9 अप्रैल 2024: केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने 59वां शौर्य दिवस मनाया
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) प्रत्येक वर्ष 9 अप्रैल को ‘शौर्य दिवस’ (Valour Day) मनाती है. इस वर्ष यानी 2024 में 59वां शौर्य दिवस मनाया गया.
शौर्य दिवस का इतिहास
आज के ही दिन अप्रैल 1965 में पाकिस्तानी सीमा से लगे हुए भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए पाकिस्तान सेना ने ‘डेज़र्ट हॉक’ ऑपरेशन चलाया था. पाकिस्तान सीमा से लगे गुजरात के कच्छ केरण क्षेत्र में सरदार एवं टॉक पोस्टों पर CRPF की द्वितीय वाहिनी के दो कम्पनियां तैनात थी.
CRPF की एक इस टुकड़ी ने गुजरात में कच्छ केरण में सरदार पोस्ट पर बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले को नाकाम किया था. CRPF के जवानों ने पाकिस्तान के 34 सैनिकों को मार गिराया था और चार को जीवित पकड़ा था. इस युद्ध में CRPF के 6 जवानों ने निडरता से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी और इतिहास में अमर हुए.
यह दुनिया के इतिहास में हुए अनेक युद्धों में से एकमात्र ऐसा युद्ध था जिसमें पुलिसबल की एक छोटी सी टुकड़ी ने दुश्मन की विशाल ब्रिगेड को घुटने टेक वापस लौटने पर मजबूर कर दिया.
CRPF के जवानों द्वारा दिखाई गई इस बहादुरी को हमेशा याद करने के लिए 9 अप्रैल का दिन शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF): एक दृष्टि
- CRPF भारत में सबसे बड़ी केंद्रीय सशस्त्र अर्ध-सैनिक बल है. यह गृह मंत्रालय (MHA) के तहत काम करता है.
- यह क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूप में 27 जुलाई 1939 को अस्तित्व में आया. भारतीय स्वतंत्रता के बाद यह 28 दिसंबर 1949 को CRPF अधिनियम के लागू होने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बन गया.
- CRPF का मुख्य कार्य पुलिस कार्रवाई में राज्य/संघ शासित प्रदेशों की सहायता, कानून-व्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ कार्यवाही करना है.
- BSF के गठन से पहले 1965 तक भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा की जिम्मेदारी CRPF के जवानों के पास थी.