10 अप्रैल: विश्व होम्योपैथिक दिवस
प्रत्येक वर्ष 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथिक दिवस (World Homeopathy Day) मनाया जाता है. इस दिवस के मनाने का उद्देश्य होम्योपैथिक चिकित्सा प्रणाली के बारे में जागरूकता पैदा करना है.
होम्योपैथिक के संस्थापक डॉक्टर क्रिहैनिमैन का जन्मदिन
विश्व होम्योपैथिक दिवस होम्योपैथिक के संस्थापक डॉक्टर क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमूअल हैनिमैन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है. हैनिमैन का जन्म जर्मनी में 10 अप्रैल 1755 को हुआ था. इस वर्ष (2020 में) हैनिमैन की 265वीं जयंती मनाई गयी. भारत में, विश्व होम्योपैथी दिवस आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में मनाया जाता है.
विश्व होम्योपैथिक दिवस 2020 का विषय (थीम)
भारत में भी हर साल आयुष मंत्रालय विश्व होम्योपैथिक दिवस का विषय (थीम) निर्धारित करता है और देशभर में यह विशेष दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2020 में इस दिवस का विषय (थीम)- ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य में होम्योपैथी का बढ़ता दायरा’ है.
होम्योपैथी: एक दृष्टि
होम्योपैथी को वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता है. इसकी दवाओं का असर भले ही धीरे होता है, लेकिन यह रोगों को जड़ से दूर करता है. सबसे खास बात यह कि होम्योपैथी दवाओं के साइडइफेक्ट नहीं के बराबर होते हैं.