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16 मई: अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस, पहला सफल लेजर ऑपरेशन की सालगिरह

प्रत्येक वर्ष 16 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस’ (International Day of Light) मनाया जाता है. यह दिवस विज्ञान, संस्कृति कला, शिक्षा और सतत विकास, और औषधि, संचार और ऊर्जा के विविध क्षेत्र में प्रकाश की भूमिका के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस 2024 का थीम ‘हमारे जीवन में प्रकाश’ (Light in Our Lives) था.

पहला सफल लेजर ऑपरेशन की सालगिरह

भौतिकशास्त्री और इंजीनियर थियोडोर मेमन (Theodore Maiman) द्वारा लेजर के पहले सफल लेजर ऑपरेशन की सालगिरह के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 16 मई को यह दिवस मनाया जाता है. पहला सफल लेजर ऑपरेशन थियोडोर मेमन द्वारा वर्ष 1960 में इसी दिन किया गया था.

अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस का इतिहास

7 नवंबर, 2017 को यूनेस्को (UNESCO) के सामान्य सभा में 16 मई को इस दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी. संपूर्ण विश्व में पहला ‘अंतरराष्ट्रीय प्रकाश दिवस’ 2018 में मनाया गया था. इस वर्ष यानी 2023 में अन्तर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस का छठा संस्करण मनाया गया.

15 मई 2024 को 29वां अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया

प्रत्येक वर्ष 15 मई को संपूर्ण विश्व में ‘अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस’ (International Day of Families) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य बच्चों और युवाओं में परिवार की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. इस वर्ष 15 मई 2024 को 29वां ‘अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस’ मनाया गया.

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का प्रतीक चिन्ह

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का प्रतीक चिन्ह एक हरे रंगा का एक गोल घेरा है जिसके अंदर घर बना हुआ है, जिसमें एक दिल बना हुआ है. जो समाज का केंद्र यानि परिवार को दर्शाता है. मतलब परिवार के बिना समाज अधूरा है.

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- ‘परिवार और जलवायु परिवर्तन’ (Families and Climate Change) है.

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की अधिकांश थीम बच्चों की शिक्षा, गरीबी, पारिवारिक संतुलन और सामाजिक मुद्दों को दुनिया भर के परिवारों की भलाई के बारे में जागरुकता फैलाने में मदद करती हैं.

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का इतिहास

वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र संघ के एक प्रस्ताव के द्वारा प्रतिवर्ष 15 मई को इस दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था. साल 1996 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया था. उसस वर्ष इस दिवस की थीम ‘परिवारः गरीबी और बेघरता के पहले पीड़ित’ था.

12 मई: अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस, फ्लोरेंस नाइटिंगल का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 12 मई को दुनिया भर में अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस (International Nurses Day) मनाया जाता है. यह दिन समाज में नर्सों के योगदान को समर्पित होता है.

अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024 के अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘हमारी नर्सें हमारा भविष्य, देखभाल की आर्थिक शक्ति’ (Our Nurses Our Future, The Economic Power of Care) है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ष 2020 को नर्स और मिडवाइफ के अन्तर्राष्ट्रीय वर्ष (International Year of the Nurse and the Midwife) के रूप में घोषित किया था.

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस को पहली बार 1965 में इंटरनैशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज (ICN) द्वारा मनाया गया था. जनवरी 1974 से यह प्रत्येक वर्ष 12 मई को मनाया जाने लगा.

फ्लोरेंस नाइटिंगल का जन्मदिन

अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन पर मनाया जाता है. फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को इटली के फ्लोरेंस में हुआ था.

नाइटिंगल रात के समय जब वह मरीजों को देखने जातीं तो लालटेन हाथ में लेकर जाती थीं. इस वजह से सैनिकों ने उनको ‘लेडी विद लैंप’ (The Lady with the Lamp) कहना शुरू कर दिया.

राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्‍कार

भारत में हर साल 12 मई को राष्‍ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्‍कार दिया जाता है. इसकी शुरुआत 1973 में भारत सरकार के परिवार एवं कल्‍याण मंत्रालय ने की थी. नर्सों की सराहनीय सेवा को मान्‍यता प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है. फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्‍कार में 50 हज़ार रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र और मेडल दिया जाता है.

11 मई: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस, पोखरण परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ

प्रत्येक वर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस (National Technology Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य प्रौद्योगिकी के माध्यम से अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उपायों का स्‍मरण कर लोगों को जागरूक करना है. भारत ने 1998 में इसी दिन दूसरी बार सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण किया था.

