प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में 9 जुलाई को नामीबिया की यात्रा की थी. इससे पहले वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और ब्राजील का दौरा कर चुके थे, जहां उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लिया था.
प्रधानमंत्री की इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार तथा सहयोग के नये महत्वपूर्ण क्षेत्रों का पता लगाना था.
भारत-नामीबिया प्रतिनिधिमंडल स्तर वार्ता
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेतुम्बो नंदी नेतवाह के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय वार्ता हुई. वार्ता के बाद विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
वार्ता में महत्वपूर्ण खनिजों, हाइड्रोकार्बन, रक्षा सहयोग, स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, पर्यावरण और क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
भारत और नामीबिया ने स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र में, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना और सहयोग पर समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
इस वर्ष के अंत में नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने की भी घोषणा की गई.
सीडीआरआई (आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे हेतु गठबंधन) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में नामीबिया के शामिल होने के लिए स्वीकृति-पत्र भी प्रस्तुत किए गए.
भारत ने नामीबिया को रक्षा क्षेत्र में सहयोग के लिए एक लाइन ऑफ क्रेडिट (ऋण सुविधा) की पेशकश की है, ताकि वह भारत से रक्षा उपकरण खरीद सके.
प्रधानमंत्री को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
प्रधानमंत्री को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ़ द मोस्ट एनशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया.
यह सम्मान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में योगदान के लिए दिया गया. यह प्रधानमंत्री मोदी का 27वां और उनके वर्तमान दौरे पर प्राप्त चौथा सम्मान है.
भारत-नामीबिया संबंध
भारत और नामीबिया के बीच मधुर और सौहार्दपूर्ण संबंध हैं. भारत ने नामीबिया के मुक्ति संग्राम में उसका साथ दिया था, जिससे दोनों देशों के संबंध और भी मजबूत हुए हैं.
1946 में, भारत संयुक्त राष्ट्र में नामीबिया की स्वतंत्रता का मुद्दा उठाने वाले पहले देशों में से एक था. नामीबिया के मुक्ति संग्राम का नेतृत्व करने वाले SWAPO (दक्षिण पश्चिम अफ्रीका जन संगठन) का पहला विदेश दूतावास 1986 में नई दिल्ली में स्थापित किया गया था.
भारत ने इस संघर्ष में भौतिक सहायता और सैन्य प्रशिक्षण दिया. भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल दीवान प्रेम चंद ने शांति प्रक्रिया और चुनावों की निगरानी के लिए नामीबिया में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (UNTAG) का नेतृत्व (1989-1990) किया था.
दोनों देश आज व्यापार और निवेश, खनन, हीरा प्रसंस्करण, ऊर्जा, स्वास्थ्य, रक्षा, पर्यावरण एवं जैव विविधता और क्षमता निर्माण समेत व्यापक क्षेत्रों में साझेदार हैं.
दोनों देशों के बीच व्यापार आज 600 मिलियन डॉलर का है और नामीबिया में भारत का निवेश लगभग 800 मिलियन डॉलर है.
वन्यजीव संरक्षण में साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए, सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ चीतों को भारत के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया गया था.
डिजिटल मोर्चे पर, नामीबिया दुनिया का पहला देश बना है, जहां एनपीसीआई ने केंद्रीय बैंक के साथ यूपीआई जैसी वास्तविक समय भुगतान प्रणाली की तैनाती के लिए प्रौद्योगिकी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
नामीबिया: एक दृष्टि
नामीबिया दक्षिणी अफ़्रीका का एक देश है. अंगोला, बोत्सवाना और दक्षिण अफ़्रीका नामीबिया के पड़ोसी देश हैं. नामीबिया का पश्चिमी भाग कालाहारी मरुस्थल के क्षेत्रों में से एक है.
नामीबिया को 21 मार्च 1990 को दक्षिण अफ्रीका से स्वतंत्रता मिली थी. इसकी राजधानी विंडहॉक और मुद्रा नामीबिया डॉलर है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2025-07-10 08:34:112025-07-10 08:34:11प्रधानमंत्री की नामीबिया यात्रा, सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित