 2022 का समापन

बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेल (Beijing Winter Olympic Games) 2022 का 20 फरवरी को समापन हो गया. ये शीतकालीन ओलंपिक खेल बीजिंग, चीन में 4 से 20 फरवरी 2022 तक आयोजित किया गया था.

बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022: एक दृष्टि

  • इन खेलों में नॉर्वे लगातार दूसरी बार पदक तालिका में शीर्ष पर रहा. नॉर्वे ने कुल 37 पदक जीते, जिसमें 16 स्वर्ण शामिल हैं. यह किसी एक शीतकालीन ओलंपिक में सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतने का नया रिकॉर्ड है.
  • जर्मनी कुल मिलाकर 27 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि मेजबान देश चीन 15 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
  • खेल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व पुरुष अल्पाइन स्कीयर आरिफ खान ने किया था. उद्घाटन समारोह के दौरान वे देश के ध्वजवाहक थे, इस बीच समापन समारोह के दौरान एक स्वयंसेवक ध्वजवाहक था.
  • अमेरिका, भारत सहित इन खेलों में कई देशों ने इन खेलों का राजनीयिक विरोध किया था. भारत इन खेलों में कोई पदक नहीं जीत सका.

भारत को वर्ष अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के सत्र की मेजबानी करने का अधिकार मिला

भारत को वर्ष 2023 में अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के सत्र की मेजबानी करने का अधिकार मिल गया है. इसका आयोजन मुंबई में किया जायेगा. भारत दूसरी बार ओलिंपिक समिति के सत्र की मेज़बानी करेगा. इससे पहले 1983 में नई दिल्ली में इसका आयोजन किया गया था.

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा, IOC सदस्य नीता अंबानी, IOA अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 19 फरवरी को IOC सत्र में मेजबानी के अधिकार के लिए भारत का प्रस्ताव पेश किया था. 75 सदस्यों ने मुंबई के पक्ष में मतदान किया जबकि एक ने इसके खिलाफ मतदान किया.

भारत ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की

भारत ने बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की है. इसका आयोजन 4 से 20 फरवरी के बीच बीजिंग में किया जा रहा है. राजनयिक बहिष्कार के बाद बीजिंग में भारत के कार्यवाहक राजदूत ओलंपिक उद्घाटन या फिर समापन में किसी भी तरह का हिस्सा नहीं लेंगे.

भारत से पहले बहिष्कार में कई देश शामिल हो चुके हैं

अमेरिका ने सबसे पहले शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की थी. इसके बाद से अब तक ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, एस्टोनिया, जापान, कोसोवो, लातविया, लिथुआनिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, स्वीडन और ब्रिटेन जैसे देशों ने आंशिक रूप से या पूरी तरह से इस बहिष्कार को समर्थन दिया है. अब भारत भी इन देशों के साथ शामिल हो चुका है.

राजनयिक बहिष्कार का क्या मतलब है?

शीतकालीन ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार का अर्थ है कि बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक 2022 में इन देशों के कोई अधिकारी मौजूद नहीं रहेंगे. लेकिन इन देशों के शामिल होंगे.

क्यों किया जा रहा है चीन का विरोध?

चीन अपनी उइगर आबादी के साथ कठोर व्यवहार, हांगकांग में बढ़ती अधीनता, तिब्बत के दमन, दक्षिण चीन सागर में अवैध क्षेत्रीय दावों और ताइवान के खिलाफ जबरदस्ती के मामले पर दुनिया भर में तीखी प्रतिक्रिया का सामना कर रहा है.

चीन के शिनजियांग में दस लाख से अधिक मुसलमानों को यातना शिविरों में कैद किया गया है. पिछले साल लगभग 700,000 तिब्बती किसानों और खानाबदोशों के साथ जबरदस्ती हुई. तिब्बतियों को जबरन विचार परिवर्तन, घुसपैठ निगरानी, राजनीतिक पुन: शिक्षा, सैन्य-शैली के अधीन किया गया. इन सभी मामलों पर दुनियाभर में चीन का विरोध हो रहा है.

भारत ओलंपिक का राजनयिक बहिष्कार क्यों कर रहा है?

चीन ने इन ओलंपिक खेलों में सेना अधिकारी की फैबाओ (Qi Fabao) को मशाल वाहक के रूप में चुना है. की फैबाओ 2020 में भारत और चीन के बीच गलवान घाटी संघर्ष में शामिल थे जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे.

तोक्‍यो में 16वें पैरालिंपिक खेलों का समापन, भारत का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन

जापान की राजधानी तोक्‍यो में 16वें पैरालिंपिक खेलों (Paralympic Games) 2020 का समापन हो गया. इसका आयोजन 24 अगस्त से 5 सितम्बर 2021 तक किया गया था.

इन खेलों के शुभारंभ की घोषणा जापान के राजा नारुहितो ने की थी. उद्घाटन समारोह की थीम – ‘हमारे पास पंख हैं’ (We Have Wings) रखा गया था.

उद्घाटन समारोह में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता टेकचंद भारत के ध्‍वजवाहक थे. जबकि समापन समारोह में निशानेबाज अवनि लेखरा भारत की ध्‍वजवाहक थीं.

भारतीय खिलाडि़यों का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन

भारतीय खिलाडि़यों ने इस पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन किया. भारत ने 5 स्‍वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्‍य पदक सहित कुल 19 पदक जीते. टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत ने शूटिंग में 5, एथलेटिक्स में 8, बैडमिंटन में 4 और तीरंदाजी और टेबल टेनिस में एक-एक पदक जीते. पदक तालिका में भारत 24वें स्‍थान पर रहा. इससे पहले, भारत ने इससे पहले सर्वाधिक कुल 12 पदक, 2016 रियो पैरालंपिक में जीते थे।

चीन, ब्रिटेन और अमेरिका शीर्ष स्थान पर

इन पैरालिंपिक खेलों में चीन (96 स्वर्ण, 60 रजत, 51 कांस्य, कुल 207) पहले, ब्रिटेन (41 स्वर्ण, 38 रजत, 45 कांस्य, कुल 124) दूसरे और अमेरिका (37 स्वर्ण, 36 रजत, 31 कांस्य, कुल 104) तीसरे स्थान पर रहा.

टोक्यो पैरालंपिक 2020: भारतीय पदक विजेता

1. भाविना पटेल: महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल (भाविनाबेन हसमुखभाई पटेल) ने देश को रजत पदक दिलाया. यह इस ओलंपिक का पहला पदक था. भाविना ने यह पदक टेबल टेनिस क्लास-4 के महिला एकल स्पर्धा में जीता.

भाविना भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. दीपा मलिक के बाद पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी महिला हैं. दीपा मलिक ने रियो 2016 पैरालंपिक खेलों की शॉटपुट प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था.

2. अवनी लखेड़ा: तोक्‍यो पैरालपिंक में भारत की अवनी लखेड़ा ने निशानेबाजी में स्‍वर्ण पदक जीता. उन्होंने यह पदक महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में जीता.

3. निषाद कुमार: पुरूषों की ऊंची कूद के टी47 स्पर्धा में निषाद कुमार ने रजत पदक देश के नाम किया. निषाद ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रिकार्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे.

4. विनोद कुमार: पुरुषों की चक्‍का फेंक (डिस्कस थ्रो) प्रतियोगिता के F52 स्पर्धा में विनोद कुमार ने 19.91 मीटर चक्‍का फेंक कर कांस्‍य पदक जीता.

5.योगेश कथूरिया: योगेश कथूरिया ने पुरुष डिस्कस थ्रो के F56 स्पर्धा में रजत पदक जीता. उन्होंने अपना बेस्ट थ्रो 44.38 मीटर का किया।

6. सुमित अंतिल:भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल ने स्‍वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. सुमित ने यह पदक जेवलिन थ्रो के F-64 सपर्धा में जीता. इसमें उन्होंने 68.55 मीटर का थ्रो कर विश्व रिकॉर्ड बनाया.

7. देवेंद्र झाझरिया: देवेंद्र झाझरिया ने जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) में रजत पदक जीता. उन्होंने यह पदक पुरुषों की स्टैंडिंग जेवलिन थ्रो के F46 स्पर्धा में 64.35 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ जीता. पैरालंपिक खेलों में यह उनका तीसरा पदक था.

8. सुंदर सिंह गुर्जर: सुंदर सिंह गुर्जर ने टोक्यो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) में कांस्य पदक जीता. स्टैंडिंग जेवलिन थ्रो के F46 स्पर्धा में सुंदर ने 62.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ यह पदक जीता.

9. सिंहराज अधाना: सिंहराज अधाना ने कांस्य पदक जीता। सिंहराज ने P1- पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 स्पर्धा में यह पदक जीता।

10. मरियप्पन थंगवेलु: पुरुषों की ऊंची कूद की T-63 स्पर्धा में मरियप्पन थंगवेलु ने रजत पदक जीता. मरियप्पन ने रियो पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की T-42 ऊंची कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

11. शरद कुमार: पुरुषों की ऊंची कूद की T-63 स्पर्धा का कांस्य पदक शरद कुमार ने जीता. इस स्पर्धा का रजत पदक भी भारत के एथलीट मरियप्पन थंगवेलु ने जीता था.

12. प्रवीण कुमार: पुरुषों के ऊंची कूद (हाई जंप) स्पर्धा में प्रवीण कुमार ने रजत पदक जीता.

13. हरविंदर सिंह: हरविंदर सिंह ने पैरालम्पिक की तीरंदाजी स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिलाया. उन्होंने पुरुषों के व्यक्तिगत रिकर्व वर्ग में कांस्य पदक के लिये कोरिया के किम मिन सू को हराया.

14. मनीष नरवाल: भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने यह पदक पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH-1 स्पर्धा में जीता. इसी स्‍पर्धा में सिंहराज रजत पदक जीतने में सफल रहे.

15. सिंहराज अदाना: पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH-1 स्पर्धा के रजत पदक भारतीय निशानेबाज में सिंहराज अदाना ने जीता. इस स्पर्धां का स्वर्ण पदक भी भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल ने जीता था.

16. प्रमोद भगत: बैडमिंटन SL-3 स्पर्धा में भारत के प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीता. इस स्पर्धा का कांस्य पदक भी भारत के मनोज सरकार ने जीता था.

17. मनोज सरकार: बैडमिंटन SL-3 स्पर्धा में का कांस्य पदक भारत के मनोज सरकार ने जीता. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक प्रमोद भगत ने जीता था.

18. सुहास एल यथिराज: नोएडा के जिला मजिस्‍ट्रेट और बैडमिंटन खिलाडी सुहास एल यथिराज ने बैडमिंटन में रजत पदक जीता.

19. कृष्णा नागर: कृष्णा नागर ने भारत के लिए पांचवां गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने बैडमिंटन के SH-6 स्पर्धा में यह पदक जीता.

पैरालम्पिक खेल: एक दृष्टि

पैरालम्पिक खेलों में शारीरिक या बौद्धिक रूप से दुर्बल खिलाडि़यों को खेलों में भाग लेने का अवसर मिलता है. इसका पहला आयोजन 1960 में इटली के शहर रोम में हुआ था, जिसमें 23 देशों के 400 एथलीट शामिल हुए थे. तब से वे हर चार साल में पैरालम्पिक खेलों का आयोजन किया जाता रहा है.