‘शक्ति’ की वर्षगांठ

भारत ने 11 मई 1998 को राजस्थान के पोकरण में सफलतापूर्वक तीन परमाणु परीक्षण किया था. इस परमाणु परीक्षण को ‘शक्ति-II’ नाम से जाना जाता है. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस ‘शक्ति’ की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है. भारत ने अपना पहला परमाणु परीक्षण मई 1974 में किया था, जिसका कूट नाम ‘स्माइलिंग बुद्धा’ था.

11 मई 1998 को उस समय देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे. दो दिन बाद यानी 11 मई 1998 को देश में दो और सफल परमाणु परीक्षण हुआ. यह परमाणु बमों की 5 परीक्षणों की एक श्रृंखला थी जिसे पोकरण-II नाम से भी जाना जाता है. इस परीक्षण के साथ ही भारत दुनिया के उन छह देशों में शामिल हो गया जिनके पास परमाणु शक्ति है.

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024 के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘स्कूल टू स्टार्टअप- इनोवेटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट’ (School to Startups- Igniting Young Minds to Innovate) था.

स्वदेशी विमान हंस

भारत के स्वदेशी विमान हंस ने 1998 में इसी दिन उड़ान भरी थी. हंस-3 को नैशनल एयरोस्पेस लैबरेटरीज द्वारा विकसित किया गया था. वह दो सीटों वाला हल्का सामान्य विमान था. उसका इस्तेमाल पायलटों को प्रशिक्षण देने, हवाई फोटोग्राफी, निगरानी और पर्यावरण से संबंधित परियोजनाओं के लिए होता है.

त्रिशूल मिसाइल

11 मई, 1998 को ही रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने त्रिशूल मिसाइल का आखिरी परीक्षण किया था. त्रिशूल यह छोटी दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल है. इस मिसाइल को भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत तैयार किया गया था. इसी परियोजना के तहत पृथ्वी, आकाश और अग्नि मिसाइलों को बनाया गया है.

9 मई 2024: गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 163वीं जयंती मनाई गयी

9 मई 2024 को गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 163वीं जयंती (Rabindranath Tagore Jayanti) मनाई गयी. बंगाली कैलेंडर के हिसाब से टैगोर की जयंती 9 मई को पड़ती है. जार्जियन कैलेंडर के हिसाब से टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में हुआ था. उनके पिता देवेन्द्रनाथ टैगोर और माता शारदा देवी थीं.

रविंद्रनाथ टैगोर: एक दृष्टि

  • रविंद्रनाथ टैगोर अकेले ऐसे भारतीय साहित्यकार हैं जिन्हें नोबेल पुरस्कार मिला है. उनकी काव्यरचना गीतांजलि के लिये उन्हे सन् 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला था. वह नोबेल पुरस्कार पाने वाले प्रथम एशियाई और साहित्य में नोबेल पाने वाले पहले गैर यूरोपीय भी है.
  • वह दुनिया के अकेले ऐसे कवि हैं जिनकी रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान हैं– भारत का राष्ट्र-गान ‘जन गण मन’ और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान ‘आमार सोनार बाँग्ला’.
  • सन 1921 में कृषि अर्थशास्त्री लियोनार्ड एमहर्स्ट के साथ मिलकर उन्होंने अपने आश्रम के पास ही ‘ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान’ की स्थापना की थी. बाद में इसका नाम बदलकर श्रीनिकेतन कर दिया गया. प्रकृति के सान्निध्य में पेड़ों, बगीचों और एक लाइब्रेरी के साथ टैगोर ने शान्ति-निकेतन की स्थापना की.
  • अंग्रेजी सरकार ने उन्हें 1915 में नाइटहुड प्रदान किया लेकिन 1919 के जलिआंवाला बाग़ हत्याकांड के बाद टैगोर ने इसे वापस कर दिया था.

इज़राइल में रवींद्रनाथ टैगोर पर एक सड़क का नाम

इज़राइल ने रवींद्रनाथ टैगोर की 159वीं जयंती पर तेल अवीव में एक सड़क का नाम देकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी. इजरायल ने इस सड़क का नाम टैगोर स्ट्रीट रखा है.

8 मई: विश्व रेडक्रास दिवस, जॉन हेनरी डिनैंट का जन्मदिन

प्रत्येक वर्ष 8 मई को ‘विश्व रेडक्रॉस दिवस’ (Red Cross Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिन उन लोगों को समर्पित है जो भोजन की कमी, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं और युद्ध सहित किसी महामारी से पीड़ित होते हैं.

