डेली कर्रेंट अफेयर्स
18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में आयोजित किया गया
जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में 8-9 सितम्बर को आयोजित किया गया था. यह 18वां संस्करण था जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. सम्मेलन का मुख्य आयोजन स्थल प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’ में था.
जी-20 विश्व की बड़ी बीस अर्थव्यवस्थाओं का समूह है जोकि वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत से अधिक और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के 75 प्रतिशत हिस्सा का प्रतिनिधित्व करता है.
वर्तमान में भारत जी20 समूह का अध्यक्ष है. भारत ने 1 दिसम्बर 2022 को एक वर्ष के लिए औपचारिक रूप से जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण किया था.
इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें जी20 शिखर सम्मेलन 2022 के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी थी. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत भारत के जी20 शेरपा हैं.
18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023: मुख्य बिन्दु
इस साल भारत ने G20 समिट में स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, मॉरीशस, नाइजीरिया और सिंगापुर को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर आमंत्रित किया था.
अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया
नई दिल्ली जी-20 सम्मेलन 2023 में अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को नए सदस्य के तौर पर शामिल किए जाने की घोषणा की.
दिल्ली घोषणा-पत्र
जी20 नेताओं के 18वें शिखर सम्मेलन में 9 सितम्बर को नई दिल्ली घोषणा-पत्र जारी किया गया. 83 अनुच्छेदों वाली नई दिल्ली घोषणा पर पूरी तरह आम सहमति रही.
इस घोषणा-पत्र में समावेशी विकास, जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए कार्रवाई तेज करने और भविष्य में स्वास्थ्य आपात स्थितियों के दौरान अधिक मात्रा में चिकित्सा आपूर्ति तैयार रखने के उपायों पर जोर दिया गया है.
नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और दुष्प्रभावों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सबसे गंभीर खतरों में से एक है.
वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरूआत
भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस) की शुरूआत की है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस गठबंधन का शुभारम्भ किया.
वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन जैव ईंधन को अपनाने की सुविधा के लिए सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उद्योग का गठबंधन विकसित करने के लिए भारत के नेतृत्व वाली एक पहल है.
भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर
जी20 सम्मेलन में एक महत्वकांक्षी परियोजना ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर’ की घोषणा की गई. व्यापार मार्ग सम्बंधी यह परियोजना भारत को पश्चिम एशिया के जरिए यूरोप से जोडेगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस परियोजना से पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच भारत आर्थिक एकीकरण का माध्यम बनेगा.
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका देश निवेश में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने वाले आर्थिक गलियारों में अपने भागीदारों के साथ निवेश करेगा. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इसे महत्वपूर्ण परियोजना बताया.
इस परियोजना में शामिल देशों में अमरीका, भारत, साऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ शामिल है.
ये व्यापार मार्ग कॉरिडोर विभिन्न संस्कृतियों के बीच न केवल फासला कम करेगी, बल्कि भारत के बढ़ते वैश्विक कद की मिसाल भी बनेगा.
जर्काता में आसियान भारत सम्मेलन और पूर्वी एशिया सम्मेलन आयोजित किया गया
इंडोनेशिया के जर्काता में 6-7 सितम्बर को आसियान भारत सम्मेलन और पूर्वी एशिया सम्मेलन आयोजित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की यात्रा पर थे. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान का वर्तमान अध्यक्ष इंडोनेशिया है. भारत पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का संस्थापक सदस्य है.
मुख्य बिन्दु
- इस सम्मेलन में भारत-आसियान संबंधों की प्रगति की समीक्षा की गई और आपसी सहयोग की भावी दिशा निर्धारित की गई.
- पूर्वी एशिया सम्मेलन में भारत सहित इसके आठ वार्ता भागीदार क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर विचार साझा किए.
- आसियान और भारत खाद्य सुरक्षा, पोषण, खाद्य आपूर्ति श्रृंखला तथा श्रीअन्न और जलवायु अनुकुल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वित्तीय सहयोग करने पर सहमत हुए हैं.
- आसियान देश और भारत चावल और अन्य प्राथमिक कृषि उत्पादों और पोषक अनाज के बारे में जानकारी के आदान प्रदान की प्रतिबद्धता व्यक्त की.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-आसियान सहयोग को सशक्त करने के लिए 12-सूत्रीय प्रस्ताव प्रस्तुत किया है. इसमें सम्पर्क सुविधा, डिजिटल परिवर्तन, व्यापार और आर्थिक जुड़ाव, समकालीन चुनौतियों का समाधान, लोगों के बीच आपसी सम्पर्क तथा रणनीतिक जुड़ाव को गहरा करना शामिल है.
- श्री मोदी ने दक्षिण-पूर्व, एशिया-भारत-पश्चिम और एशिया-यूरोप को जोड़ने वाले मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी तथा आर्थिक गलियारे को प्रारंभ करने का प्रस्ताव रखा.
8 सितंबर: अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 8 सितम्बर को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (International Literacy Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है.
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2023 का विषय (थीम) ‘परिवर्तनशील विश्व के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना: टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण करना’ (Promoting literacy for a world in transition: Building the foundation for sustainable and peaceful societies) है.
17 नवम्बर 1965 को युनेस्को ने 8 सितम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी. पहला अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितम्बर 1966 में मनाया गया था.
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में कुल 74.04% जनसँख्या साक्षर हैं. पिछले दशक (2001-11) की तुलना में इसमें 9.2% की वृद्धि हुई.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
किंग्स कप फुटबॉल टूर्नामेंट में इराक ने भारत को हराकर फाइनल में जगह बनाई
किंग्स कप फुटबॉल टूर्नामेंट के सेमी-फाइनल में इराक ने भारत की टीम को पेनल्टी शूटआउट में 4-5 से हरा कर फाइनल में जगह बना ली है. यह टूर्नामेंट थाईलैंड के चियांग माई में चल रहा है.