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व रेडक्रॉस दिवस का मुख्य विषय (theme) ‘मैं आनंद से देता हूं, और जो आनंद मैं देता हूं वह प्रतिफल है.’ (I give with joy, and the joy I give is a reward.) है.

रेडक्रॉस के संस्थापक जॉन हेनरी डिनैंट का जन्मदिन

विश्व रेडक्रास दिवस रेडक्रॉस के संस्थापक और शान्ति के लिए पहले नोबल पुरस्कार विजेता जॉन हेनरी डिनैंट के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. जॉन हेनरी का जन्म 8 मई, 1828 को हुआ था. साल 1901 में हेनरी डिनैंट को उनके मानव सेवा के कार्यों के लिए पहला नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

रेड क्रॉस (ICRC): एक दृष्टि

  • रेड क्रॉस के पूरा नाम ‘इंटरनैशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ (ICRC) है. इसकी स्थापना 1863 में हुई थी. इसका मुख्यालय जिनीवा स्विटजरलैंड में है. सफेद पट्टी पर लाल रंग का क्रॉस का चिन्ह इस संस्था का निशान है.
  • यह संगठन सशस्त्र हिंसा और युद्ध में पीड़ित लोगों एवं युद्धबंदियों के लिए काम करती है. यह उन कानूनों को प्रोत्साहित करती है जिससे युद्ध पीड़ितों की सुरक्षा होती है.
  • ICRC को दुनिया भर की सरकारों के अलावा नैशनल रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसायटीज की ओर से फंडिंग मिलती है.
  • रेड क्रॉस संस्था ने विश्व का पहला ब्लड बैंक अमेरिका में 1937 को खोला था. यह थैलेसीमिया, कैंसर, एनीमिया, एड्स जैसी घातक बीमारियों के रोगियों की यह संस्था मदद करती है.

रेड क्रॉस की स्थापना

फरवरी, 1863 में जिनेवा में एक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन में International Committee for Relief to the Wounded के नाम से एक कमिटी का गठन किया गया. बाद में इसका नाम International Committee of the Red Cross (ICRC) हो गया. गुस्तावे इसके पहले अध्यक्ष बने.

8 मई: विश्व थैलेसीमिया दिवस, से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 8 मई को दुनियाभर में ‘विश्व थैलेसीमिया दिवस’ (World Thalassemia Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस थैलेसीमिया रोग की रोकथाम के उपायों के लिए जरुरी टीकाकरण के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है. विश्व थैलेसीमिया दिवस वर्ष 1994 से हर साल मनाया जा रहा है.

विश्व थैलेसीमिया दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024में विश्व थैलेसीमिया दिवस का मुख्य विषय (theme)- ‘जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को अपनाना: सभी के लिए न्यायसंगत और सुलभ थैलेसीमिया उपचार.’ (Empowering Lives, Embracing Progress: Equitable and Accessible Thalassaemia Treatment for All.) है.

थैलेसीमिया क्या है?

थैलेसीमिया एक रक्त संबंधी एक आनुवंशिक बीमारी (Chronic Blood Disorder) है. इस बीमारी से पीड़ित रोगी के लाल रक्त कणों (RBC) में पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता जिसके कारण एनीमिया (रक्ताल्पता) हो जाता है.

थैलेसीमिया से गंभीर रूप से पीड़ित रोगी को जीवित रहने के लिये अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण (Bone Marrow Transplant) या नियमित रूप से रक्त चढ़ाए जाने की आवश्यकता होती है.

7 मई 2024: विश्व एथलेटिक्स दिवस

7 मई 2024 को विश्व एथलेटिक्स दिवस (World Athletics Day) मनाया गया था. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य एथलेटिक्स में युवाओं को भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करना है.

इस दिवस की तिथि प्रत्येक वर्ष IAAF (International Amateur Athletic Federation) द्वारा निर्धारित की जाती है. इसे सामान्यतः मई महीने में ही मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व एथलेटिक्स दिवस ‘वर्ल्ड माइल चैलेंज’ (World Mile Challenge) थीम पर मनाया गया. पहला विश्व एथलेटिक्स दिवस 1996 में मनाया गया था.

एथलेटिक्स क्या है?

एथलेटिक्स मुख्यत: दौड़ने, कूदने, फेंकने और चलने की प्रतियोगिताओं का विशेष संग्रह है. इसके अंतर्गत सामान्य तौर पर ट्रैक और फील्ड, रोड रनिंग, क्रॉस कंट्री रनिंग और रेस वॉकिंग प्रतियोगिताओं को सम्मिलित किया जाता है.

IAAF: एक दृष्टि

IAAF (International Amateur Athletic Federation) फील्ड एथलेटिक्स और ट्रैक के खेल के लिए विश्व शासी निकाय है. इसकी स्थापना 1912 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई थी.

5 मई: विश्व स्वच्छता दिवस, 2024 की थीम, संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘विश्व स्वच्छता दिवस’ (World Hygiene Day) मनाया जाता है. इस दिवस को ‘विश्व हाथ स्वच्छता दिवस’ (World Hand Hygiene Day) के नाम से भी जाना जाता है.

इस दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में एक वैश्विक अभियान चलाया जाता है. इस अभियान का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और स्वास्थ्य देखभाल को प्रोत्साहित करना होता है.

WHO के मुताबिक, अस्पतालों और अन्य स्थानों पर बैक्टीरिया के संचरण को रोकने के लिए हाथों को साफ रखना सबसे महत्वपूर्ण और जरूरी उपाय है. सिर्फ हाथों को साफ रखने से ही कई संक्रमणों को रोका जा सकता है.

विश्व स्वच्छता दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व स्वच्छता दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘हाथ की स्वच्छता की शक्ति’ (Power of Hand Hygiene) है.

5 मई: अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस

प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस’ (International Midwives’ Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान महिला का ख्याल रखने वाली मिडवाइफ के समर्पण को सम्मान देना है. इंटरनेशनल कंफेडरेशन ऑफ मिडवाइव्स ने इस दिवस की शुरुआत 1992 में की थी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ताजा रिपोर्ट के अनुसार हर दिन करीब 800 महिलाएं और 8,000 नवजात शिशु गर्भावस्था, जन्म के दौरान या उसके तुरंत बाद होने वाली ऐसी दिक्कतों के कारण मारे जाते हैं, जिनसे उन्हें बचाया जा सकता था.

अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस 2024 की थीम

इस वर्ष यानी 2024 के अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘दाइयाँ: एक महत्वपूर्ण जलवायु समाधान’ (Midwives: A Vital Climate Solution) है.

मिडवाइफ क्या है?

गर्भावस्था के दौरान महिला और जन्म के बाद कुछ दिनों तक बच्चे का पूरा ख्याल रखने वाली महिलाओं को ‘मिडवाइफ’ (Midwife) नाम दिया गया है.

4 मई: अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस

प्रत्येक वर्ष 4 मई को दुनिया भर में अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस (International Firefighters’ Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य उन फायर फाइटरों को सम्मान देना है, जो अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों और वन्य जीवों की जान आग से बचाते हैं.

इस दिन यूरोप में दोपहर के समय 30 सेकंड तक फायर बिग्रेड के सायरन बजाए जाते हैं. इसके बाद एक मिनट के लिए मौन रखा जाता है, जिसमें फायर फायटरों को सम्मान और धन्यवाद दिया जाता है.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक ‘लाल और नीले रंग के दो रिबन’ हैं. जिसमें लाल रंग आग को, और नीला रंग पानी को दर्शाता है.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का इतिहास

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस को पहली बार 1999 में मनाया गया था, जब ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्थित लिंटन की झाड़ियों में आग लगी थी. इस आग को बुझाने गई टीम के पांच सदस्यों की झुलसकर मौत हो गई थी.

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के रूप में 4 मई को चुने जाने का मुख्य वजह संत फ्लोरिन (Saint Florian) हैं, जो कि एक संत और फायर फाइटर थे. संत फ्लोरिन की मृत्यु 4 मई को हुई थी. संत फ्लोरिन रोमन बटालियन के कमांडिंग फायरफाइटर्स में से एक था. उन्होंने प्राचीन रोम में एक पूरा जलता हुआ गाँव बचा लिया था.

3 मई: विश्‍व प्रेस स्‍वतंत्रता दिवस

प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन करना और मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा तथा ड्यूटी के दौरान हमले में जान गंवाने वाले पत्रकारों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024 का विषय

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘ग्रह के लिए एक प्रेस: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता.’ (A Press for the Planet: Journalism in the Face of the environmental crisis.) है.

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

1991 में यूनेस्को की सिफारिश के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने दिसंबर 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की थी.

प्रेस स्वतंत्रता: मुख्य तथ्य

भारत में एक लोकतान्त्रिक देश है, यहाँ प्रेस (मीडिया) को पूर्ण स्‍वतंत्रता है. भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती है.